मैले कुचेले कपड़े, गंदगी के बीच रह रहे थे बच्चे, छात्रावास पहुंचे कलेक्टर

chhindwara district collector surprise inspection in government hostels
मैले कुचेले कपड़े, गंदगी के बीच रह रहे थे बच्चे, छात्रावास पहुंचे कलेक्टर
मैले कुचेले कपड़े, गंदगी के बीच रह रहे थे बच्चे, छात्रावास पहुंचे कलेक्टर

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के कार्यक्रमों का जायजा लेने तामिया पहुंचे कलेक्टर जेके जैन अचानक ही हर्राकछार आदिवासी हॉस्टल जा पहुंचे। यहां की व्यवस्था देखकर कलेक्टर भी चौक गए। मेले कुचेले कपड़े में पढ़ाई कर रहे बच्चें हफ्तों से नहाएं हुए नहीं थे। मौके पर ही आदेश देते हुए कलेक्टर ने बच्चों को गरम पानी से नहलाने और साफ-सफाई का ध्यान रखने के लिए कहा।
    31 जनवरी को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की सभा रातेड़ बेस केम्प पर होनी है। इस कार्यक्रम की व्यवस्था बनाने और आयोजन की तैयारियों का जायला लेने के लिए कलेक्टर पातालकोट पहुंचे थे। इस दौरान अचानक ही वे मुख्य सड़क से 20 किलोमीटर दूर हर्राकछार हॉस्टल जा पहुंचे। आला अधिकारियों को अपने बीच देखकर बच्चे भी दंग थे। निरीक्षण के दौरान अधीक्षक नदारद था। बच्चों की हालत बद से बदतर थी। एक-एक व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के बाद कलेक्टर श्रीजैन ने बच्चों से मौके पर ही पढऩे के लिए कहा। वहीं जनजाति विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो भी कमियां हॉस्टल में हैं उसे पूरी की जाएं।
ग्रामीणों ने खुलकर की शिकायत
कलेक्टर श्रीजैन के सामने ग्रामीणों ने खुलकर अपनी शिकायतें रखी। उन्होने कहा कि पानी और सड़क गांव की बड़ी समस्या है। हॉस्टल में जो बोर है उसी के भरोसे पूरा गांव है। इसके अलावा जरा सी बारिश में गांव का संपर्क टूट जाता है। जिससे ग्रामीणों को परेशानी होती है। शिकायत के बाद कलेक्टर ने पीएचई और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को तुरंत ही व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं।
खुली पड़ी थी सब्जियां, गंदे बिस्तरों में कर रहे थे पढ़ाई
निरीक्षण के दौरान किचन शेड में पहुंचे कलेक्टर श्रीजैन ने देखा की खुले में सब्जियां पड़ी हुई थी। हॉस्टल के किचन की हालात खराब थी। वहीं बच्चे गंदे बिस्तर और कम रोशनी में पढ़ाई कर रहे थे। ऐसा लग रहा था महीनों से बिस्तरों की साफ-सफाई नहीं की गई थी। वहीं शौचालय की भी नियमित साफ-सफाई नहीं की जा रही थी।
कम थे बच्चे
पातालकोट के दूरस्थ गांव में बने इस छात्रावास में 50 बच्चे दर्ज थे लेकिन निरीक्षण के दौरान सिर्फ 23 बच्चे ही उपस्थित मिलें। बच्चों की कम उपस्थिति पर भी कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर श्रीजैन ने तकरीबन आधा घंटे तक हॉस्टल का निरीक्षण किया।

 

Created On :   29 Jan 2018 1:01 PM IST

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