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Crime : वाहन खरीददार के साथ धोखाधड़ी, बहन ने बहन के साथ किया धोखा, एएसआई के बेटे ने गटका जहर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। एक व्यक्ति ने फाइनेंस पर वाहन खरीदा और एक वर्ष बाद दूसरे व्यक्ति को बेच दिया। इस व्यक्ति ने एक अन्य व्यक्ति को वाहन बेच दिया, लेकिन इन दोनों आरोपियों ने वाहन अपने नाम पर ट्रांसफर नहीं कराया। जब वाहन फाइनेंस कराने वाले व्यक्ति को किस्त जमा करने के लिए फोन आने लगे, तब यह मामला उजागर हुआ। आरोपियों ने वाहन के फर्जी दस्तावेज तक बना डाले थे। आरोपियों ने पीड़ित व्यक्ति के साथ करीब 4.89 लाख रुपए की धोखाधड़ी की। आरोपियों का नाम इलेखान और अरुण मेश्राम है। पीड़ित प्रफुल राऊत की शिकायत पर एमआईडीसी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार माउली माता मंदिर के पास जयताला, नागपुर निवासी प्रफुल विजय राऊत (27) ने एमआईडीसी थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। प्रफुल वाहन चालक है। उसने वर्ष 2018 में 50 हजार रुपए डाउन पेमेंट कर सिविल लाइंस स्थित जायका मोटर्स से टाटा एस वाहन खरीदा था। शेष रकम सोनामंडल बैंक, अजनी से फाइनेंस की थी। प्रतिमाह किस्त 11 हजार 510 रुपए थी। प्रफुल्ल ने करीब एक साल वाहन चलाया था। मार्च 2019 में इलेखान हुसैन, निवासी टेका नाका को 60 हजार रुपए में प्रफुल ने इस शर्त पर वाहन बेचा कि, आगे की किस्त (करीब 4 लाख 88 हजार 478 रु.) वह जमा करेगा, लेकिन इलेखान ने ऐसा नहीं किया। बैंक से जून 2019 में प्रफुल को फोन आने लगे थे। स्टैंप पेपर पर आरोपियों ने प्रफुल के फर्जी हस्ताक्षर किए थे। वाहन के फर्जी दस्तावेज तक तैयार कर लिए थे। प्रफुल धोखाधड़ी होने पर इलेखान और अरुण के खिलाफ शिकायत की। पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज किया है। गौरतलब है कि, इलेखान ने वाहन अपने नाम पर ट्रांसफर नहीं किया था, बल्कि उसनेे प्रफुल को एक स्टैम्प पेपर वॉट्सएप किया, जिसमें लिखा गया था कि, वाहन इलेखान ने कलमना मार्केट निवासी अरुण मेश्राम को 1,20,000 रुपए में बेच दिया है। अरुण ने प्रफुल को 1,20,000 रुपए का चेक एचडीएफसी बैंक, शाखा नाका नं.-2 कामठी रोड का दिया है, जबकि आरोपी अरुण मेश्राम ने प्रफुल को ऐसा कोई चेक ही नहीं दिया था। स्टैंप पेपर पर यह भी लिखा कि, खरीददार दो वर्ष तक किस्त जमा नहीं करेगा।
दवा व्यापारी के घर से कार और नकदी सहित आभूषण चोरी
उधर दवा व्यापारी के घर से कार और नकदी व आभूषण चोरी होने का प्रकरण सोनेगांव थाने में दर्ज किया गया है। सीता नगर निवासी नितीन वसूले (46) की दवाइयों की दुकान है। दो मंजिला मकान में नितीन के परिवार के अलावा भाई का परिवार और माता-पिता अलग-अलग रहते हैं। नितीन का भाई गत दो माह से यवतमाल में है। उसके मकान में ताला लगा हुआ है। शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात किसी ने ताला तोड़कर घर में प्रवेश किया और अलमारी से 10 हजार रुपए नकद, चांदी के आभूषण और कार क्र.-एम.एच.-31-डी.वी.-1841 (कीमत 1.70 लाख) को चुरा लिया। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है।
छह माह से फरार गांजा तस्कर को पुलिस ने पकड़ा
