डेढ़ करोड़ की कंपनी को 20 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट, एमओयू में अमेरिका की है कंपनी, चौंकाने वाली बात - औरंगाबाद जिले से है पंजीकृत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। खबर चौंकाने वाली है दावोस में "वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम' के मंच पर अमेरिका की जिस कंपनी से सामंजस्य करार हुआ है। वो महाराष्ट्र के जिले जिले से पंजीकृत है। दरअसल चंद्रपुर जिले के भद्रावती में 20 हजार करोड़ के कोयला आधारित कोल गैसिफिकेशन प्रकल्प का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में दावोस में वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम के मंच पर 17 जनवरी की दोपहर न्यू एरा क्लिनटेक सोल्युशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ सामंजस्य करार हुआ था। एमओयू के अनुसार यह कंपनी अमेरिका की है, जबकि वास्तव में यह महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले से पंजीकृत है। चौंकाने वाली बात यह है कि, पिछले वर्ष ही यह कंपनी बनी है। कंपनी की शेयर पूंजी मात्र डेढ़ करोड़ रुपए हैं, ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि कंपनी इतनी बड़ी राशि का इंतजाम कैसे करेगी। कंपनी अनुभव और आर्थिक क्षमता के मामले में भी सक्षम नहीं है। ऐसे में इस प्रकल्प को साकार करना हवाई कल्पना ही मानी जा रही है। इस बीच महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर सवाल उठाया है कि, महाराष्ट्र की कंपनी को महाराष्ट्र में ही निवेश करने के लिए दाओस में जाने की क्या जरूरत आन पड़ी।
एक हजार एकड़ में 5 से 10 वर्ष में 2 चरणों में स्थापित होनेवाले इस प्रोजेक्ट के एमओयू के दौरान कंपनी के एमडी बालासाहेब दराडे, डायरेक्टर गोपी लतपते, डायरेक्टर अजय अग्रवाल उपस्थित थे। दावा किया जा रहा है कि, इन तीनों कंपनियों के साथ भागीदारी में कुछ अन्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के साथ न्यू ईरा क्लिनटेक सोल्युशन के तहत 2.5 बिलियन डॉलर के निवेश पर महाराष्ट्र के चंद्रपुर में 5 मिलियन मीट्रिक टन प्रतिवर्ष (एमएमटीपीए) कोयला गैसीकरण परियोजना स्थापित कर रहे हैं।
जब कंपनी को लेकर अधिक जानकारी निकालने वेबसाइट खंगाली गई को पता चला कि, न्यू एरा क्लिनटेक सोल्युशन प्राइवेट लिमिटेड 02 जून 2022 को निगमित एक है। इसकी अधिकृत शेयर पूंजी 3.00 करोड़ रुपए है और कुल प्रदत्त पूंजी (पेड-अप कैपिटल) 1.50 करोड़ रुपए है। न्यू एरा क्लिनटेक सोल्युशन प्राइवेट लिमिटेड की कॉर्पोरेट पहचान संख्या (सीआईएन) यू14200एमएच2022पीटीसी383995 है। कंपनी का कार्यालय पहली मंजिल, सेंटर 1 बिल्डिंग वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कॉम्प्लेक्स, कफ परेड, मुंबई में है। कंपनी में 3 निदेशक हैं। वर्तमान में बोर्ड में सबसे लंबे समय तक कार्यरत निदेशक बालासाहेब शंकरराव दराडे हैं। जिन्हें 02 जून, 2022 को एमडी नियुक्त किया गया था। 9 जुलाई से 2022 गोपीनाथ लतपते डायरेक्टर हैं। हाल ही में निहित अग्रवाल निदेशक नियुक्त किए गए हैं, जिन्हें 09 सितंबर, 2022 को नियुक्त किया गया। कुल मिलाकर कंपनी अपने निदेशकों के माध्यम से 17 अन्य कंपनियों से जुड़ी हुई है। यह कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत पंजीकृत एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पंजीकरण वाली व्यावसायिक इकाई है और उक्त सीआईएन नंबर के तहत पूर्व-निर्धारित वस्तुओं या गतिविधि अन्य खनन और उत्खनन के लिए पंजीकृत है। इसका पंजीकृत कार्यालय का पता जीटी नं. 64/1 नाथ, सीड गोलदान, सिटी इठखेड़ा, औरंगाबाद है। कंपनी का रजिस्ट्रार आरओसी - मुंबई है किंतु कोल गैसिफिकेशन प्रकल्प का कंपनी के पास अनुभव नहीं है।
सीएमओ महाराष्ट्र ने 17 जनवरी को फोटो के साथ ट्वीट करके बताया था कि भद्रावती में 20 हजार करोड़ के निवेश वाले कोयला गैसिफिकेशन प्रकल्प के निर्माण हेतु अमेरिका की न्यू एरा क्लिनटेक सोल्युशन कंपनी ने सामंजस्य करार किया है
क्या है परियोजना
कोयला गैसीकरण संयंत्र का लक्ष्य सिनगैस, हाइड्रोजन, मेथेनॉल और अमोनिया/यूरिया का उत्पादन करना है। कोयला गैसीकरण कोयले और पानी को सिनगैस में बदलने की एक तकनीकी प्रक्रिया है, जो कार्बन मोनोऑक्साइड, हाइड्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड का मिश्रण है। कोयला गैसीकरण न केवल इसके ऊर्जा आयात बिलों को कम करने में मदद कर सकता है बल्कि इसे एक हरित विकल्प भी माना जाता है।
डायरेक्टर अग्रवाल को लेकर संभ्रम
17 जनवरी की एमओयू सुची में न्यू एरा क्लिनटेक सोल्युशन प्राइवेट लिमिटेड के एमडी बालासाहेब दराडे, डायरेक्टर गोपी लतपते और अजय अग्रवाल को डायरेक्टर बताया गया है। वहीं निजी वेबसाइट टौफ्लेर के अनुसार न्यू एरा क्लिनटेक सोल्युशन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर दराडे, लतपते के अलावा निहित अग्रवाल को डायरेक्टर दर्शाया गया है। जिससे डायरेक्टर को लेकर संभ्रम निर्माण हो गया है। जबकि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शुभलक्ष्मी पॉलिस्टर लिमिटेड के एमडी अजय अग्रवाल ने उद्यमी दराडे व लतपते के साथ मिलकर कोयला गैसीकरण प्रकल्प के निर्माण में कदम रखा है।
Created On :   24 Jan 2023 11:35 AM IST