- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- NCP के साथ मोर्चा निकाल कांग्रेस...
NCP के साथ मोर्चा निकाल कांग्रेस दुखी, पवार ने लूटा सारा क्रेडिट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। फडनवीस सरकार के खिलाफ विधानभवन पर कांग्रेस-राकांपा की तरफ से निकाले गए मोर्चे की सफलता के बाद भी कांग्रेस नेता दुखी हैं। क्योकि मोर्चे के मंच पर राकांपा प्रमुख शरद पवार के आने से सारा क्रेडिट उनके खाते में चला गया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ नितिन राऊत के मुताबिक विदर्भ कांग्रेस का गढ़ रहा है। पार्टी अकेले अपने दम पर बड़ा मोर्चा निकाल सकती थी। इस मोर्चे के माध्यम से कांग्रेस के बल पर राकांपा को मजबूत करने की कोशिश की गई।
मोर्च से पार्टी को लगा झटका
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का कहना है कि इस मोर्च से पार्टी को झटका लगा है। क्योंकि मीडिया ने सिर्फ पवार के भाषण को ही तवज्जो दी जबकि 90 फीसदी भीड़ कांग्रेस द्वारा जुटाई गई थी। पार्टी के स्थानीय नेता पहले से ही राकांपा के साथ मोर्चा निकालने का विरोध कर रहे थे क्योंकि विदर्भ में कांग्रेस की अपेक्षा राकांपा की ताकत हमेशा से कम रही है। मोर्चे को सफल बनाने के लिए कांग्रेस ने मुंबई से भी बड़ी सख्या में कार्यकर्ताओं को बुलाया था।
राकांपा के गेम में फंसे कांग्रेसी
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि दरअसल जब दोनों दलों के नेताओं के बीच विधानभवन पर संयुक्त मोर्चा निकालने की बात तय हुई थी, उस वक्त तक राकांपा अध्यक्ष पवार के मोर्चे में शामिल होने की चर्चा नहीं हुई थी। दोनों दलों का संयुक्त मोर्चा तय होने के बाद राकांपा की तरफ से कहा गया कि पवार साहब भी मोर्चे में आना चाहते हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता का ट्वीट
मंगलवार को निकाले गए मोर्चे के बाद प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने ट्विट कर कहा कि नागपुर में निकाले गए विपक्षी मोर्चे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भागीदारी अधिक रही। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री डॉ नितीन राऊत ने कहा कि किसानों के नाम पर निकाले गए मोर्चे में किसानों से ज्यादा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात की गई। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस की तरफ से 13 दिसंबर तो अकेले मोर्चा निकालने की बात तय हुई थी। पर अचानक राकांपा के साथ मिलकर मोर्चा निकालने का फैसला स्थानीय कार्यकर्ताओं को पहले से ही रास नहीं आया था।
Created On :   13 Dec 2017 7:31 PM IST