प्रदेश का पहला ISO प्रमाणित सिविल कोर्ट बना चौरई कोर्ट

chauraai court becomes States first ISO certified civil court
प्रदेश का पहला ISO प्रमाणित सिविल कोर्ट बना चौरई कोर्ट
प्रदेश का पहला ISO प्रमाणित सिविल कोर्ट बना चौरई कोर्ट
हाईलाइट
  • इस न्यायालय में न्याय व्यवस्था
  • पक्षकारों की बैठक
  • पार्किंग सहित सभी सुविधाओं पर ध्यान देकर व्यवस्थाएं बनाई गई हैं।
  • चौरई (छिंदवाड़ा) सिविल कोर्ट प्रदेश का पहला न्यायालय है
  • जिसे आईएसओ ने प्रमाणित किया हैं।
  • जिला एवं सत्र न्यायाधीश एलडी बौरासी ने प्रथम सत्र न्यायाधीश युगल रघुवंशी और तबस्सुम खान को बीते दिनों आईएसओ प्रमाण पत्र सौपा।


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/चौरई। नगर का सिविल न्यायालय प्रदेश का पहला न्यायालय बन गया हैं जिसे आईएसओ सर्टिफिकेट हासिल हुआ है। न्यायालय की खूबियों के चलते यह दर्जा प्राप्त हुआ है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एलडी बौरासी ने प्रथम सत्र न्यायाधीश युगल रघुवंशी और तबस्सुम खान को बीते दिनों आईएसओ प्रमाण पत्र सौपा।
नगर के सिविल न्यायालय में 23 फरवरी को आईएसओ टीम ने निरीक्षण किया था। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एलडी बौरासी के मार्गदर्शन में प्रथम श्रेणी न्यायाधीश युगल रघुवंशी ने न्यायाधीश तबस्सुम खान के साथ मिलकर इस न्यायालय को नया रूप दिया। यहां पर आंचल कक्ष में बच्चों के लिए झूले से लेकर पक्षकारों के बैठने की व्यवस्था बनाई गई है। शासकीय दस्तावेज से लेकर प्रकरणों की फाइलों को व्यवस्थित रखा गया है। केवल भवन के भीतर ही नहीं बाहर परिसर में भी ऐसे इंतजाम किए गए हैं कि यहां आने वाले लोग आपसी विवाद के तनाव को भी भूल जाते हैं।   
- दो आरओ प्लांट, ड्रिप से पौधों को पानी
सिविल न्यायालय में लोगों को ठंडा और साफ  पानी प्रदाय हो सके इसके लिए दो आरओ प्लांट लगाए गए हैं। परिसर में लगाए गए पौधों को पानी देने के लिए ड्रिप सिस्टम लगाया गया है जिससे पानी की भी बर्बादी नहीं होती हैं। पौधों की आवश्यकता के अनुरूप पानी की आपूर्ति होने के कारण पौधे हरे भरे रहते हैं।
- पार्किंग एक साथ, रिकार्ड भी संधारित
सिविल न्यायालय में प्रवेश से पहले ही दुपहिया और अन्य वाहनों के लिए अलग से पार्किग बनाई गई हैं। यहां पर वाहन पार्क करने के बाद ही न्यायालय में प्रवेश हो पाता हैं। भवन में एक-एक प्रकरण का रिकार्ड इस तरह संधारित किया गया कि एक नजर में फाइल को निकाला जा सकता है।
- इन खूबियों ने दिलाया आईएसओ का दर्जा
- नजारत शाखा में संधारित और व्यवस्थित रिकार्ड
- कोर्ट से बाहर की पार्किग, अधिवक्ताओं के लिए अलग पार्किंग
- पक्षकार और अन्य लोगों के लिए कोर्ट के एक ओर बैठने की व्यवस्था
- परिसर में डिस्प्ले बोर्ड, जिसमें प्रकरण के अलावा न्यायालय कक्षों की अलग-अलग जानकारियां हैं।
- परिसर के चारों ओर पौधारोपण, जिससे पूरा परिसर हरियाली युक्त हो गया है।
- जगह-जगह लगाए गए पीकदान, ताकि स्वच्छता बनी रहे।
इनका कहना है
माननीय हाईकोर्ट की स्वच्छ न्यायालय पालिसी का अनुपालन करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश के निर्देशन में न्यायालय में यह पहल की गई थी। आईएसओ अवार्ड मिलने के बाद आगे भी सुधार कार्य जारी रहेंगे।
युगल रघुवंशी, प्रथम श्रेणी न्यायाधीश सिविल न्यायालय चौरई।
- चौरई सिविल कोर्ट प्रदेश का पहला न्यायालय है, जिसे आईएसओ ने प्रमाणित किया हैं। यहां पर किए गए कामों ने इसे अलग रूप दिया है, इसके अलावा रिकार्ड भी व्यवस्थित है। यहां एक वातावरण तैयार हुआ है।
शिवांशु तिवारी,आईएसओ कंसलटेंट
माननीय उच्च न्यायालय से अनुमति लेकर चौरई न्यायालय को आईएसओ सर्टिफिकेट के लिए तैयार किया गया। इस न्यायालय में न्याय व्यवस्था, पक्षकारों की बैठक, पार्किंग सहित सभी सुविधाओं पर ध्यान देकर व्यवस्थाएं बनाई गई हैं।  
- एलडी बौरासी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश

 

Created On :   8 March 2018 1:56 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story