क्लेम न देना पड़े, इसलिए कंपनी कह रही कि 15-20 वर्ष पहले से ही मरीज को बीमारी थी

Company does not have to pay the claim
क्लेम न देना पड़े, इसलिए कंपनी कह रही कि 15-20 वर्ष पहले से ही मरीज को बीमारी थी
नागपुर क्लेम न देना पड़े, इसलिए कंपनी कह रही कि 15-20 वर्ष पहले से ही मरीज को बीमारी थी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इंश्योरेंस कंपनियों के हर दिन नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। क्लेम रिजेक्ट करने के लिए कंपनियों द्वारा तरह-तरह के बहाने बनाकर बीमाधारकों को परेशान किया जा रहा है। कई मामलो में कंपनी यह कहकर क्लेम केस रिजेक्ट कर रही है कि मरीज को पहले से ही बीमारी थी, जो बीमाधारक ने छुपाई थी। यह केवल एक मामला नहीं है, बल्कि ऐसे बहुत सारे मामले हैं। इसमें बीमाधारकों से अपनी सहायता के लिए पॉलिसी तो ले ली, लेकिन प्रीमियम भरने के बाद भी उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है। श्याम तायर्डे ने बताया कि उन्होंने 9 नवंबर 2017 से बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस से मेडिक्लेम पॉलिसी थी। दो वर्ष पहले जब पॉलिसी रिन्यू कराने की बारी आई, तो कंपनी ने कहा कि हमारी कंपनी आदित्य बिरला हेल्थ इंश्योरेंस के साथ मर्ज हो गई है। फिर मैंने आदित्य बिरला हेल्थ इंश्योरेंस से पॉलिसी रिन्यू की। हर वर्ष 16099 रुपए प्रीमियम भरता हूं। मैंने ग्रुप एक्टिव पॉलिसी ली है, जिसमें मेरी पत्नी, मैं और बेटा शामिल है। पॉलिसी नंबर जीएचआई-एचबी -21-2010440-वी2 है। 18 अप्रैल 2022 को मेरी पत्नी हर्षा तायर्डे की तबीयत अचानक खराब हो गई। उसे एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया। डॉक्टर्स ने चेकअप किया। ईसीजी किया तो पता चला कि पत्नी के हार्ट के वॉल में प्रॉब्लम है। उसे हॉस्पिटल में एडमिट किया गया। 22 अप्रैल तक पत्नी हॉस्पिटल में एडमिट थी। ऑपरेशन के लिए डॉक्टर ने बाद की तारीख बताई है। चार दिन का बिल 54000 रुपए बना है। मैंने क्लेम के लिए कंपनी को अप्रोच किया। कंपनी ने यह कहकर क्लेम रिजेक्ट कर दिया कि आपकी पत्नी हर्षा को पिछले 15-20 वर्ष से वॉल की प्रॉब्लम है, जबकि प्रीमियम लेते समय ही कंपनी की टीम ने आकर हमारे पूरे परिवार का चेकअप किया था, जिसमें ऐसा कुछ भी नहीं था। पिछले वर्ष भी चेकअप कराया था, जिसमें नो डिसीस लिखा है। जब कंपनी को क्लेम देने की बारी आती है, तो नए-नए बहाने ढूंढने लगते हैं। अभी तो पत्नी के हार्ट का वॉल चेंज  कराना है। डॉक्टर ने खर्च लगभग 6-7 लाख रुपए बताया है। जब कंपनी 54000 रुपए का क्लेम देने में आनाकानी कर रही है, तो बड़े क्लेम की तो उम्मीद ही नहीं कर सकते हैं। 

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Created On :   12 Jun 2022 4:54 PM IST

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