घर में ही इलाज से ठीक हो सकता था, नहीं दिया क्लेम- स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी पर जालसाजी का आरोप
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बीमा क्लेम का भुगतान न कर तरह-तरह के पैंतरे अपनाते हुए ग्राहकों को बीमा लाभ से वंचित करना स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी का शगल बन गया है। इस कंपनी के प्रतिनिधि अब बीमा क्लेम के बजाय ग्राहकों को चिकित्सकीय सलाह भी देने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। सुयोग नगर निवासी किशोर असावा को डेंगू हुआ। कोठारी हॉस्पिटल के संचालक डॉ. जगदीश कोठारी ने जांच के बाद उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी। भर्ती होने से पहले सीवीसी व सभी प्रकार की आवश्यक जांच की गई। जांच में किशोर के डेंगू से ग्रस्त होने का खुलासा हुआ। इलाज के लिए 22 नवंबर 2022 को वे वर्धा रोड स्थित कोठारी अस्पताल में भर्ती हुए। इलाज चला और 3 दिन बाद उनकी हालत में सुधार हुआ।
22 हजार का बिल : आपबीती में किशोर ने बताया कि वह पॉलिसी क्रमांक पी/201114/01/2023/005902 के धारक हैं। उन्हें बीमा कंपनी द्वारा कैशलेस कार्ड दिया गया था, लेकिन अस्पताल कंपनी से लिंक्ड् नहीं था, जिसकी वजह से कैशलेस इलाज की सुविधा नहीं मिली। अस्पताल में दवा सहित इलाज का बिल 22 हजार रुपए बताया गया। किशोर ने इस बिल का भुगतान किया।
क्लेम देने से पल्ला झाड़ा : बिल भुगतान के पश्चात बीमा कंपनी से क्लेम पाने के लिए किशोर ने इलाज संबंधी दस्तावेज सहित ऑनलाइन, ऑफलाइन आवेदन किए। आवेदन के तहत बीमा कंपनी द्वारा क्लेम क्र. 1120638 जारी कर भुगतान का आश्वासन दिया गया। बीमा क्लेम पाने के लिए किशोर लगातार बीमा कंपनी के प्रतिनिधियांें से संपर्क करता रहा। कुछ दिन बाद कंपनी द्वारा मेल भेजकर स्पष्ट किया गया कि बीमा क्लेम का भुगतान नहीं होगा। कारण बताया गया कि बीमित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता ही नहीं थी। वह घर पर ही इलाज से ठीक हो सकता था। पीड़ित किशोर ने आरोप लगाया है कि कंपनी द्वारा उनके साथ जालसाजी की गई। न्याय के लिए किशोर ने जिला विधक सेवा प्राधिकरण में शिकायत करने की मंशा जताई है।
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Created On :   17 April 2023 7:03 PM IST