नुकसान की बनाई जा रही प्राथमिक रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क, नागपुर. रविवार को आसमान खुला रहा । दोपहर बाद धूप तेज महसूस हुई। बेमौसम बारिश से फसलें खराब होने के खतरे को देखते हुए कृषि अधिकारी अवकाश होने के बावजूद प्राथमिक रिपोर्ट बनाने में लगे रहे। जिन तहसीलों में फसल बर्बादी की सूचना मिली है, वहां प्राथमिक रिपोर्ट तैयार किया जा है। रिपोर्ट जिला कृषि अधीक्षक कार्यालय, सह निदेशक (कृषि) कार्यालय व जिला प्रशासन तक पहुंचेगी। मार्च में हुई बेमौसम बारिश से जिले में करीब 8 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसल बर्बाद होने की रिपोर्ट मिली थी। कृषि व राजस्व विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामे बनाए। कृषि विभाग व जिला प्रशासन तक ये पंचनामे पहुंचे। जिला प्रशासन के माध्यम से फसल बर्बादी की रिपोर्ट सरकार को भेजी गई है। सबसे ज्यादा फसल का नुकसान काटोल क्षेत्र में हुआ था। कई जगह 33 फीसदी से ज्यादा फसल का नुकसान हुआ है। हालांकि सरकार से अभी तक किसी को मुआवजा या क्षतिपूर्ति नहीं मिली है।
जिले में 6 से ज्यादा तहसीलों में फसल बर्बाद हुई थी।
अप्रैल में बेमौसम बारिश से किसान फिर संकट में आ गया है। रामटेक में 60 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित होने की खबर है। अन्य तहसीलों में भी फसल प्रभावित हुई है, लेकिन रिपोर्ट जिला अधीक्षक कार्यालय तक नहीं पहुंची है। कृषि विभाग का कहना है कि रिपोर्ट बनाने का काम जारी है। रिपोर्ट के आधार पर ही क्षेत्र तय होगा और उसके बाद पंचनामे बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।
Created On :   9 April 2023 4:42 PM IST