कोयला खदानों के लिए जमीन अधिग्रहण पर नहीं मिलेगी नौकरी, मिलेगा बढ़ा हुआ मुआवजा

Coal quarries owners will not get jobs on land acquisition
कोयला खदानों के लिए जमीन अधिग्रहण पर नहीं मिलेगी नौकरी, मिलेगा बढ़ा हुआ मुआवजा
कोयला खदानों के लिए जमीन अधिग्रहण पर नहीं मिलेगी नौकरी, मिलेगा बढ़ा हुआ मुआवजा

भास्कर न्यूज, छिन्दवाड़ा/परासिया। कोयला खदान खोलने कोल इंडिया द्वारा अधिग्रहीत की गई जमीन पर अब संबंधित भू स्वामी परिवार को नौकरी नहीं मिलेगी। अब किसान को इसके बदले बढ़ी हुई मुआवजा राशि दी जाएगी। कोल इंडिया स्तर पर इस आशय का निर्णय होने से जमीन के बदले कोयला खदानों में मिलने वाली नौकरी का रास्ता बंद हो गया है।

जमीन के बदले नौकरी दिए जाने का प्रावधान कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण जारी है। हालांकि इस दौरान इसमें कई छोटे-छोटे बदलाव हुए हैं। पहले तीन एकड़ से अधिक जमीन अधिग्रहण पर भू स्वामी के परिवार में एक सदस्य को नौकरी के साथ निर्धारित मुआवजा राशि मिलती रही है। उसके बाद दो एकड़ जमीन वालों को भी मुआवजा के साथ नौकरी दी गई। कोल इंडिया स्तर पर हुए निर्णय का प्रभाव नई खुलने वाली भूमिगत और ओपन कास्ट कोयला खदान पर लागू होगा।

पेंच-कान्हा में प्रस्तावित खदानें
छिंदवाड़ा जिले में स्थित वेस्टर्न कोल फील्डस लिमिटेड- वेकोलि के पेंच और कान्हा क्षेत्र में भूमिगत कोयला खदानें शारदा परियोजना, धनकसा, टेड़ी इमली, धाऊ, ओपन कास्ट माइंस बड़कुही-4 और मगरई प्रस्तावित हैं। इसके अलावा कई कोल ब्लाक हैं, जिन्हें नीजी कम्पनियों को सौंपा जा सकता है। नई खदान के तहत बड़कुही फ्रेस -4 शुरू करने कवायत शुरू हो गई है। जिसके लिए इकलहरा, भाजीपानी और बड़कुही के किसानों को बुलाकर पेंच महाप्रबंधक, योजना अधिकारी ने खदान खोलने की प्रक्रिया संबंधित जानकारी से अवगत कराया है।

जमुनिया पठार के भू-स्वामियों पर नहीं पड़ेगा प्रभाव
कोल इंडिया के नए निर्देश का पेंचक्षेत्र की भूमिगत कोयला खदान जमुनिया पठार के भू-स्वामियों पर प्रभाव नहीं पड़ेगा। यहां 337 किसानों की जमीनें अधिग्रहित की गई, जिसमें से 227 हितग्राहियों को मुआवजा के साथ परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी देने का प्रावधान किया गया। विगत दो साल से जमुनिया पठार में सुरंग खुदाई कार्य जारी है। अबतक यहां 132 भू स्वामियों को नौकरी मिल गई है। कुछ भू स्वामियों का मामला न्यायालय में लंबित है, वहीं अन्य शेष को नौकरी देेने की प्रक्रिया जारी है।

इनका कहना है
पेंचक्षेत्र के उपक्षेत्रीय प्रबंधक हंसराज बावरिया कहते हैं कि कम्पनी की पालिशी बदलती रहती है। जमीन अधिग्रहण के समय ही नौकरी देने के संबंध में कम्पनी से मिलने वाले निर्देशों का पालन होगा।

 

Created On :   2 Jun 2018 5:31 PM IST

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