वहीं पुलिस गश्तीदल को देखकर भाग रहे एक गांजा तस्कर को पीछा कर पुलिस ने दबोच लिया। आरोपी से 15 हजार रुपए का माल जब्त किया गया। तहसील थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। शुक्रवार को रात पौने नौ बजे मोमिनपुरा में गश्तीदल को देखकर आरोपी गांजा तस्कर शेख सलाम शेख कलाम (30) भागने लगा। आरोपी िकसी गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने का संदेह होने पर गश्तीदल ने उसका पीछा किया और उसे धरदबोचा। तलाशी में उसके कब्जे से प्लास्टिक की बोरी में रखा 1300 ग्राम सूखा गांजा और 2 हजार रुपए नकद, इस प्रकार कुल 15 हजार रुपए का माल जब्त किया। कार्रवाई के दौरान पता चला कि, सलाम के खिलाफ पांचपावली थाने में भी गांजा तस्करी का प्रकरण दर्ज है और इस मामले में वह छह माह से फरार है। ताजा मामले में तहसील पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जानकारी पांचपावली पुलिस को दी है। पांचपावली पुलिस भी सलाम को गिरफ्तार करने वाली है।
तस्करों के चंगुल से गौ-वंश को कराया मुक्त, आरोपी गिरफ्तार
तस्करों के चंगुल से बड़ी संख्या में गौ-वंश को मुक्त कराया गया है। शनिवार को यशोधरा नगर पुलिस ने छापामार कार्रवाई कर ट्रक चालक को गिरफ्तार किया। मुख्य सूत्रधार फरार है। शनिवार को सुबह सवा आठ बजे यशोधरा नगर थाने की टीम परिसर में गश्त पर थी, तभी कलमना रिंग रोड स्थित ईंट भट्ठी चौक से ट्रक क्र.-सी.जी-04-जे.बी.-9208 गुजरते हुए दिखाई दिया। ट्रक में ठूंस-ठूंस कर गौ-वंश को बांधकर रखा गया था। यह गौ वंश कत्लखाना ले जाने का संदेह होने पर पुलिस ने चालक को ट्रक रोकने का संकेत दिया, लेकिन पुलिस को देखते ही चालक दीपक मिश्रा (35) वाहन तेज रफ्तार से चलाकर पुलिस को चकमा देने का प्रयास करने लगा, लेकिन इससे पूर्व पुलिस ने दीपक को चारों और से घेर लिया और पीछाकर कुछ ही अंतराल पर उसे दबोच लिया। प्रकरण दर्ज कर गौ-वंश और ट्रक सहित 13 लाख 25 हजार रुपए का माल जब्त िकया गया।
बहन ने बहन के साथ किया धोखा
प्लॉट खरीदकर देने के नाम पर एक बहन ने ही अपनी बहन के साथ धोखाधड़ी की। पीड़ित जयताला, प्रज्ञा नगर निवासी रंजना मुले ने एमआईडीसी में मामला दर्ज कराया है। रंजना रिश्तेदारों के साथ रहती है। रंजना कुछ समय पहले नागपुर में अपनी बहन सविता राखड़े के यहां रहने के लिए आई है।। सविता ने रंजना को प्लाॅट खरीदकर देने का लालच दिया था। सविता ने रंजना को जो प्लॉट दिखाया उसकी कीमत 7.50 लाख रुपए थी। यह प्लॉट चंद्रकला नामक महिला का था। रंजना और पद्माकर नामक व्यक्ति ने जून 2012 में 3.50 लाख नकद देकर चंद्रकला से प्लॉट ले लिया। जून 2020 में शेष रकम अदा कर प्लॉट का अलग-अलग कब्जा लिया। वर्ष 2015 में मकान बनने के बाद रंजना ने अपना हिस्सा किराए पर दे दिया। जब इलेक्ट्रिक बिल सविता के नाम से आने लगा, तब रंजना ने रिश्तेदार की मदद से संबंधित कार्यालय में जाकर जानकारी निकाली तो होश उड़ गए। सविता ने खुद के नाम पर बिक्री पत्र तैयार कर मकान अपने नाम करा लिया था।
एएसआई के बेटे ने गटका जहर
सहायक पुलिस उपनिरीक्षक के बेटे ने जहर गटक लिया। उसकी मौत हो गई। घटना का कारण अज्ञात है। प्रकरण को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। कलमना थाने में आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया है। कलमना रेलवे क्वार्टर निवासी प्रशांत विनोद वांदे बेरोजगार था। उसके पिता पुलिस मुख्यालय में कार्यरत हैं। शुक्रवार की शाम को प्रशांत ने जहरीली दवा का सेवन िकया। परिजन उसे मेयो अस्पताल लेकर गए, लेकिन प्रशांत ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि की। घटना के पूर्व प्रशांत अपना दोपहिया वाहन लेकर घर से बाहर गया। वापस आया तब उसके पास वाहन नहीं था। मां ने वाहन के बारे में पूछा तो प्रशांत ने कोई जवाब नहीं दिया और अपने कमरे में चला गया। पिछले कुछ दिनों से प्रशांत तनाव में होने की बात कही जा रही है। जांच जारी है।
Created On :   6 Sept 2020 5:15 PM IST