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अब जनता के फैसले की घड़ी, ईवीएम में कैद होगी उम्मीदवारों की किस्मत
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानसभा की 288 सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए शनिवार को चुनाव थम गया। इसके बाद अब जनता के फैसले की घड़ी है। चुनाव में उतरे कुल 3239 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला सोमवार को ईवीएम में बंद हो जाएगा। नागपुर जिले की बात करें, तो यहां 12 विधानसभा क्षेत्र हैं। 146 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। विधानसभा की सीटों के लिए उम्मीदवारों की जीत आज ही तय हो जाएगी। परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। इस चुनाव में ज्यादातर सीटों पर भाजपा व कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवारों के बीच सीधे मुकाबले के आसार है। बसपा, वंचित बहुजन आघाड़ी जैसे संगठनों ने चुनौती देने का दावा किया है। कुछ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जोर दिखाने का प्रयास कर रहे हैं।
अंतिम दिन उम्मीदवारों ने रैली निकाल कर किया शक्ति प्रदर्शन
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन उम्मीदवारों ने रैली निकाल कर शक्ति प्रदर्शन किया। विगत एक महिने से शुरु चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा-कांग्रेस ने अपने कई मुख्यमंत्रियों के अलावा देशभर के नेताओं को चुनाव प्रचार में उतारा। विधानसभा चुनाव के दौरान कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और बालाकोट सर्जिकल स्ट्राईक का मसला छाया रहा। इस दौरान सत्तापक्ष ने चुनाव को एकतरफा बताने की पूरी कोशिश की। इस दौरान राकांपा प्रमुख शरद पवार ने अपने उम्मीदवारों के प्रचार के लिए जमकर पसीना बहाया। जबकि कांग्रेक के प्रमुख नेता अपने चुनाव क्षेत्र तक ही सीमित रह गए। प्रदेश भाजपा के अनुसार चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 225 चुनाव सभाओं को संबोधित किया। इनमें से चुनाव घोषित होने से पहले जनादेश यात्रा के दौरान 144 सभाओं को संबोधित किया। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9, भाजपा के राषट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 10, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 3, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 35 और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने 6 जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने 10 चुनावी सभाओं को संबोधित किया। नागपुर उत्तर-पश्चिम सीट से मुख्यमंत्री फडणवीस पांचवी बार चुनाव मैदान में हैं। विधानसभा चुनाव लड़ रहे प्रमुख नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार, युवा सेना अध्यक्ष आदित्य ठाकरे, विस में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार आदि शामिल हैं।
मुंबई में चुनाव ड्यूटी पर तैनात 40 हजार पुलिसकर्मी
शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा चुनाव कराने के लिए मुंबई में 40 हजार पुलिसकर्मियों को बंदोबस्त ड्यूटी में तैनात किया गया है। मुंबई कि 36 विधानसभा सीटों के लिए 1537 मतदान केंद्र बनाए गए है। इसमें से 269 मतदान केंद्र संवेदनशील है। संवेदनशील मतदान केंद्रो पर अतिरिक्त पुलिस बंदोबस्त लगाए गए हैं। चुनावी बंदोबस्त में सेंट्रल पैरा मिलिटरी फोर्स की 22 व एसआपीएफ 12 टुकडियां तथा 2700 होमगार्ड तैनात की गई हैं। यह जानकारी देते हुए पुलिस उपायुक्त प्रणय अशोक ने बताया कि चुनाव के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो इसके लिए प्रभावी इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने बताया कि काफी पुलिसकर्मियों को गश्त पर भी लगाया गया है ताकि शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव हो सके। पुलिस ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के दौरान अब तक आठ करोड़ रुपए जब्त किया है। जबकि आचार संहिता उल्लंघन के 34 मामले दर्ज किए गए हैं। 164 अपराधियों को तडीपार घोषित किया गया है। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कई अपराधियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस दौरान पुलिस ने 511 हथियार भी जब्त किए और 10 लाख की शराब बरामद की गई।
