सारोठ जलाशय में मृत मिली मुर्गियां, 29 गांवों में दहशत

Chickens found dead in Saroth reservoir, panic in 29 villages
सारोठ जलाशय में मृत मिली मुर्गियां, 29 गांवों में दहशत
सरपंच ने ग्रामीणों के साथ की लिखित शिकायत सारोठ जलाशय में मृत मिली मुर्गियां, 29 गांवों में दहशत



डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। पालाखेड़ व गुबरैल के मध्य नदी में काफी संख्या में सोमवार को मृत मुर्गियां मिली। यह देख स्थानीय निवासियों के होश उड़ गए। मामला सारोठ जलाशय के पानी दूषित होने का है। यहां से 29 गांव में पेयजल सप्लाई किया जाता है। नदी पर बने पुल के पास बदबू आने एवं पक्षियों व कुत्तों के मुर्गियों को नोंच कर खाते देख, ग्रामीणों के होश उड़ गए। मामले की लिखित शिकायत गुबरैल सरपंच एवं ग्रामीणों ने सांवरी पुलिस चौकी में की है। सारोठ जलाशय से पेयजल सप्लाई होने से ग्रामीण दहशत में हैं। लोगों को गंभीर बीमारी होने का खतरा सता रहा है। मुर्गियां किसी बीमारी से मरने की अशंका जताई जा रही है। लोगों ने मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में स्थानीय पालाखेड़ निवासी संदीप चौधरी ने बताया कि वह तीन दिनों से मृत मुर्गियों को सैय्यद बाबा नदी में देख रहे हैं। जो रविवार को तेज बारिश में सारोठ जलाशय में पहुंच गई है। वहीं ग्राम भौरतलाई के ग्रामीणों का कहना है कि गुबरैल से चार किमी दूर उन्होंने भी 10 से 15 मृत मुर्गियों को नदी मेें देखा है।
क्षेत्र में 6 पोल्ट्री फार्म
स्थानीय शिकायत कर्ता उपसरपंच राजेश कोल्डे, नंदकिशोर साहू एवं सतीश कोल्डे ने बताया कि ग्राम पालाखेड़ में 4 पोल्ट्री फार्म हैं। वहीं गुबरैल में 2 पोल्ट्री फार्म हैं। पेयजल को दूषित करने मृत मुर्गियों को कौन फेंक रहा है, जांच होनी चाहिए।
इनका कहना है
॥गुबरैल के सरपंच एवं ग्रामीणों द्वारा मृत मुर्गियों को बड़ी संख्या में नदी में फेंकने की शिकायत की गई है। जिसकी जांच की जा रही है। पालाखेड़ व गुबरैल में चल रहे पोल्ट्री फार्म के साथ ही अन्य बिन्दुओं पर भी जांच होगी।
-कविता पटले,
चौकी प्रभारी सांवरी
॥तीन चार दिनों से सैय्यत बाबा नदी गुबरैल में कोई मृत मुर्गियां फेंक रहा है। सोमवार को भी 85 से 100 मृत मुर्गियां देखी गई। वहीं अधिकांश मुर्गियां सरोठ जलाशय तक पहुंच गई हैं। जिसकी लिखित शिकायत आज सांवरी चौकी में की गई है।
-कमलेश विश्वकर्मा,
सरपंच गुबरैल
॥सारोठ जलाशय में एक बड़े क्षेत्र से पानी एकत्र होता है। जिसमें बहुत सी गंदगी बहकर आती है। जलाशय में इनटेक वेल, वार्टीकल सर्वाइकल पंप, फिल्टर एवं वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी को शुद्ध किया जाता है। पानी  जितना शुद्ध होना चाहिए, उतना करने के बाद सप्लाई किया जाता है।  
-बसंत बैलवंशी, जलनिगम प्रबंधक

Created On :   13 Sept 2021 11:50 PM IST

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