सेवा समाप्ति के विरोध में ठेका स्वास्थ्य सेविकाओं ने किया प्रदर्शन

Contract health workers demonstrated against termination of service
सेवा समाप्ति के विरोध में ठेका स्वास्थ्य सेविकाओं ने किया प्रदर्शन
वर्धा सेवा समाप्ति के विरोध में ठेका स्वास्थ्य सेविकाओं ने किया प्रदर्शन

डिजिटल डेस्क, वर्धा. राज्य में ठेका पद्धति से कार्यरत 597 स्वास्थ्य सेविकाओं की सेवा समाप्ति का परिपत्रक केंद्र सरकार की ओर से निकाला गया। इसमें वर्धा जिले की 22 स्वास्थ्य सेविकाएं भी शामिल हैं। केंद्र सरकार के इस निर्णय का विरोध करते हुए आयटक ने स्वास्थ्य सेविकाओं के साथ जिप के सामने आंदाेलन करते हुए जमकर नारे लगाए। इस दौरान उक्त परिपत्र रद्द करें अन्यथा मंत्रालय के सामने आत्मदहन करने की अनुमति देने की मांग की गई। यही नहीं केंद्रीय मंत्री डॉ. भारती पवार, राज्य के स्वास्थ मंत्री तानाजी सावंत को जिले के जिलाधिकारी और जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला स्वास्थ अधिकारी के माध्यम से निवेदन भेजा गया। इस दौरान संगीता रेवडे, भारती मून, प्रतीक्षा धाबर्डे, ज्योति भारती, कविता येडमे, शारदा आलेवार, सपना तलवेकर, जयश्री देवढे, मनीषा महाबुद्धे, सीमा हिवंज, ललिता वाघ, सरला पारिसे, हुसना बानो शेख, ममता वसु, मीनाक्षी नगराले, नंदा रोडे, सारिका किरडे, संगीता मांढरे, संगीता खडतकर, वैशाली येसनकर समेत अन्य स्वास्थ्य सेविका उपस्थित थीं।

जिले की ठेका स्वास्थ्य सेविकाओं ने सांसद के स्थानीय जनसंपर्क कार्यालय में जाकर सांसद रामदास तड़स से मुलाकात कर उक्त आदेश रद्द करने की मांग ज्ञापन के माध्यम से की है। इस समय आयटक के राज्य उपाध्यक्ष दिलीप उटाने, संगीता रेवडे, भारती मून, ज्योति भाराती, कविता येडमे, जयश्री देवडे आदि सैकडो ठेकेदारी स्वास्थ्य सेविका उपस्थित थे। इस समय सांसद तडस ने स्वास्थ्य सेविकाओं के समस्या को समझा व केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार के साथ टेलीफोन पर चर्चा की। चर्चा के अंत में डॉ. भारती पवार ने राज्य की 597 ठेका स्वास्थ्य सेविकाओं पर अन्याय नहीं होने देने का आश्वासन दिया।

Created On :   29 Oct 2022 8:09 PM IST

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