दैनिक भास्कर के ‘सेल्फ डिफेंस वर्कशॉप’ में सीखे बचाव के टिप्स

Children learns defense tricks in dainik bhaskar self defense workshop
दैनिक भास्कर के ‘सेल्फ डिफेंस वर्कशॉप’ में सीखे बचाव के टिप्स
दैनिक भास्कर के ‘सेल्फ डिफेंस वर्कशॉप’ में सीखे बचाव के टिप्स

डिजिटल डेस्क, नागपुर। समाज में अपराध इतने बढ़ गए हैं कि छोटे-छोटे बच्चे भी इसकी चंगुल में आते रहते हैं। ऐसे में जरूरत है कि बच्चे भी सचेत रहें ताकि संकट में समय वे अपना बचाव कर सकें। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए दैनिक भास्कर सोसाइटी इवेंट के ‘सेल्फ डिफेंस वर्कशॉप’ में बच्चों को जागरूक किया गया और उन्हें बचाव के टिप्स बताए गए। इस दौरान बच्चों ने खूब सवाल पूछे और ट्रेनर्स ने उनके जबाव भी दिए। इवेंट शिव एलीट वर्धा रोड, शंकरपुर में आयोजित किया गया।

अपनी सुरक्षा खुद कर सकते हैं
ट्रेनर ने बताया कि आत्मरक्षा के गुर एक बार सीख लिया, तो वह जिंदगी भर काम आता है। जब स्कूल छात्र आत्मरक्षा में पारंगत होगें, तो उनमें विश्वास पैदा होगा और वह कुछ भी करने में सक्षम होंगे। वर्कशॉप में आत्मरक्षा के गुर के साथ-साथ सावधानियों और सुरक्षा के उपायों के बारे में बताया गया। ट्रेनर ने बताया कि कैसे महिलाएं और बच्चे अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकते हैं। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं, बच्चों को आत्मसुरक्षा का गुर सिखाना था।

ये चीजें रखे साथ में
नुजस्टर फिटनेस स्टूडियो के ट्रेनर इमानुएल फिलिप ने बताया कि सूनसान रास्ते, पॉर्किंग एरिया में अकेले न जाएं। पर्स में पेपर स्प्रे रखें। बटन दबाने पर निकलने वाला स्प्रे बदमाशी करने वाले पर फौरन डाल दें, इससे वह निष्क्रिय हो जाता है। कार्यक्रम में महिलाएं, यंगस्टर्स और बच्चों ने हिस्सा लिया। सभी ने कार्यक्रम की सराहना की।

उम्रभर जरूरत पड़ती है
ट्रेनर ने बताया कि  हर आत्मरक्षा के गुर सीखना समय की जरूरत है। जब बच्चा निर्भीक होगा, तो वह कहीं भी जाने से डरेगा नहीं। लड़कियां संकट के समय बदमाशों को करारा जवाब देने में सक्षम होंगी। आत्मरक्षा की तो हर जगह जरूरत होती है। घर से लेकर कामकाज के स्थानों तक। कार्यशाला में सिखाए गए तरीके बच्चे आसानी से समझ गए। खेल-खेल में बच्चों ने बहुत कुछ सीखा। उन्होंने कहा कि तरीकों को वे निरंतर अभ्यास करेंगे ताकि उसे समय आने पर  व्यवहार में ला सकें। मौजूद लोगों ने बताया कि कार्यक्रम काफी रोचक रहा। कुछ नया सीखने को मिला है। यदि कोई किडनैप करता है, तो इस स्थिति में कैसे निपटा जाए, यह जानकारी महत्वपूर्ण है।

बताई गई तकनीक
कार्यशाला में प्रशिक्षक ने छात्राओं को बचाव के तरीके, खुद का बचाव, स्कूल, घर के आसपास व बीच रास्ते होने वाली छेड़छाड़ पर पलटवार करना, हमला होने की स्थिति में खुद का बचाव करते हुए हमलावर को सबक सिखाने, तेजी से हमला करने व बचाव करने आदि के तरीके बखूबी बताए। लोगों ने भी सिखाए गए तरीकों को खुशी-खुशी सीखा।
(विजय गरगडे, सोसाइटी सेक्रेटरी)

Created On :   18 Jun 2018 10:08 AM GMT

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