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अग्रिम जमानत अर्जी पर कड़व के ड्राइवर के हस्ताक्षर से कोर्ट नाराज, गुड़िया शाहू को अंतरिम जमानत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। सत्र न्यायालय से शिवसेना के पूर्व शहर प्रमुख मंगेश कड़व को झटका लगा है। कोर्ट से अग्रिम जमानत नहीं मिलने की स्थिति देख शनिवार को कड़व ने अर्जी वापस ले ली। लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में एक गंभीर मामला सामने आया है। सरकारी पक्ष का आरोप है कि कड़व की अर्जी और वकालतनामे पर उसके फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। कड़व के नाम पर उसके ड्राइवर ने फर्जी हस्ताक्षर किए थे। जिला सरकारी वकील नितीन तेलगोटे ने शनिवार को कोर्ट के समक्ष यह मुद्दा रखा। इस पर कोर्ट ने सख्त नाराजगी जताई। पुलिस भी इस मामले में ड्राइवर का बयान दर्ज कर चुकी है। मामला अपने विरोध में जाते देख कड़व ने अग्रिम जमानत अर्जी वापस ले ली।
आरोप और भी हैं
कड़व के खिलाफ सबसे पहले शिवसेना के ही पूर्व पदाधिकारी अशोक धापोडकर ने शिकायत की थी। उनका आरोप है कि कड़व ने विधानसभा का टिकट दिलाने के नाम पर उनसे 25 लाख रुपए वसूले।
सक्करदरा पुलिस में दर्ज मामले में कड़व पर एक नगरसेविका के पति को प्रताड़ित करने का आरोप था, जिसके चलते उसने आत्महत्या का प्रयास भी किया।
राहत नहीं : इसी तरह मुंबई के एक होटल व्यवसायी ने भी कड़व के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की है। अब कोर्ट से भी राहत नहीं मिली। कड़व की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
गिरफ्त से अभी बाहर
उल्लेखनीय है कि कड़व पर शहर के अलग-अलग पुलिस थानों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। कड़व अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
फरार कड़व के वाहन चालक से पूछताछ
लोगों की संपत्ति हथियाने वाले मंगेश कड़व का वाहन चालक अपराध शाखा के हाथ लगा है। उससे पूछताछ की जा रही है। मंगेश कड़व अभी भी फरार है। उसका पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। मंगेश कडव के वाहन चालक का नाम आकाश वानखेेड़े है। आकाश, मंगेश के इशारे पर वाहन उठाकर लाने का काम करता था। मंगेश ने किन-किन लोगों को धमकाया और किन लोगों के वाहनों और संपत्ति पर कब्जा किया। इसमें और कौन लोग मंगेश के साथीदार थे आदि के बारे में आकाश से पूछताछ की जा रही है। उधर अभी भी मंगेश और उसके साथियों के खिलाफ पुलिस के पास शिकायतें पहुंचने का सिलसिला जारी है। अपर आयुक्त डॉ. नीलेश भरणे ने शिकायतों की पुष्टि करते हुए बताया कि, शिकायतों की जांच-पड़ताल की जा रही है। फिलहाल मंगेश के खिलाफ अंबाझरी, सक्करदरा और हुड़केश्वर थाने में ताजा मामले दर्ज हैं, जबकि इसके पहले भी उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज हैं। मंगेश व उसकी पत्नी तथा गिरोह के अन्य सदस्य पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद इसमें कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
गुड़िया शाहू को अंतरिम जमानत
उधर पवनपुत्र नगर, दिघोरी निवासी उषाबाई कांबले और उनकी नातिन राशि रविकांत कांबले हत्याकांड की आरोपी गुड़िया उर्फ गुड्डी शाहू को बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ ने अंतरिम जमानत दी है। गुड़िया ने जेल में बढ़ते कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए यह याचिका दायर की थी। उसे हुड़केश्वर पुलिस थाने में सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 10 से 11 के बीच हाजिरी लगाने की शर्त पर यह राहत दी गई है। इस मामले में सरकारी पक्ष को 17 जुलाई तक शपथपत्र दायर करना है। बता दें कि, पत्रकार रविकांत कांबले की मां उषा सेवकदास कांबले (54) आैर उनकी नातिन राशि (डेढ़ वर्ष) की 18 फरवरी को हत्या कर दी गई थी। तब से गुड़िया जेल में है। जेल में ही उसने एक बच्चे को जन्म दिया है।
गंटावार दंपति के लॉकर खाली
वहीं मनपा के अतिरिक्त स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रवीण गंटावार और उनकी पत्नी शीलू गंटावार के नाम पर दो लॉकर हैं। भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग द्वारा जांच पड़ताल करने पर लॉकर खाली पाए गए। वर्तमान में आय से अधिक संपत्ति मामले में गंटावार दंपति को जमानत िमली है। माना जा रहा है कि मामले की जांच जारी होने के बाद गंटावार दंपति को लॉकरों की भी जांच होने का अनुमान हो गया था। विभाग लॉकर तक पहुंचता इसके पहले ही दंपति ने लॉकरों को खाली कर दिया। इससे विभाग के हाथ कुछ भी नहीं लगा। गंटावार दंपति के कोलंबिया अस्पताल और रामदासपेठ स्थित फ्लैट को भी खंगाला गया। अस्पताल की जमीन करीब 7 करोड़ रुपए में खरीदी का सूत्रों ने दावा िकया है, जबकि वर्ष 2013 में हुई रजिस्ट्री में इसकी कीमत 90 लाख रुपए दर्शाई गई है। दंपति के खिलाफ विभाग को अन्य चार शिकायतें मिलने के बाद इस दिशा में भी जांच शुरू की गई है।
Created On :   5 July 2020 4:58 PM IST