विपक्ष को सीएम उद्धव की चुनौती- गिरा कर दिखाएं मेरी सरकार

CM Uddhavs challenge to the opposition- show my government dropping
विपक्ष को सीएम उद्धव की चुनौती- गिरा कर दिखाएं मेरी सरकार
विपक्ष को सीएम उद्धव की चुनौती- गिरा कर दिखाएं मेरी सरकार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विपक्षी दल भाजपा को प्रदेश की महाविकास आघाड़ी की सरकार को गिराने की चुनौती दी है। गुरुवार को शिवसेना के मुखपत्र सामना के कार्यकारी संपादक सांसद संजय राऊत को दिए इंटरव्यू का प्रोमो जारी हुआ। मुख्यमंत्री का इंटरव्यू शनिवार और रविवार को प्रसारित-प्रकाशित होगा। मुख्यमंत्री ने चुनौती देते हुए कहा कि मेरा इंटरव्यू चल रहा है, अभी सरकार गिराकर दिखाइए। राज्य में तीन पहिए की सरकार के सवाल पर उद्धव ने पलटकर पूछा कि आखिर केंद्र की सरकार में कितने पहिए हैं? उद्धव ने कहा कि मैं 60 साल की आयु में मुख्यमंत्री बना हूं। लेकिन मैंने मुख्यमंत्री बनने की जिद नहीं की थी। मेरी 60 वर्ष की आयु और मेरा मुख्यमंत्री बनना एक संयोग है। भारत-चीन सीमा विवाद पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अभी चीन नहीं चाहिए लेकिन बाद में फिर से हिंदी-चीनी भाई-भाई नहीं होंगे क्या? 

विपक्ष पर निर्भर नहीं राज्य का भविष्य

पूरे महाराष्ट्र में शिवसेना का प्रसार करने और पार्टी को आत्मनिर्भर बनाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आज भी अपना हस्ताक्षर करते समय आपका नम्र लिखता हूं। मुख्यमंत्री से पूछा गया कि आप नागपुर मनपा आयुक्त तुकाराम मुंढे के साथ खड़े हैं या फिर हाथ धोकर उनके पीछे पड़े हुए मनपा में सत्ताधारी लोगों के समर्थन में हैं? इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की सरकार का भविष्य विपक्ष पर निर्भर नहीं है। उन्होंने कहा कि मशीनरी चलाने के लिए हिम्मत चाहिए। 

कोरोना मृत्युदर शून्य करें टास्कफोर्स

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने टास्क फोर्स के डॉक्टरों से कहा है कि कोरोना का मृत्यु दर शून्य पर लाना प्रदेश सरकार का लक्ष्य है,इसलिए किसी भी परिस्थिति में गाफिल न रहते हुए बड़े पैमाने पर कोरोना की जांच कर मृत्यु दर शून्य करने का प्रयास करें। शुक्रवार को कोरोना नियंत्रण के लिए बनाए गए राज्य के विभिन्न जिलों के टास्क फोर्स के डॉक्टरों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुंबई के टास्क फोर्स के डॉक्टरों से संवाद साधा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि टास्क फोर्स का लक्ष्य केवल मृत्यु दर में कमी नहीं बल्कि इसे शून्य पर लाने का होना चाहिए। इसके लिए उपचार में सभी जिलों में एक समानता होना जरूरी है। कोरोना के मरीजों का सभी जिलों में सही तरीके से उपाचर होना चाहिए। इससे मृत्यु दर तेजी से कम हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में सुविधा बढ़ाने के निर्देश दिए। कहा कि धारावी और वरली मे कोरोना का प्रसार हुआ था तब दवाई भी नहीं थी फिर भी दोनों इलाकों में महामारी पर काबू पाया गया। बैठक में टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ संजय ओक ने कहा कि चिकित्सा उपचार के लिए दिए गए दिशानिर्देशों का पालन किया जाए। जरूरत नहीं होने पर अनावश्यक दवाइ मरीजों को न दी जाए। 
 

Created On :   24 July 2020 3:40 PM GMT

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