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नहीं मिला मुआवजा, कांग्रेस ने दिया धरना -जिम्मेदार अधिकारी नहीं होने पर भड़के कांग्रेसी

डिजिटल डेस्क सौंसर/छिंदवाड़ा। आवेदन-निवेदन व आंदोलन के बाद भी अतिवृष्टि व बाढ़ पीडि़त किसानों को मुआवजा नहीं मिलने पर कांग्रेस ने सोमवार को तहसील कार्यालय के सामने धरना दिया। धरना स्थल पर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी नहीं पहुंचने पर आक्रोशित कांग्रेसियों ने नागपुर सड़क पर धरना दिया। पुलिस प्रशासन ने सख्ती बरती तो नेता व कार्यकर्ता धरना स्थल पर लौट आए। 10 नवंबर को उग्र आंदोलन की घोषणा कर धरना खत्म किया गया।
तहसील कार्यालय के सामने दोपहर 12 बजे शुरु हुए एक दिवसीय धरने में कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा कि बार-बार आवेदन, निवेदन के बाद 6 अक्टूबर को निकली किसान आक्रोश रैली में एसडीएम ने दो दिन में मुआवजा देने की घोषणा की थी, अब तक किसानों के बैंक खाते में राशि नहीं आई है। आज धरना आंदोलन होने पर सभी जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी तहसील कार्यालय से नदारद है। इस अवसर पर अपने संबोधन में विधायक विजय चौरे ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी अतिवृष्टि व बाढ़ पीडि़त किसानों के दर्द का मजाक उड़ा रहे हैं। भाजपा सरकार में किसानों का शोषण हो रहा है। उन्होंने पूर्व भाजपा विधायक पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वे किसानों का हमदर्द होना बताकर सीसीआई की खरीदी शुरू करने का श्रेय लेय ले रहे हैं, मेरा कहना है कि मुख्यमंत्री से बोलकर अब मक्का की खरीदी शुरु करा दो और किसानों को मुआवजा दिला दो। कांग्रेस श्रेय लेने की राजनीति नहीं करती है। इस दौरान कांग्रेस नेता भागवत महाजन, पूनाराम बाविस्टाले, लक्ष्मण चाके, अनिल ठाकरे, अतुल जुननकर, अशोक चौधरी, युवराज जिचकार ने विचार रखे। संजय ठाकरे, संदीप भकने, देवेंद्र केदार, वि_ल गायकवाड़, राजेंद्र यमदे व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
एक घंटा बंद रहा मार्ग
दोपहर 1.40 बजे कांग्रेसियों ने आधे सड़क पर धरना देने से आवागमन प्रभावित हुआ। इस दौरान पुलिस ने सड़क के दूसरी ओर से वन-वे टै्रफिक शुरु कर दिया था। 2.51 बजे कांग्रेसी फिर धरना स्थल पर लौट आए। इस दौरान कांग्रेसियों ने प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
स्थानीय अधिकारियों से बात नहीं करेंगे
धरना स्थल पर कांग्रेस नेताओं ने इस बात पर गंभीर रूप से आपत्ति जताई कि कांग्रेस के धरना आंदोलन होने की जानकारी पर भी तहसील मुख्यालय पर एक भी जिम्मेदारी अधिकार उपस्थित नहीं है। मुआवजा की मांग को लेकर अब स्थानीय लापरवाह प्रशासनिक अधिकारियों से कोई बात नहीं करेंगे। आगामी आंदोलन में जिला कलेक्टर से ही बात होगी।
नहीं दी गिरफ्तारी
धरने के दौरान कार्यकर्ताओं ने सड़क पर धरना देने से एक ओर का आवागमन प्रभावित हुआ। इस दौरान डीएसपी एसपी सिंह ने आंदोनलकारियों से सड़क खाली करने या गिरफ्तारी देने की बात कहीं तो आंदोलनकारी सड़क से उठ कर धरनास्थल पर लौट आय। पुलिस अधिकारी की माने तो किसी भी नेता ने गिरफ्तारी नहीं दी, इधर ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष श्री बाविस्टाले का कहना है कि 250 कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी।
Created On :   3 Nov 2020 6:49 PM IST