इंदिरा गांधी कोविड अस्पताल का हाल, अस्पताल में उपकरण तो दूर, टेलीफोन तक नहीं है

Condition of Indira Gandhi Covid Hospital, equipment and telephone is not there
इंदिरा गांधी कोविड अस्पताल का हाल, अस्पताल में उपकरण तो दूर, टेलीफोन तक नहीं है
इंदिरा गांधी कोविड अस्पताल का हाल, अस्पताल में उपकरण तो दूर, टेलीफोन तक नहीं है

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना को लेकर जनप्रतिनिधियों से लेकर अफसर तक बातें बड़ी-बड़ी करते हैं, पर हकीकत में सुविधाएं नदारद हैं। इसका खुलासा शनिवार को मनपा के जिम्मेदारों ने किया। मनपा ने गांधीनगर स्थित इंदिरा गांधी अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया है। इस अस्पताल में उपकरण की कौन कहे, एमडी मेडिसिन डॉक्टर तक नहीं हैं। इसके बावजूद यहां कोविड के मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। यहां एक अदद टेलीफोन तक नहीं है। जब किसी को बात करनी होती है तो वह सीधे विभाग के मुखिया (एचओडी) के मोबाइल पर संपर्क करता है। ऐसे में आम मरीजों के परिजनों को कितनी परेशानी झेलनी पड़ती होगी, सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। सरकारी अस्पताल होने के बावजूद फायर की एनओसी नहीं ली गई है। 
वातानुकूलित कमरों में बातें बड़ी-बड़ी धरातल पर काम कुछ नहीं

उपराजधानी में कोविड से निपटने को लेकर लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। पालकमंत्री से लेकर मनपा आयुक्त, महापौर हर कोई व्यवस्थाएं दुरुस्त करने को लेकर बात कर रहा है। पर धरातल पर दिखाई कुछ नहीं दे रहा। शनिवार को मनपा स्थायी समिति सभापति पिंटू झलके ने इंदिरा गांधी अस्पताल का अचानक दौरा किया। इस दौरान अनेक खामियां और लापरवाही उजागर हुईं। सभापति पिंटू झलके ने बताया कि अस्पताल में 8 कोविड मरीज भर्ती हैं, लेकिन एमडी मेडिसिन डॉक्टर ही नहीं है। इसकी सख्त जरूरत है। एमडी गायनेकोलाॅजिस्ट डॉक्टर के भरोसे कोविड अस्पताल का संचालन हो रहा है।  उन्होंने तुरंत नियुक्ति का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। अन्य व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं हैं। झलके ने विभाग को तुरंत अग्निशमन विभाग की एनओसी लेने और टेलीफोन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इस दौरान स्वास्थ्य समिति के उपसभापति नागेश सहारे, उपनेता वर्षा ठाकरे, नगरसेविका डॉ. परिणीता फुके और अस्पताल के इंचार्ज डॉ. किंमतकर उपस्थित थे। 

दावे अधूरे... मनपा आयुक्त मुंढे से लेकर महापौर, पालकमंत्री...सबके दावों की पोल खुल रही है। आम जनता की परेशानियों को लेकर कोई खुलकर सामने नहीं आया है। मनपा में तो एक-दूसरे के खिलाफ तलवार खींचने के अलावा कुछ बच नहीं गया है। उधर, जानकारों की मानें तो मनपा आयुक्त ने 5 अस्पतालों को अत्याधुनिक बनाने का दावा किया था। इसी तरह, कलमेश्वर मार्ग पर 5 हजार क्षमता वाला कोविड सेंटर तैयार करने की भी बात कही गई थी। अब जरूरत पड़ी तो असली तस्वीर सामने आ रही है।

Created On :   23 Aug 2020 4:26 PM IST

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