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नियमों में बदलाव का असर ,बोर्ड ऑफ स्टडी के लिए अध्यक्ष ढूंढ़ना होगा मुश्किल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विश्वविद्यालय अधिनियम के तहत पात्रता में हुए बदलाव के चलते बोर्ड ऑफ स्टडी के लिए अध्यक्ष ढूंढना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में सीनेट और बोर्ड ऑफ स्टडी पर चयन के लिए चुनाव होने है। इस बार बोर्ड ऑफ स्टडी में विवि में करीब 35 से 40 अध्यक्षों के पद खाली रहने की नौबत है।
दरअसल, नए विश्वविद्यालय अधिनियम के तहत इस बार नियमों में कई बदलाव हुए हैं। खासकर विविध पाठ्यक्रमों के लिए बोर्ड ऑफ स्टडीज के अध्यक्ष के चयन के लिए पात्रता में बदलाव हुए हैं। नए अधिनियम के तहत अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार को पोस्ट ग्रेजुएट, पढ़ाने का 10 साल का अनुभव, दो पीएचडी विद्यार्थियों का गाइड होना, तीन रिसर्च पेपर प्रकाशित करना अनिवार्य किया गया है। इसके साथ नए अधिनियम में और भी पात्रताएं जोड़ी गई हैं। इतनी कड़ी पात्रता वाले उम्मीदवार इतनी बड़ी संख्या में मिल पाना विवि के लिए मुश्किल हो गया है। ऐसे में विवि के बड़े अधिकारी भी दबी जुबान में मान रहे हैं कि बोर्ड ऑफ स्टडी में अनेक अध्यक्षों के पद खाली रहेंगे। जिसका असर विविध प्राधिकरणों में होगा, जहां कई कुर्सियां खाली रहेंगी। इन खाली पदों का सीधा परिणाम आगे होने वाले पाठ्यक्रम संबंधी फैसलों पर पड़ेगा।
Created On :   6 Oct 2017 11:02 AM IST