घोटालेबाजों को क्लीन चिट और आरोप लगाने वालों पर अपराध दर्ज

Clean chit to the scamsters and crime registered against the accusers
घोटालेबाजों को क्लीन चिट और आरोप लगाने वालों पर अपराध दर्ज
विपक्ष का निशाना घोटालेबाजों को क्लीन चिट और आरोप लगाने वालों पर अपराध दर्ज

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शिव सेना (उद्धव पक्ष) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार घोटालेबाजों को क्लीन चिट दे रही आैर घोटालेबाजों पर आरोप लगाने वालों पर अपराध दर्ज कर रही है।  विधान भवन परिसर स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने 52 हजार करोड़ की पुरवणी मांगांे को मंजूरी दी है। इसे कैसे पूरा किया जाएगा, इसकी पूर्तता कैसे होगी, यह सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। शीत सत्र मंत्रियों के घोटालों से गूंजा है। सरकार को संबंधित मंत्रियों के इस्तीफे लेने चाहिए। पर, भ्रष्ट मंत्रियों से सरकार इस्तीफे लेगी, ऐसा लगता नहीं है। शीत सत्र से विदर्भ को कुछ नहीं मिला। यहां से उद्योग अन्य राज्य में गए। विदर्भ के लिए अभी तक कोई योजना नहीं। विदर्भवासियों की भावना का सम्मान रखना चाहिए। विदर्भ को क्या देंगे, यह सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। ‌उन्होंने शिंदे गुट पर प्रहार करते हुए कहा कि शिंदे गुट के लोग कल मुंबई मनपा में शिव सेना कार्यालय पर कब्जा करने गए थे। आज मुख्यमंत्री रेशिमबाग स्थित आरएसएस कार्यालय गए। किसी का बाप चोरी करना, कार्यालय चोरी करना, पार्टी चोरी करना इनकी आदत है। आरएसएस कार्यालय पर कब्जा करने तो नहीं गए थे, इसकी जांच आरएसएस को करनी चाहिए। सरकार महंगाई, बेरोजगारी व विदर्भ के किसानों पर बात नहीं कर रही। इस दौरान शिव सेना नेता अंबादास दानवे, सांसद संजय राऊत, विधायक आदित्य ठाकरे, सचिन अहिर आदि उपस्थित थे। 
यह मुंबई को तोड़ने की साजिश : मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश करने की कर्नाटक के मंत्री की मांग पर कड़ा ऐतराज जताते हुए ठाकरे ने कहा कि यह मुंबई को तोड़ने की साजिश है। उन्होंने चेताया कि मुंबई अगर भाजपा के हाथ में गई तो भाजपा मुंबई के साथ धोखा करेगी। राज्य सरकार को सीमा विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करनी चाहिए। उन्होंने महापुरुषों का अपमान करने वालों के इस्तीफे की मांग की। साथ ही केंद्र को राज्यपाल को वापस बुलाना चाहिए।

शीत सत्र एक सप्ताह बढ़ाएं : मिटकरी

राकांपा विधायक अमोल मिटकर ने गुरुवार को विधान भवन परिसर में दावा किया कि शीत सत्र से विदर्भ के किसानों को कुछ नहीं मिला। उन्होंने शीत सत्र एक सप्ताह बढ़ाने की मांग की। उन्होंने दावा किया कि मोर्शी का संतरा उद्योग नांदेड़ चला गया है। संतरा उत्पादक व कपास उत्पादक किसान बेहाल हैं। किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं। अधिकांश किसान हिंदू हैं। हिंदुत्व की दुहाई देने वाली सरकार के राज में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। विदर्भ में चीनी कारखाने नहीं हैं। विदर्भ में एक भी दूध संघ नहीं है। कपास यहां होता है, लेकिन टेक्साइल व सूतगिरणी विदर्भ में नहीं है। यहां टेक्सटाइल हब होने वाला था, लेकिन हुआ नहीं।

Created On :   30 Dec 2022 8:18 PM IST

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