समाज के सर्वांगीण विकास के लिए सांस्कृतिक विकास जरूरी - गडकरी

Cultural development is important for all round development of society : Gadkari
समाज के सर्वांगीण विकास के लिए सांस्कृतिक विकास जरूरी - गडकरी
समाज के सर्वांगीण विकास के लिए सांस्कृतिक विकास जरूरी - गडकरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सांस्कृतिक कार्यक्रम सिर्फ मनोरंजन के साधन नहीं है। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जो सामाजिक, राष्ट्रीय जीवन में एक मजबूत समाज को सशक्त बनाता है, इसलिए कलाकार को लगातार जागरूक होना चाहिए। यदि समाज का सर्वांगीण विकास किया जाना है, तो सांस्कृतिक विकास किया जाना चाहिए। इसके साथ ही वरिष्ठ और वृद्ध कलाकारों का भी सम्मान करना चाहिए। यह कहना है केंद्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी का।

विदर्भ गौरव प्रतिष्ठान व दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से सिविल लाइंस के सभागृह में शहर के 30 ज्येष्ठ गायक कलाकारों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सर्वाेच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त जस्टिस विकास सिरपुरकर ने की। इस अवसर पर ज्येष्ठ साहित्यिक व समीक्षक डॉ. विस जोग, विदर्भ गाैरव प्रतिष्ठान के सत्यानारायण नुलवा, गिरीश गांधी, पूर्व सांसद दत्ता मेघे, विकास पिंचा, मो सलीम, मंजूषा जोशी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। केंद्रीय परिवहन मंत्री व अन्य अतिथियों की उपस्थिति में संगीत वैभव पुस्तिका का विमोचन किया गया। कार्यक्रम का प्रास्ताविक गिरीश गांधी ने दिया। संचालन रेणुका देशकर तथा आभार प्रदर्शन मो. सलीम ने किया।

इनका किया गया सत्कार
कार्यक्रम में 30 वरिष्ठ गायक कलाकार अप्पासाहब इंदुरकर, मधुसूदन ताम्हनकर, बालासाहब पुरोहित, उषा पारखी, शंकर मुखर्जी, उषा धारप, डॉ. नारायण मंगरूलकर, विवेक गोखले, राजेश्वर बोबडे, निर्मला जेठे, उषा तिमोती, पद्माकर तंत्रपाले, पुरुषोत्तम जोशी, डॉ. कल्याणी देशमुख, कृष्णा भोयर, पं. भाऊराव भट, चित्रा मोडक, अविनाश भालेराव, गुणवंत जाधव, रघुनाथ बोबडे, प्रेम गजभिये, अनिल कुमार खोब्रागडे, विजय कीर्तने, श्याम देशपांडे, विनोद दुबे, विलास डांगे, अरुंधति देशमुख, भानू कुमार राऊत, हर्षेल थॉमस, एम. ए. कादर व जीनत कादर का सत्कार किया गया।

इधर अभिनंदन मंच ने दी ‘सुनहरे गीतों की सौगात’
विदर्भ हिन्दी साहित्य सम्मेलन के उपक्रम ज्येष्ठ नागरिकों के अभिनंदन मंच अंतर्गत हिन्दी मोर भवन के सभागृह में संगीतमय कार्यक्रम ‘सुनहरे गीतों की सौगात’ प्रस्तुत किया गया। यूनिक म्यूजिकल ग्रुप के संचालक एड. प्रभाकर दुरुगकर एवं अन्य साथी कलाकारों ने 60-70 के दशक के गीतों की प्रस्तुति दे कर समा बांध दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रविशंकर दीक्षित ने की। संयोजन एवं संचालन विमलेश सूर्यवंशी तथा राजेन्द्र तिवारी ने किया। कार्यक्रम में प्रकाश साबले, अशोक दारोकर, जस्सी दारोकर, छवि चक्रवर्ती की विशेष उपस्थिति थी। कार्यक्रम को सफल बनाने में माया शर्मा, कंचन रामटेके, प्रभुदास परमार, हरिभाऊ पौनीकर, जुनेजा, दिवाकर आसकर ,निशा आसकर, प्रफुल्ल शाह का योगदान रहा। ध्वनि व्यवस्था विनोद पांडे की थी।

Created On :   16 July 2018 8:17 AM GMT

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