अतिवृष्टि से 11 हजार से ज्यादा किसानों की फसल बर्बाद, 8363.27 हेक्टेयर क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित

Crops of 11135 farmers and 8363 hectare are damaged due to rain
अतिवृष्टि से 11 हजार से ज्यादा किसानों की फसल बर्बाद, 8363.27 हेक्टेयर क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित
अतिवृष्टि से 11 हजार से ज्यादा किसानों की फसल बर्बाद, 8363.27 हेक्टेयर क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जुलाई महीने में कई जगह हुई अतिवृष्टि से जिले के 11135 किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं। कृषि विभाग की तरफ से किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। राज्य सरकार को जो रिपोर्ट भेजी गई है, उसमें संबंधित किसानों को 8 करोड़ 92 लाख 80 हजार 16 रुपए की आर्थिक मदद करने की सूचना की गई है। 6, 7 व 8 जुलाई को जिले में हुई भारी बारिश से नागपुर जिले में धान, गन्ना, सब्जी व फूलों की खेती की बर्बादी हुई थी। 8363.27 हेक्टेयर क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ था। कुल 11,135 किसान प्रभावित हुए थे। कृषि विभाग ने जिला परिषद व राजस्व विभाग के अधिकारियों को साथ लेकर सर्वे कर अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार को भेजी है।

रिपोर्ट के मुताबिक 11135 किसानों को 8 करोड़ 92 लाख 80 हजार 16 रुपए की आर्थिक मदद करने की सूचना की गई है। हालांकि किसानों का इससे कई गुना ज्यादा नुकसान हुआ है। 1023.24 हेक्टेयर क्षेत्र की मिट्टी ही बारिश में बह गई। इससे 1999 किसान प्रभावित हुए हैं। यहां तुरंत खेती कर पाना मुश्किल है। 

प्रति हेक्टेयर मिलती है 13,500 की मदद
राज्य सरकार के 2015 के जीआर के मुताबिक फसल व फलों का नुकसान होने पर प्रति हेक्टेयर 13,500 रुपए तक आर्थिक मदद करने का प्रावधान है। किसान का भले ही कितना भी नुकसान हो पर सरकार इससे ज्यादा मदद नहीं दे सकती। यह मदद ऊंट के मुंह में जीरा जैसी है। 

मदद में आैर होगी कटौती
जिला प्रशासन के माध्यम से जो रिपोर्ट भेजी गई है, उसमें जितनी मदद की सूचना की गई है उसमें आैर कटौती होगी। जिले में जगह-जगह फसल बर्बाद हुई है, लेकिन जहां 33 फीसदी से ज्यादा का नुकसान हुआ, वहीं पर आर्थिक मदद दी जाती है। सरकार प्रत्यक्ष कितनी मदद देगी, यह मदद मिलने के बाद ही पता चल सकेगा। 

1023.24 हेक्टेयर आर खेत की मिट्टी बह गई
भारी बारिश में जिले के कई खेतों से मिट्टी भी बह गई, लेकिन यहां इसमें सुधार किया जा सकता है। 1023.24 हेक्टेयर आर ऐसी खेती है, जहां इतनी ज्यादा मिट्टी बह गई कि जमीन पर तुरंत खेती करना मुश्किल हाे गया है।

मदद सरकार तय करेगी 
कृषि विभाग ने राजस्व व जिला परिषद के अधिकारियों के साथ मिलकर जिले में हुए नुकसानग्रस्त इलाकों का सर्वे किया था आैर अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार को भेजी है। फसल के साथ ही जमीन की मिट्टी बहने का भी रिपोर्ट में उल्लेख है। सिंचित क्षेत्र की भी फसल खराब हुई है। कितनी मदद देना है, यह सरकार को तय करना है।
मिलिंद शेंडे, अधीक्षक जिला कृषि विभाग नागपुर

Created On :   22 Aug 2018 4:20 PM IST

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