महाराष्ट्र में बने केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, कृषि मंत्री सत्तार ने केंद्र से की मांग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से राज्य में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय स्थापित कराए जाने की मांग की। इसके अलावा उन्होंने राज्य के चार कृषि विश्वविद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं बढाने के लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराने की भी केंद्र से मांग की। शुक्रवार को दिल्ली में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की 94वीं बैठक हुई। इसमें भाग लेते हुए कृषि मंत्री सत्तार ने प्रदेश के कृषि से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी। साथ ही कृषि की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए आर्थिक सहायता की भी मांग की। अब्दुल सत्तार ने बैठक के बाद कहा कि प्रदेश में चार कृषि विश्वविद्यालय है, लेकिन इसमें मूलभूत सुविधाएं बढाने के लिए राज्य सरकार की ओर से दी जानी वाली निधि अपर्याप्त है। इसलिए केंद्र सरकार से इन विश्वविद्यालयों के लिए वित्तीय सहायता दिए जाने की मांग की गई।
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मिलेट मिशन के तहत प्रदेश में 25 लाख हेक्टेयर में खेती की जानी है। इसके क्रियान्वयन के लिए वित्तीय सहायता, मिलेट उत्पाद को अच्छा दाम के अलावा इसे सरकारी राशन दुकानों के माध्यम से बेचे जाने की केंद्र सरकार के समक्ष बात रखी। इसके अलावा राज्य में सीड हब बनाने के अलावा कृषि विश्वविद्यालयों की तरह महिलाओं के लिए भी एक विशेष कृषि विश्वविद्यालय स्थापित कराए जाने की मांग की गई।
Created On :   10 March 2023 1:19 PM GMT