मनपा अस्पताल में सफाईकर्मी ने पिया जहर, दो महीने का नहीं मिला वेतन

Cleaner drank poison in NMC hospital, not received salary of 2 Months
मनपा अस्पताल में सफाईकर्मी ने पिया जहर, दो महीने का नहीं मिला वेतन
मनपा अस्पताल में सफाईकर्मी ने पिया जहर, दो महीने का नहीं मिला वेतन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सफाईकर्मी का शव मनपा के अस्पताल में पाया गया। बरामद पर्ची में अधीक्षक समेत पांच लोगों के नाम लिखे हुए है। घटित प्रकरण को लेकर उसकी पत्नी ने गंभीर आरोप लगाए है। इस बीच पांचपावली थाने में आकस्मिक मृत्यु के तौर पर प्रकरण दर्ज किया गया है। अंगुलीमाल नगर निवासी यशवंत खांडेकर (48) मनपा के स्वास्थ्य विभाग में बतौर सफाई कर्मी कार्यरत था। उसकी ड्यूटी मनपा के ही बालाभाऊपेठ स्थित अस्पताल में थी। गत दो महीने से बीमार होने के कारण यशवंत अवकाश पर था। यशवंत की पत्नी ज्योति ने बताया कि बीमार होने के बाद बीच-बीच में यशवंत ड्यूटी पर जाते रहा है, लेकिन उसे दोबारा ड्यूटी पर लेने से मना किया गया था। हालांकि दो बार मेडिकल सर्टिफिकेट भी दिए गए थे। बावजूद उसे काम से भगा दिया जाता रहा है। इससे यशवंत को दो महीने का वेतन भी नहीं मिला है। इससे परिवार आर्थिक तंगी से ग्रस्त था। खाने के लाले पड़ने लगे थे। 

ज्योति ने बताया कि वह खुद भी अधीक्षक जयश्री थोटे से मिली है। उसकी एक न सुनी गई। आखिकार ड्यूटी पर नहीं लेने के तनाव में आकर यशवंत ने जहर का सेवन किया। जिससे उसकी मौत हो गई। गुरुवार की सुबह मनपा के हत्तीरोग विभाग में यशवंत का शव पाया गया है। यशवंत की जेब से पुलिस को एक पर्ची मिली है। जिसमें चपरसी किशोर उके, जमादार राकेश गोरे, मिलींद कोमलकर और स्वास्थ्य अधीक्षक जयश्री थोटे का नाम लिखा हुआ है। ज्योति ने बताया कि उसके पति की मौत के लिए पर्ची में लिखे लोग जिम्मेदार है। इससे प्रकरण की गंभीरता बढ़ गई है। फिलहाल प्रकरण को आकस्मिक मृत्यु के तौर पर दर्ज किया गया है। सहायक उपनिरीक्षक सुभाष सिंह ने प्रकरण दर्ज किया है।

पांच दिन पहले हुई बेटे की शादी 

घटित प्रकरण के पांच दिन पहले ही यशवंत के बेटे शुभम की शादी हुई है। जिससे परिवार में खुशी का माहौल था, लेकिन यशवंत की मौत से खुशी मातम में बदल गई। उसे ईशु नामक बेटा और पूजा नामक बेटी भी है।
 

Created On :   3 Jan 2020 8:55 PM IST

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