- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- छिंदवाड़ा
- /
- प्याज से आए किसानों को 'आंसू', उपज...
प्याज से आए किसानों को 'आंसू', उपज बेचने के लिए परेशान अन्नदाता

डिजिटल डेस्क. छिंदवाड़ा.प्रदेशभर में आंदोलन के बाद सरकार ने प्याज खरीदी शुरू कर दी, लेकिन छिंदवाड़ा में किसानों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। जिले में एक भी प्याज खरीदी केंद्र नहीं बनाया गया है, जिससे किसान प्याज खेतों से निकालने में घबरा रहे है। किसानों का कहना है कि प्याज की जितनी कीमत बाजार में नहीं मिल रही है, उससे ज्यादा मजदूरी लग रही है। सोमवार को किसानों ने चौरई विधायक रमेश दुबे से मुलाकात की। विधायक ने कलेक्टर जेके जैन से बात कर जिले में खरीदी केंद्र खोलने की मांग की है।
क्यों परेशान हैं किसान ?
एक से डेढ़ रुपये किलो की खरीदी थोक में व्यापारी एक से डेढ़ रुपये किलो से ज्यादा प्याज खरीदने को तैयार नहीं है। मजदूरों की तुड़वाई और ढुलाई में ही इससे ज्यादा पैसा लग रहा है। जिन जिलों में पिछले दिनों आंदोलन हुआ वहां के किसानों की प्याज खरीदकर छिंदवाड़ा में सप्लाई हो रही है। सरकारी केंद्रों में भी इन्हीं जिलों की प्याज खरीदी जा रही है। जबकि जिले के प्याज उत्पादक किसानों की हालत खस्ता है। किसानों के पास प्याज रखने की भी व्यवस्था नहीं है। बारिश के पहले जिन किसानों ने अपनी फसल जमीन से निकाल ली है, अब उन्हें प्याज के खराब होने की चिंता है।अफसरों की लापरवाही भी इस मामले में सामने आई है। उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के पास आंकड़े ही नहीं है कि इस बार कितने हेक्टेयर क्षेत्र में प्याज हुई। वर्ष 2016-17 में जिले में 3302 हेक्टेयर क्षेत्र में प्याज हुई थी। इसके आंकड़ों के आधार पर ही अधिकारी बयानबाजी कर रहे हैं।
जिले के किसानों का कहना है कि जिले में बाहर से बहुत प्याज आ रही है जिसके कारण स्थानीय प्याज उत्पादक किसानों को भाव ही नहीं मिल रहा है। 30 जून से लोकल प्याज मंडी में बिकने आ गई है, लेकिन दाम नहीं मिल रहे। वहीं कलेक्टर जेके जैन का है कि जिले में प्याज खरीदी केंद्र खोलने के लिए कोशिश की जा रही है। इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से भी संपर्क किया गया है।
Created On :   4 July 2017 9:15 AM IST