फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनासकर हड़पे थे लाखों रू. - पंचायत सचिव, रोजगार सहायक पर 7 धाराओं में केस दर्ज 

Case registered against Panchayat Secretary, Employment Assistant in 7 sections
फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनासकर हड़पे थे लाखों रू. - पंचायत सचिव, रोजगार सहायक पर 7 धाराओं में केस दर्ज 
 कलेक्ट्रेट पहुंचे बोहनाखैरी के ग्रामीणों ने कहा-हम जिंदा हैं ... फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनासकर हड़पे थे लाखों रू. - पंचायत सचिव, रोजगार सहायक पर 7 धाराओं में केस दर्ज 

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । जिंदा लोगों को मृत बताकर लाखों का फर्जीवाड़ा करने वाले ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक सहित अन्य के खिलाफ शनिवार देर रात पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं सीईओ जनपद के जांच प्रतिवेदन पर कलेक्टर ने पंचायत सचिव और पंचायत समन्वयक अधिकारी को निलंबित कर दिया है। इधर "दैनिक भास्करÓ द्वारा मामला उजागर करने के बाद सकते में आए ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर अधिकारियों से शिकायत की। ग्रामीणों का कहना था कि कागजों में मृत घोषित किए गए उनके फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र को निरस्त करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। गौरतलब है कि ग्राम पंचायत बोहनाखैरी में 23 लोगों के फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनाकर संबल योजना के तहत मिलने वाली दो-दो लाख की राशि और अंत्येष्टी सहायता के पांच-पांच हजार रुपए निकाल लिए गए। जबकि ग्रामीणों को खबर तक नहीं थी कि उनको कागजों में मारा जा चुका है। शनिवार को ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे। बाद में एसपी विवेक अग्रवाल से शिकायत की। देर शाम चौरई पुलिस ने आरोपी सचिव राकेश चंदेल निवासी छोटी बाजार, रोजगार सहायक संजय चौरे बोहनाखैरी सहित अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468, 469, 471 और 120 बी के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
प्रभारी मंत्री ने दिए सभी ग्राम पंचायतों में जांच के आदेश
मामला सामने आने के बाद प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन को पूरे जिले की पंचायतों की वेरीफिकेशन के आदेश जारी किए हैं। वहीं दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया है।
मामले के दोषियों के विरुद्ध प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा
शनिवार को जपं के अधिकारियों ने मामले में जांच की। जनपद सीईओ ने जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा। जिस पर कलेक्टर ने पंचायत सचिव राकेश चंदेल और समन्वयक अधिकारी सुनील आनबाद को निलंबित कर दिया है। जबकि रोजगार सहायक संजय चौरे के विरुद्ध भी कार्रवाई प्रस्तावित है।
तीन सदस्यीय दल का गठन
इस मामले में शिकायत थी कि दो साल में 106 लोगों के फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनाए गए हैं। इसकी जांच के लिए जनपद पंचायत सीईओ सीएल मरावी ने खंड पंचायत अधिकारी दिलीन नुन्हारिया, एडीईओ जुलियन तिर्की, विस्तार अधिकारी अंशुल  सांबले का तीन सदस्यीय दल बनाया है। जो मामले की जांच करते हुए रिपोर्ट सौंपेंगे।
15 अगस्त को सम्मानित हुआ था ग्राम पंचायत सचिव
इस मामले में दोषी बोहनाखैरी का ग्राम पंचायत सचिव राकेश चंदेल 15 अगस्त को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया था। दोषी सचिव आजाद सचिव संगठन का प्रदेश संयोजक भी है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत सचिव की प्रशासनिक अधिकारियों के बीच अच्छी पैठ थी।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने की दोषियों पर कार्रवाई की मांग
इस मामले में शनिवार को भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने भी दोषी सचिव सहित अन्य लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन को ज्ञापन सौंपा है और मांग की है कि इसके अलावा खनिज प्रतिष्ठान मद की भी जांच की जाए।
इनकी शिकायत पर दर्ज हुई एफआईआर
आरोपियों के विरुद्ध गांव के ही सज्जेलाल यदुवंशी, जगदीश पंचेश्वर, लेखराम यादव, घनश्याम यादव, झनकलाल यदुवंशी, किरण मालवी, अनिता पाल, शेख इसराइल, विनोद पाल, बिंद्रा सोनी, कलशिया बाई, ललिता सोनी, श्रीमति कृष्णा पंचेश्वर, वीरपाल यदुवंशी, कचरा यादव, चंद्रा विश्वकर्मा, महालाल पंचेश्वर, रामप्रसाद यदुवंशी, अनारकली खडिय़ा, रवि सोनी, चिरकुट मालवी, सुनील अहिरवार, यशोदा मंसूरी की शिकायत पर सचिव राकेश चंदेल और रोजगार सहायक संजय चौरे को आरोपी बनाया गया है।
इनका कहना है...
॥ग्रामीणों की शिकायत पर आरोपियों के विरुद्ध चौरई थाने में प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया गया है। आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।
-विवेक अग्रवाल
पुलिस अधीक्षक, छिंदवाड़ा
॥तीन सदस्यीय दल का गठन किया गया है। मामले में लिप्त पंचायत समन्वयक और सचिव को निलंबित कर दिया गया है। आगे की जांच जारी है।
-सीएल मरावी, सीईओ, जपं. छिंदवाड़ा

Created On :   29 Aug 2021 6:16 PM IST

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