कांग्रेस-राकांपा में सीटों के बंटवारे पर नागपुर में खुल सकता है पेंच

Congress-NCP held a Meeting in Nagpur to settlement on seat Division
कांग्रेस-राकांपा में सीटों के बंटवारे पर नागपुर में खुल सकता है पेंच
कांग्रेस-राकांपा में सीटों के बंटवारे पर नागपुर में खुल सकता है पेंच

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लोकसभा चुनाव की तैयारी के साथ कांग्रेस व राकांपा महाआघाड़ी बनाने जा रही है। महाआघाड़ी को लेकर आरंभिक स्तर पर बैठकों का दौर शुरू हैं, लेकिन छोटे दलों को सीटें देने के मामले में निर्णय नहीं लिया जा सका है। छोटे मित्र दलों की मांग को देखते हुए कांग्रेस व राकांपा ने फिलहाल चर्चा रोक दी है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार महाआघाड़ी को लेकर नागपुर में ही निर्णायक चर्चा होगी। कांग्रेस की ओर से निकाली जा रही जनसंघर्ष यात्रा का अंतिम दौर चल रहा है। यात्रा का समापन नागपुर में होगा।

समापन के दिन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण, प्रदेश प्रभारी मलिकार्जुन खड़गे के अलावा कांग्रेस के केंद्र के कुछ नेता यहां रहेंगे। चुनाव रणनीति के साथ ही महाआघाड़ी के बारे में चर्चा को अंतिम रूप दिया जाएगा। कांग्रेस नेता के अनुसार, महाआघाड़ी के मामले में दो दिन पहले ही मुंबई में पार्टी नेताओं की बातचीत हुई है। भारिप बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश आंबेडकर 12 सीटों की मांग कर रहे हैं। स्वाभिमान शेतकरी संगठन के राजूू शेट्ठी भी 2 से अधिक सीटों के लिए दावा कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी, शेतकरी कामगार पक्ष, लोकतांत्रिक जनता दल के अलावा माकपा भी महाआघाड़ी में अपने हिसाब से शर्तें मनवाना चाहती है, जबकि कांग्रेस व राकांपा के नेताओं ने छोटे दलों को अधिक सीटें देने में असमर्थता जताई है। किसी भी स्थिति में इन दलों को 4 से अधिक सीटें नहीं देना चाहते हैं। उधर, आरपीआई गवई गुट के नेता राजेंद्र गवई भी 1 सीट के लिए दावा कर रहे हैं। कुछ ऐसे संगठन व नेता भी हैं, जो समयानुसार चुनावी रणनीति पर काम कर रहे हैं। 

भाजपा व शिवसेना के करीब रहने वाले ये संगठन व नेता भी कांग्रेस से कुछ सीटों पर गठबंधन की तैयारी में हैं। कांग्रेस नेता के अनुसार 3 राज्यों में जीत के बाद कांग्रेस का उत्साह पहले से अधिक बढ़ा है। छोटे दल के दबाव से दूर रहकर राकांपा के साथ चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी की जा रही है। उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र ही वह राज्य है, जहां लोकसभा की सबसे अधिक सीटें हैं। उत्तर प्रदेश में 80, तो महाराष्ट्र में 48 सीटें हैं। पिछले चुनाव में यहां काफी नुकसान हुआ था। कांग्रेस केवल 2 सीट जीत पाई थी। राकांपा भले ही 4 सीटों पर जीती थी। 13 जनवरी को नागपुर में कांग्रेस नेताओं की बैठक होगी। उस बैठक में पार्टी के कुछ मुख्यमंत्रियों को भी शामिल कराने का प्रयास चल रहा है। पार्टी के रणनीतिकार भी रहेंगे। लिहाजा महाआघाड़ी के बारे में निर्णायक चर्चा होगी।
 

Created On :   2 Jan 2019 11:20 AM GMT

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