सेल्फ एसेसमेंट से खुद कैलकुलेट करो घर का टैक्स

Calculate  House Tax By Self Assessment, New app launch soon
सेल्फ एसेसमेंट से खुद कैलकुलेट करो घर का टैक्स
सेल्फ एसेसमेंट से खुद कैलकुलेट करो घर का टैक्स

डिजिटल डेस्क, नागपुर। चंद्रकांत चावरे। उपराजधानी का महानगर पालिका प्रशासन शहर के संपत्तिधारकों को कर मूल्यांकन करने के लिए सेल्फ एसेसमेंट एप लांच करने जा रहा है। मनपा ने यह एप तैयार कर लिया है। इसी सप्ताह इस एप को लांच किया जाएगा। इससे संपत्तिधारकों को अपनी संपत्ति का मूल्यांकन कर संपत्ति कर निर्धारण करने में आसानी होगी। मनपा के रिकॉर्ड के अनुसार शहर में 5.50 लाख संपत्तियां (प्लॉट, फ्लैट, मकान) हैं। प्रत्यक्ष में यह इससे अधिक है।

मनपा ने सभी संपत्तियों को कर के दायरे में लाने के लिए दो साल पहले सर्वेक्षण कराया था। सर्वेक्षण और मूल्यांकन की जिम्मेदारी साइबरटेक सिस्टम्स एंड सॉफ्टवेयर लिमिटेड कंपनी को सौंपी गई थी। कंपनी ने इस काम में लापरवाही बरती। कंपनी के सर्वेक्षण के आधार पर मनपा ने संपत्तिधारकों को अनाप-शनाप डिमांड भेज दिए। संपत्तिधारकों ने इसका विरोध किया। जनप्रतिनिधियों ने भी हंगामा करते हुए संपत्तिधारकों को कर भरने से मना कर दिया। मनपा की विशेष सभाएं हुईं।

इसके बाद संपत्तिधारकों को राहत दिलाने के लिए रास्ता खोजने की पहल की गई। विशेष सभा में पार्षद पिंटू झलके ने तत्कालीन निगमायुक्त को सेल्फ एसेसमेंट एप बनाने की सलाह दी। इस पर अमल कर प्रशासन ने फरवरी महीने में सीनिजेंस टेक्नोलॉजी कंपनी को एप बनाने की जिम्मेदारी सौंपी। मई के पहले पखवाड़े में यह एप बनकर तैयार हो गया है। मनपा प्रशासन इसी सप्ताह इस एप को लांच करने वाली है।

संपत्तिधारक खुद कर सकेगा मूल्यांकन
शहर के संपत्तिधारक अब खुद अपनी संपत्ति का मूल्यांकन कर सकेगा। मनपा के सेल्फ एसेसमेंट एप के माध्यम से संपत्ति का मूल्यांकन करना आसान हो जाएगा। इसे कोई भी व्यक्ति गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकेगा। प्रशासन और संपत्तिधारकों के लिए यह फूलप्रूफ एप है। इस एप में अनेक विशेषताओं को जोड़ा गया है। एप के माध्यम से संपत्तिधारक को कर मूल्यांकन करने के लिए उसकी जमीन या मकान का क्षेत्रफल डालना होगा। इसके बाद बिल्ट अप एरिया का ब्योरा देना होगा। कितने मंजिलों की इमारत है, यह बताना होगा। इसके अलावा एप द्वारा मांगी जाने वाली कुछ सामान्य जानकारियां देनी होंगी। सारा ब्योरा फिल-अप करने के बाद चंद मिनटों में ही संपत्ति कर का मूल्यांकन हो जाएगा। संपत्तिधारक को कितना कर देना है, इसकी राशि दिखायी देगी। इसमें एक कैलकुलेटर है, जो सारा गणित कर, कर की राशि बताएगा। इस तरीके से संपत्तिधारक को अनाप-शनाप कर भुगतान से राहत मिलेगी। संपत्तिधारक चाहे तो हर साल इस आधार पर अपने कर का भुगतान कर सकेगा।

एप में दिखेगा किसकी चूक हुई
मनपा ने साइबर टेक कंपनी द्वारा तैयार किया गया शहर की संपत्तियों का ब्योरा सेल्फ एसेसमेंट एप से लिंक किया है। इस एप के जादू की तरह काम करने का दावा सूत्रों ने किया है। मान लीजिए किसी संपत्तिधारक ने एप के माध्यम से अपनी संपत्ति का मूल्यांकन किया। तमाम ब्योरा भरने के बाद उसे 1000 रुपए कर के रूप में भुगतान की राशि दिखायी दी। इसके बाद उसे मनपा का डिमांड प्राप्त हुआ। उसमें संपत्तिधारक के नाम 1200 या इससे अधिक राशि दिखायी दी। इन दोनों राशियों में इतना फर्क क्यों है, इसकी जानकारी भी एप देगा। मनपा प्रशासन द्वारा किस तरह मूल्यांकन किया गया, यह भी एप में दिखायी देगा। कुल मिलाकर फर्क की राशि कम या ज्यादा होने की स्थिति में चूक किसकी हुई यह बात एप के माध्यम से पता चलेगी। यदि 50 से 100 रुपए तक का फर्क आया तो इसे दोनों का मूल्यांकन लगभग सही माना जाएगा। इससे अधिक का फर्क आया तो उसे गंभीरता से लेते हुए किसी का नुकसान न हो इसका ध्यान रखा जाएगा। कुल मिलाकर एप के माध्यम से मूल्यांकन कार्य की पारदर्शिता दिखायी देगी।

कर भुगतान की है सुविधा
सेल्फ एसेसमेंट एप कई विशेषताओं के साथ नागरिकों को सुविधा देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। यदि संपत्ति में कोई बदलाव किया गया है तो संपत्तिधारक अगले एसेसमेंट में उसे जोड़ सकता है। जो बदलाव होंगे, उसके अनुसार कर की राशि कम या ज्यादा होगी। एप डाउनलोड करने वालों को एक क्लिक में ऑनलाइन कर भुगतान की सुविधा होगी। करदाताओं को कर मूल्यांकन बराबर दिखायी देने पर वह बैठे-बैठे कर भुगतान कर सकेगा। कर भुगतान की रसीद सिस्टम से जनरेट होगी। यह रसीद करदाता के लिंक मोबाइल नंबर पर दिखायी देगी। साथ ही करदाता द्वारा दिये गए मेल एड्रेस पर प्राप्त की जा सकेगी। करदाता इस रसीद का प्रिंट भी निकाल सकेगा। मनपा के स्थानिक कर विभाग अपने पुराने तरीके से मैन्युअली डिमांड भेजने की प्रक्रिया भी जारी रखेगी। इसके अलावा एप से लिंक मोबाइल पर भी डिमांड का मैसेज मिलेगा। चालू वित्त वर्ष में करीब 3 लाख करदाताओं को एप के माध्यम से डिमांड का मैसेज भेजने का लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा। 

Created On :   3 Jun 2018 5:01 PM IST

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