नहीं बन पाया सेंट्रलाइज किचन, 50 हजार से ज्यादा विद्यार्थी अभी भी खा रहे स्कूल में पका भोजन

Centralize kitchen could not be made, more than 50 thousand students are still eating cooked food in school
नहीं बन पाया सेंट्रलाइज किचन, 50 हजार से ज्यादा विद्यार्थी अभी भी खा रहे स्कूल में पका भोजन
नहीं बन पाया सेंट्रलाइज किचन, 50 हजार से ज्यादा विद्यार्थी अभी भी खा रहे स्कूल में पका भोजन

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  सरकार ने विद्यार्थियों को मध्याह्न भोजन सेंट्रलाइज किचन से ही देने की पॉलिसी बनाई है, लेकिन प्रशासन ही सरकार की पॉलिसी को लागू करने में दिलचस्पी नहीं ले रहा है। शहर की सीमा में आने वाले स्कूलों के 50 हजार से ज्यादा विद्यार्थी अभी भी स्कूल में पका भोजन ही खाने को मजबूर हैं। अनुदानित स्कूलों पर नजर रखने की जिम्मेदारी जिला परिषद के जिन अधिकारियों पर है, वे सेंट्रलाइज किचन की पॉलिसी हर स्कूल में लागू करने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। शालेय शिक्षा संचालक की गाइडलाइन का हवाला देकर अधिकारी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।

मिलती थीं शिकायतें
मनपा, जिला परिषद व अनुदानित (निजी) स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 8वीं तक के विद्यार्थियों को शालेय पोषण आहार योजना के तहत मध्याह्न भोजन स्कूल में बनाकर दिया जाता था, जिससे विद्यार्थियों को विषबाधा होने या भोजन में इल्ली या मक्खी मिलने की शिकायतें मिलती थीं। इसके अलावा स्कूल में भोजन बनाने से आग का खतरा बना रहता था। सरकार ने 2009 में विद्यार्थियों को सेंट्रलाइज किचन के माध्यम से भोजन देने का विचार किया आैर 16 मार्च-2019 से इसे लागू करने का जीआर जारी किया। शहर के 600 से ज्यादा स्कूलों में मध्याह्न भोजन मिल रहा है, लेकिन  50 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को (40 फीसदी स्कूल) स्कूल में पका भोजन ही मिल रहा है। 

अधिकारियों से मांगा जाएगा जवाब 
मनपा स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या काफी कम होने से वहां भोजन बनाया जाता है। अनुदानित (निजी) स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या काफी ज्यादा होती है। बावजूद इसके 50 हजार से ज्यादा विद्यार्थी सेंट्रलाइज किचन से वंचित रहना ठीक नहीं है। जिला परिषद के शिक्षणाधिकारी व अन्य अधिकारी इन स्कूलों पर सीधी नजर रखते हैं। अब तक ऐसे स्कूलों की सूची संबंधित अधिकारी ने नहीं दी। सरकार की पॉलिसी हर हाल में लागू होनी चाहिए। ज्यादा विद्यार्थी होने के बावजूद संबंधित स्कूल को सेंट्रलाइज किचन से क्यों नहीं जोड़ा, इसका जवाब संबंधित अधिकारियों से मांगा जाएगा। आमजन ऐसे स्कूलों की सूची दें, तो उन स्कूलों को तुरंत सेंट्रलाइज किचन से जोड़ा जाएगाा आैर लापरवाह अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।  -राम जोशी, अतिरिक्त आयुक्त, मनपा नागपुर 

भोजन बनाने की गाइडलाइन आई 
सेंट्रलाइज किचन से ही मध्याह्न भोजन देने का शासन का निर्णय है, लेकिन इसके बाद संचालक की तरफ से स्कूल शेड होने पर वहीं से भोजन जारी रखने की गाइडलाइन आई, इसलिए कई स्कूलों के शेड में ही मध्याह्न भोजन बन रहा है। यहां फायर सेफ्टी होती है। मई-2019 के बाद किसी स्कूल को सेंट्रलाइज किचन से नहीं जोड़ा। भोजन की गुणवत्ता व सफाई को लेकर कोई शिकायत है, तो उन स्कूलों को सेंट्रलाइज किचन से जोड़ा जा सकता है। किचन शेड व भोजन की गुणवत्ता की जांच करेंगे। 
-गौतम गेडाम, अधीक्षक, शालेय पोषण आहार, जिप, नागपुर

Created On :   18 Dec 2019 1:59 PM IST

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