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सातारा लोकसभा सीट पर भी 21 को होगा उपचुनाव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा करने के तीन दिन बाद मंगलवार को सातारा लोकसभा उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया। इस सीट पर भी 21 अक्टूम्बर को ही वोट पडेंगे। चुनाव आयोग ने शनिवार को विधानसभा चुनाव की घोषणा के दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में सातारा सीट पर उपचुनाव न करने की कोई ठोस वजह नही बताई। तीन दिन में ऐसा क्या हुआ कि चुनाव आयोग ने आज इस सीट पर उपचुनाव की घोषण कर दी। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आयोग को राजनीतिक दबाव के चलते तो चुनाव की तारीख का एलान नही करना पड़ा। इस संबंध में चुनाव आयोग से कारण जानने की कोशिश की। इसके लिए उन्हें कई बार मोबाइल पर सम्पर्क किया गया, लेकिन वह बात करने के लिए उपलब्ध नही हो सके। बताया जाता है कि सांसद उदयन राजे भोसले ने राष्ट्रवादी कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में इस वादे पर ही शामिल हुए की खाली हुई सीट पर विधानसभा चुनाव के साथ ही उपचुनाव कराए जाएं, लेकिन 21 अक्टूबर को इसकी घोषणा टाल दिए जाने से भोसले ने नाराजगी जताई। जानकारी के अनुसार सोमवार को उदयनराजे भोसले के समर्थकोँ ने चुनाव आयोग में इस मांग को लेकर याचिक दायर की थी कि विधानसभा चुनाव के साथ ही सतारा सीट पर भी उपचुनाव कराया जाएं। पूछे जाने पर भोसले की ओर से बताया गया की चुनाव आयोग इस पर जल्द ही सुनवाई करके उपचुनाव की घोषणा कर सकते है। चुनाव आयोग ने भी तत्परता दिखाते हुए आज चुनाव की घोषणा भी कर दी। बता दें कि इस सीट पर विधानसभा के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार ही चुनाव प्रक्रिया रहेगी।
भूतल पर आएंगे पहली-दूसरी मंजिल के 5400 मतदान केंद्र
उधर खबर मुंबई से, जहां बीते लोकसभा चुनाव के दौरान इमारत की पहली और दूसरी मंजिलो पर बनाए गए 5400 मतदान केंद्रों को विधानसभा चुनाव के लिए भूतल पर स्थलांतरित किया गया है। इससे अब दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिकों को मतदान करने में सुविधा होगी। मुंबई, मुंबई उपनगर, ठाणे, नाशिक, पुणे जैसे महानगरों में जगह की कमी के कारण लोकसभा चुनाव के लिए कुछ जगहों पर पहली तथा दूसरी मंजिल पर मतदान केंद्र बनाए गए थे। विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांग मतदाताओं को सुविधा हो सके, इस दृष्टिसे पहली तथा दूसरी मंजिल के तकरीबन 5400 मतदान केंद्र तल मंजिल पर स्थलांतरीत किए गए हैं। जबकि जहां पर लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध है, ऐसी जगहों पर मतदान केंद्र पहली तथा दूसरी मंजिल पर रखे गए है, यह जानकारी अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी दिलीप शिंदे ने दी है। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य में 91 हजार 329 मतदान केंद्र थे। इस बार 5 हजार 325 मतदान केंद्र बढ़ाए गए हैं। इससे इस विधानसभा चुनाव में 96 हजार 454 मतदान केंद्र हैं। वहाँ पर रैम्प, व्हीलचेअर, पेयजल की सुविधाएं उपलब्ध की जाएगी। भारत चुनाव आयोगने इस साल दिव्यांग मतदाताओं की सहभागिता बढ़ सके इसके लिए ‘सुलभ चुनाव’ यह घोषवाक्य घोषित किया है। इस साल भी मतदाता की सूची में अब तक 3 लाख 60 हजार 885 दिव्यांग मतदाता का समावेश है। उनकी सुलभता के लिए मतदान केन्द्रों पर रैम्प, विलचेअर की सुविधा की जाएगी।
Created On :   24 Sept 2019 6:38 PM IST