Panna News: स्कूल के सामने बना तालाब, आधा मंदिर भी डूबा, बिलखुरा स्थित पहाडीखेरा मार्ग से लगे प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने कैसे पहुंच नौंनिहाल

स्कूल के सामने बना तालाब, आधा मंदिर भी डूबा, बिलखुरा स्थित पहाडीखेरा मार्ग से लगे प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने कैसे पहुंच नौंनिहाल
  • स्कूल के सामने बना तालाब, आधा मंदिर भी डूबा
  • बिलखुरा स्थित पहाडीखेरा मार्ग से लगे प्राथमिक विद्यालय में पढऩे कैसे पहुंच नौंनिहाल

Panna News: बरसात ने सरकारी व्यवस्थाओं एवं कार्याें की पोल खोल दी है जिले में ऐसे कई विद्यालय है जहां पर बच्चों के स्कूल पहुंचने के रास्ते ही बंद हो चुके है। हालात इस तरह के भी है कि शाला भवनों के परिसर क्षेत्र तालाब की तरह बन गए हैं। जिले के पन्ना विकासखण्ड अंतर्गत पन्ना-पहाडीखेरा मुख्य मार्ग के ठीक किनारे स्थित शासकीय प्राथमिक शाला तलैयापुरा के परिसर के ठीक सामने हो रही बारिश से इतना अधिक पानी जमा हो गया है कि परिसर क्षेत्र तालाब में बदल गया है जो स्कूल जाने के लिए सीसी सडक़ बनाई हुई है वह पानी से डूबी हुई है और इस तरह की स्थिति के चलते पूरा विद्यालय तालाब के पानी से घिर गया है ऐसे में इस विद्यालय में पढऩे वाले छोटे-छोटे बच्चे पढऩे के लिए विद्यालय कैसे जायें यही अपने आप सवाल बन गया है। बरसात के समय विद्यालय परिसर के सामने जलभराव की स्थिति पूरे समय ऐसी ही बनी रहेगी और इसी स्थिति में बच्चो को विद्यालय तक पहुंचने में पानी के रास्ते से ही विद्यालय तक पहुंचना होगा जो कि उनके लिए कभी भी जानलेवा साबित हो सकता है। इसी विद्यालय परिसर के क्षेत्र में सडक़ किनारे बना एक पुराना मंदिर जलभराव होने से आधा डूब चुका है जिसके चलते श्रद्धालु भी मंदिर के अंदर पूजा करने के लिए नहीं जा पा रहे हैं।

सडक़ निर्माण के समय पुलिया नहीं बनने से भरा पानी

करोड़ों रूपए की लागत से पन्ना-पहाडीखेरा सडक़ मार्ग का विगत वर्ष लोक निर्माण विभाग का कार्य करवाया गया था किन्तु सडक़ मार्ग के निर्माण के दौरान मार्ग में पडऩे वाले गांव से निकलने वाले पानी की निकासी के लिए जिम्मेदारों द्वारा जहां पुलियां का निर्माण कार्य करवाकर पानी की निकासी की व्यवस्था बनाई जानी चाहिए थी। प्राथमिक शाला तलैयापुरा से गांव का पूरा पानी गुजरता है ऐसे में इस पानी की निकासी के लिए पुलिया का निर्माण के साथ ही आगे पानी कहां से जाये इसकी व्यवस्था करनी चाहिए थी किन्तु इसको लेकर जिम्मेदारों द्वारा अनदेखी की गई है और यही कारण है कि समस्या बन गई है।

बच्चों का शौंचालय पानी में डूबा व क्षतिग्रस्त

विद्यालय के ठीक सामने जलभराव से तालाब जैसी स्थिति बनी हुई है जो पानी है वह बच्चों के लिए विद्यालय से लगे क्षेत्र मेंं शौंचालय बना हुआ है वह पानी से डूब गया है तथा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और इसके चलते छोटे-छोटे बच्चों को जब तक जलभराव का पानी नहीं निकलता और क्षतिग्रस्त शौंचालय की मरम्मत नहीं होती तब तक समस्या बनी रहेगी।

पानी की निकासी नहीं होने से समीप निवासरत ग्रामीण की दीवाल टूटी

बिलखुरा स्थित पहाडीखेरा मुख्य मार्ग निर्माण से सडक़ ऊंची हो गई है और इसके चलते पानी की निकासी के लिए सडक़ मार्ग में पुलियों का निर्माण इस तरह से करना जरूरी हो जाता था कि पूरा पानी निकल जाये। विद्यालय परिसर ही नहीं गांव के अंदर तक जाने वाली सडक की दूसरी ओर भी जलभराव की स्थिति है। स्थानीय एक निवासी जिसका घर व खेत बना हुआ है पानी की निकासी के लिए निर्माण के समय पुलिया तो बनाई गई थी किन्तु पुलिया इतनी अधिक छोटी बना दी गई थी कि हो रही बरसात के चलते खेत भी तालाब में बदल गए है और स्थानीय ग्रामीण के घर के अंदर तक पानी पहुंच रहा है। रात्रि में उसके घर की एक दीवाल भी गिर गई है।

इनका कहना है

समस्या के संबंध में लोक निर्माण विभाग को अवगत कराया जायेगा तथा विद्यालय के सामने जलभराव न हो और जो समस्या बनीं है उसका समाधान हो इसके लिए लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर पुलिया का निर्माण करवाने एवं पानी की निकासी की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।

अजय गुप्ता

परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र पन्ना

Created On :   13 July 2025 12:48 PM IST

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