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आनन-फानन में दौरा निपटा कर चलती बनी केंद्रीय समिति, जल्दबाजी में की मुलाकात
डिजिटल डेस्क, वर्धा। जिले में ओलावृष्टि के कारण फसलों और खेत के हुए नुकसान का केंद्रीय समिति ने मंगलवार को जायजा लिया। टीम के वरिष्ठ अधिकारी इतनी जल्दबाजी में दिखे कि आनन-फानन में काम निपटाकर पीड़ितों से चर्चा की और चलते बने। टीम ने सबसे पहले सेलू तहसील के गोंदापुर गांव में हुए नुकसान का जायजा लिया। उसके बाद वर्धा तहसील के शिरसगांव (ध.), देवली तहसील के सरूल, बोरगांव (आ.) पहुंची टीम ने ग्रामीणों के साथ संवाद किया। बोरगांव में हुए मकानों का जायजा लेने के बाद नुकसानग्रस्तों की समस्या से अधिकारी रूबरू हुए। उसके बाद टीम में हिंगणघाट तहसील में चाणकी नदी में आई बाढ़ के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया। बाद में मनसावली में भेंट दी। तहसील के कान्होली गांव को पानी ने घेर लिया था। प्रशासन ने बचाव दल ने नागरिकों को सुरक्षित स्थल पर पहंुचाया था। बाढ़ के कारण गांव में हरवर्ष खतरा होने की जानकारी ग्रामीणों ने टीम को दी। हिंगणघाट शहर में वणा नदी के पानी के कारण आई बाढ़ से खेत की फसल का बडे़ पैमाने पर नुकसान हुआ। टीम ने नुकसानग्रस्त खेत को भेंट दी। समुद्रपुर तहसील के शेडगांव में भेंट देकर नुकसानग्रस्त किसानों से संवाद साधा। सेलू तहसील के गोंदापुर में नुकसान का जायजा लेने के बाद केंद्रीय टीम वर्धा के विश्रामगृह पहुंची।
केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई टीम में गृहमंत्रालय के सहसचिव राजीव शर्मा, जलशक्ति मंत्रालय के संचालक उंबरजे हरीश गिरीश, ग्रामविकास मंत्रालय के संचालक डॉ. माणिकचंद्र पंडित, ऊर्जा मंत्रालय की सहायक संचालक मीना हुडा शामिल थे। उनके साथ ही जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सचिन ओंबासे, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी डॉ. विद्या मानकर, उपविभागीय अधिकारी सुरेश बगले, शिल्पा सोनाले, जिला ग्रामीण विकास यंत्रणा के प्रकल्प संचालक विश्वास सिद, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानदा फणसे समेत सेलू, वर्धा, देवली, हिंगणघाट के तहसीलदार व विविध विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। जिला प्रशासन ने हुए नुकसान की जानकारी ली। जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार ने उन्हें इसकी जानकारी दी। हिंगणघाट के विश्रामगृह में विधायक समीर कुणावार ने केंद्रीय टीम के साथ हुए नुकसान पर चर्चा की।
सेलू : तहसील में भारी बारिश और लगातार बारिश के कारण फसलों और कृषि को हुए नुकसान का केंद्रीय दल ने निरीक्षण कर नुकसान के बारे में जानकारी ली।
केंद्रीय टीम ने मंगलवार को लोंढापुर, कोलगांव, कोल्ली, कोटंबा के खेतों में जाकर हुए नुकसान का निरीक्षण किया और किसानों के साथ चर्चा की। इस समय उपविभागीय अधिकारी सुरेश बगले, तहसीलदार महेंद्र सूर्यवंशी, कृषि अधिकारी, िवजी वितरण अधिकारी, मंडल अधिकारी, तलाठी, कृषि सहायक उपस्थित थे।केंद्रीय टीम ने निरीक्षण के दौरान किसानों और संबंधित कृषि अधिकारियों और राजस्व अधिकारियों से बातचीत कर नुकसान की जानकारी ली है। इस अवसर पर महाबला के सरपंच ज्योत्सना पोहाने, उपसरपंच प्रमोद मुडे, खापरी के सरपंच प्रमोद गव्हाले, कृषि उपज मंडी समिति के पूर्व संचालक काशीनाथ लोणकर के साथ किसान उपस्थित थे।
समुद्रपुर :टीम ने तहसील के मांडगांव, शेडगांव में हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद बाढ़ पीडि़तों से संवाद साधा। इस दौरान उपविभागीय अधिकारी शिल्पा सोनाले, तहसीलदार राजू रणवीर, शेडगांव के सरपंच मुरलीधर चौधरी, प्रफुल कांबले, हेमंत पाहुणे, विजय कुंभलकर, मनीष पिसुड्डे, नरेश पाहुणे, राम चौधरी, प्रकाश पाहुणे, गोपाल डफ, गणेश तडस, माणिक चामडे, मोहन काटगुये, मांडगांव के ग्रामविकास अधिकारी मुनेश्वर, उमेश विहिरकर समेत किसान उपस्थित थे।
हिंगणघाट : टीम ने हिंगणघाट में भारी बारिश की गंभीरता को देखते हुए, विधायक समीर कुणावार ने प्रत्यक्ष जाकर केंद्रीय सचिव और अन्य अधिकारियों को बाढ़ की स्थिति के बारे स्थिति के बारे में बताया और अधिक से अधिक किसानों को लाभ प्रदान करने का प्रयास करने के लिए अनुरोध किया।
Created On :   3 Aug 2022 7:46 PM IST