ग्रामीण क्षेत्र की 6 सीटों में सबसे अधिक चर्चा में सावनेर सीट है। कांग्रेस उम्मीदवार सुनील केदार के मुकाबले में भाजपा ने डॉ.राजीव पोतदार पर दांव लगाया है। इस क्षेत्र से केदार लगातार चुनाव जीतते रहे हैं। पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के निर्वाचन क्षेत्र कामठी में भी नए प्रयोग किए गए है। भाजपा ने बावनकुले के बजाय जिप अध्यक्ष निशा सावरकर के पति टेकचंद सावरकर को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने सुरेश भोयर पर दांव लगाया है। यहां सावरकर को लेकर चुनाव परिणाम का इंतजार उत्सुकता के साथ देखा जाएगा। रामटेक में भाजपा उम्मीदवार डी.मलिकार्जुन रेड्डी के मुकाबले में कांग्रेस उम्मीदवार उदयसिंह गज्जू यादव हैं।
शिवसेना उम्मीदवार आशीष जैस्वाल ने भी प्रभावी प्रचार किया है। दो बार विधायक रहे जैस्वाल के लिए यह चुनाव राजनीतिक करियर के लिहाज से महत्वपूर्ण हो सकता है। काटोल क्षेत्र में राकांपा उम्मीदवार अनिल देशमुख को भाजपा के चरणसिंह ठाकुर ने चुनौती दी है। देशमुख राकांपा के विदर्भ में बड़े नेता माने जाते हैं। पिछले चुनाव में वे पराजित हुए थे। इस बार पूरी ताकत लगाए हुए है। नगराध्यक्ष रहे चरणसिंह ठाकुर भी विधानसभा पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। हिंगणा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार समीर मेघे का मुकाबला राकांपा के विजय घोडमारे है। भाजपा के विधायक रहे घोडमारे का टिकट काटकर पिछले चुनाव में समीर मेघे को उम्मीदवार बनाया गया था। इस बार दोनों अपनी ताकत दिखा रहे हैं। उमरेड में भाजपा के सुधीर पारवे का मुकाबला कांग्रेस के राजू पारवे से है।
41 लाख 71 हजार 420 मतदाता करेंगे नागपुर जिले के 146 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला
जिले की 12 विधान सभा सीटों पर खड़े 146 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 41 लाख 71 हजार 420 मतदाता करेंगे। जिले में 21 लाख 34 हजार पुरुष व 20 लाख 36 हजार 389 महिला मतदाता है। जिले में 4412 मतदान केंद्रों पर 21 अक्टूबर को सुबह 7 से शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। विधानसभा चुनाव को देखते हुए जिले में तगड़ा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया है। कुल 4412 मतदान केंद्रों के अलावा 30 पूरक मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे। मतदान प्रक्रिया 21 अक्टूबर को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी और 5 बजे तक मतदान केंद्र परिसर में जितने वोटर पहुंच सकेंगे, उन सभी को मतदान करने दिया जाएगा। चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए 5299 बैलेट यूनिट व इतने ही कंट्रोल यूनिट का इस्तेमाल किया जाएगा। 5742 वीवीपैट मतदान केंद्रों पर उपलब्ध कराए गए है। इसके अलावा 20 फीसदी बैलेट यूनिट (बीयू) व 20 फीसदी कंट्रोल यूनिट (सीयू) रिजर्व रखे गए है। 30 फीसदी वीवीपैट भी रिजर्व रखे गए है। किसी मतदान केंद्र पर बीयू या सीयू खराब होने पर रिजर्व रखी मशीनें वहां उपलब्ध कराई जाएगी। दिव्यांग वोटर 12 हजार 87 व तृतीयपंथी वोटरों की संख्या 100 से घटकर 99 हो गई है। 55 मतदान केंद्र संवेदनशील घोषित किए गए है।
उत्तर नागपुर में भाजपा उम्मीदवार डॉ.मिलिंद माने व कांग्रेस उम्मीदवार डॉ.नितीन राऊत के बीच मुकाबले को बसपा उम्मीदवार सुरेश साखरे रोमांच बना सकते हैं। यहां वंचित बहुजन आघाड़ी के उम्मीदवार ने भी प्रचार मामले में काफी जोर दिखाया। मध्य नागपुर में भाजपा उम्मीदवार विकास कुंभारे व कांग्रेस उम्मीदवार बंटी शेलके आमने सामने हैं। एमआईएम व अन्य संगठन के उम्मीदवारों ने भी जोर दिखाया है। दक्षिण पश्चिम नागपुर में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भाजपा के उम्मीदवार है। उनके मुकाबले में कांग्रेस ने आशीष देशमुख को उतारा है। इस क्षेत्र में सर्वाधिक 22 उम्मीदवार है। बसपा,वंचित बहुजन आघाड़ी के अलावा जय जवान जय किसान संगठन के उम्मीदवार ने भी प्रचार में जोर दिखाया।
पश्चिम नागपुर में भाजपा के सुधाकर देशमुख का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार विकास ठाकरे से है। पिछले चुनाव में भी दोनों आमने सामने थे। पूर्व नागपुर में भाजपा उम्मीदवार कृष्णा खोपड़े का मुकाबला कांग्रेस के पुरुषोत्तम हजारे से हैं। खोपड़े तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं। हजारे पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। दक्षिण नागपुर में भाजपा विधायक का टिकट काटकर पूर्व विधायक मोहन मते को चुनाव मैदान में उतारा। कांग्रेस के गिरीश पांडव से उनका मुकाबला है। निर्दलीय प्रमोद मानमोडे, भाजपा के बागी सतीश होले, शिवसेना के बागी किशोर कुमेरिया भी ताकत दिखाने का प्रयास करते रहे हैं।
Created On :   20 Oct 2019 2:05 PM IST