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दैनिक भास्कर हिंदी: हाईकोर्ट ने कहा- सीएसएमटी पुल हादसा आंख खोलने वाला, एक और इंजिनियर गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बांबे हाईकोर्ट ने कहा है कि छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) के पादचारी पुल हादसे को आंख खोलने वाली घटना के रुप में देखा जाना चाहिए। हाईकोर्ट ने मुंबई महानगरपालिका को पुलों के आडिट, मरम्मत व रखरखाव के लिए नए सिरे से नीति बनाने का निर्देश दिया है। मुख्य न्यायाधीश नरेश पाटील की खंडपीठ ने कहा कि मनपा ज्यादा इस्तेमाल में होनेवाले पुलों के नियमित आडिट का काम विशेषज्ञ संस्था भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई (आईआईटी) व वीजेटीआई को सौपने पर विचार करे। इसके अलावा टेंडर में ऐसी शर्ते व नियम रखी जाए कि काम में महारत रखने वाले ठेकदारों को ही काम मिले। खंडपीठ ने कहा कि जब मनपा पुलो की देखरेख के लिए करोड़ो रुपए खर्च करती है तो वह कार्य की गुणवत्ता पर भी जोर दे और पुलो के आडिट के लिए निजी संस्थाओं पर निर्भर रहने की बजाय अपनी नीति में बदलाव करे। मनपा अपने चीफ इंजीनियर की इस विषय पर जवाबदेही तय करे। साथ ही उससे नियमित अंतराल पर पुलो का आडिट कराए। मनपा सीएसटी पुल हादसे को आंख खोलनेवाली घटना के रुप में देखे।
सीएसटी पुल हादसा आंख खोलने वाली घटना
पिछले महीने सीएसटी में हुए पुल हादसे में 6 लोगों की जान चली गई थी जबकि 31 लोग घायल हो गए थे। खंडपीठ के सामने समाजिक कार्यकर्ता शकील अहमद की ओर से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई चल रही है। याचिका में इस पूरे मामले की हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से न्यायिक जांच कराने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है । इससे पहले मनपा के वकील ने कहा कि हमने इस प्रकरण में जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
सीएसटी पुल हादस में एक और इंजिनियर गिरफ्तार
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के करीब स्थित हिमालय पुल दुर्घटना के मामले में आजाद मैदान पुलिस ने एक और इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया है। कार्यकारी अभियंता अनिल पाटील को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया। इससे पहले सोमवार को गिरफ्तार किए गए सहायक अभियंता एसएफ ककुलते को मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 5 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तार दोनों इंजीनियर मुंबई महानगर पालिका के पुल विभाग में कार्यरत थे। हादसे की प्राथमिक जांच के बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया था। डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने बताया कि जांच में यह साफ हुआ कि दोनों ने अपने काम में लापरवाही बरती है जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है। पाटील के बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा। मामले में अब तक कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इससे पहले पुलिस पुल का ऑडिट करने वाली कंपनी के प्रमुख नीरज कुमार देसाई को भी गिरफ्तार कर चुकी है। बता दें कि 14 मार्च को हिमालय पुल गिरने के चलते छह लोगों की मौत हो गई थी जबकि 34 लोग घायल हो गए थे। इस हादसे के बाद बीएमसी की चौतरफा आलोचना हो रही थी क्योंकि छह महीने पहले ही इस पुल का ऑडिट कराया गया था जिसमें पुल को सुरक्षित बताते हुए सिर्फ मामूली मरम्मत का सुझाव दिया गया था।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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