वन विभाग की पूरी टीम को मगरमच्छ दिखा, अब पिंजरे में पकड़ने की तैयारी

Crocodiles were shown to the entire team of the Forest Department
वन विभाग की पूरी टीम को मगरमच्छ दिखा, अब पिंजरे में पकड़ने की तैयारी
रेस्क्यू वन विभाग की पूरी टीम को मगरमच्छ दिखा, अब पिंजरे में पकड़ने की तैयारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सोमवार की दोपहर में उस वक्त वन विभाग की आंखें खुली की खुली रह गईं, जब पूरी टीम ने नाले में लगभग 8 फीट का मगरमच्छ देख लिया। महाराजबाग जू के पीछे बहते नाले में सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान इसे देखा गया। ऐसे में जल्द से जल्द इसे पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की कवायदें शुरू हुईं, लेकिन पिंजरा बड़ा व जगह छोटी होने के कारण उमरेड व नारा से पिंजरे लाए गए हैं, जो रात तक पहुंचे। मंगलवार की दोपहर इसे लगाया जाएगा। वहीं मगरमच्छ को पकड़ने के लिए ‘दाने’ के तौर पर मुर्गियों का इस्तेमाल किया जाएगा।

फिर पानी में चला गया 

नाग नाले में गत दो महीने से मगरमच्छों को देखे जाने की चर्चा जारी है। वन विभाग ने भी इसे स्वीकार कर लिया है। अब वह भी लगातार इसे सर्च करने में लगा है। पहले पत्रकार सहनिवास के पीछे और फिर मोक्षधाम घाट के पास मगरमच्छ देखने की चर्चा जोर पकड़ने के बाद भी वन विभाग को इनका दीदार नहीं हो रहा था। महाराजबाग जू के पीछे एक 8 फीट तक के मगरमच्छ होने की खबर दैनिक भास्कर ने प्रकाशित की थी। उसके बाद से वन विभाग की टीम जू के पीछे सर्चिंग में लगी थी। सोमवार को दोपहर करीब 2 बजे टीम को मगरमच्छ दिखा। लगभग 7 से 8 फीट का यह मगरमच्छ पानी से बाहर आकर फिर पानी में चला गया। इसे टीम ने भी देखा।

पीसीसीएफ से अनुमति मांगी

अधिकारियों की मानें तो यह काफी बड़ा है और इंसानों के लिए घातक है। ऐसे में इसे पकड़ने के लिए पीसीसीएफ से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलने के बाद इसे पकड़ने के लिए पिंजरे लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई। नाले में जगह संकरी व पिंजरा बहुत बड़ा होने से इसे यहां लगाया नहीं जा सका। इसके बाद उमरेड व नारा से पिंजरा मंगाया गया, लेकिन वह रात तक वन विभाग के पास पहुंचा। वन विभाग रात को पिंजरा लगाने का रिस्क नहीं ले सकता था, इसलिए मंगलवार की दोपहर को पिंजरा लगाने का निर्णय लिया गया है। नाले में दिखाई देने वाले उपरोक्त मगरमच्छ के अलावा दो अन्य जगह पर भी छोटे साइज के मगरमच्छ दिखाई दे रहे हैं, लेकिन इन्हें पकड़ने के लिए वन विभाग अभी तैयार नहीं दिख रहा। विभाग की मानें तो पहले बड़े मगरमच्छ को पकड़ा जाएगा। इसके बाद छोटे मगरमच्छों की बारी आएगी।   

हां, पूरी टीम ने देखा 

डॉ. भरतसिंह हाडा, उपवनसंरक्षक (प्रादेशिक), वन विभाग के मुताबिक आज सर्च ऑपरेशन के दौरान नाले में बड़ा मगरमच्छ देखने मिला। पूरी टीम ने इसे देखा। यह मगरमच्छ का अधिवास नहीं है। ऐसे में इसे पकड़ ऐसी जगह छोड़ा जाएगा, जहां मगरमच्छ रह सकते हैं और इंसान के लिए भी कोई खतरा नहीं रहे।  

 

Created On :   21 Dec 2021 6:51 PM IST

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