रिटायर्ड आईएएस और उनके परिवार पर बहू ने लगाया दहेज प्रताडऩा का आरोप

Daughter-in-law accuses retired IAS and her family of dowry harassment
रिटायर्ड आईएएस और उनके परिवार पर बहू ने लगाया दहेज प्रताडऩा का आरोप
राष्ट्रीय महिला आयोग तक की शिकायत रिटायर्ड आईएएस और उनके परिवार पर बहू ने लगाया दहेज प्रताडऩा का आरोप

डिजिटल डेस्क, सतना। मध्यप्रदेश कैडर के 1992 बैच के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी रघुवीर श्रीवास्तव, उनकी पत्नी कीर्ति श्रीवास्तव और परिवार पर उनकी ही बहू ने दहेज के लिए प्रताडि़त करने के साथ ही छेडख़ानी का आरोप लगाते हुए एसपी सतना से लेकर डीजीपी और राष्ट्रीय महिला आयोग से की है, जिस पर आयोग ने संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब कर ली है। दिसंबर 2021 से अपने मायके मैहर में रह रही 33 वर्षीय शिकायतकर्ता के मुताबिक उसका रिश्ता अगस्त 2021 में भोपाल निवासी रिटायर्ड आईएएस रघुवीर श्रीवास्तव के बड़े बेटे कलरव श्रीवास्तव के साथ तय हुआ और 24 नवम्बर को शादी हुई। विवाह से कुछ दिन पहले ससुराल पक्ष ने दहेज में 7 लाख रुपए और फॉर्च्यूनर कार की मांग रख दी। इतना ही नहीं भोपाल में होटल के बिल का भुगतान भी करने के लिए कहा, जिसका खर्च साढ़े 4 लाख रुपए आया था। शादी के समय तक पिता और भाई गाड़ी और रुपए की व्यवस्था नहीं कर पाए तो ससुराल पक्ष ने रिश्ता तोडऩे तक की धमकी दे डाली। तब किसी तरह मान-मनौव्वल कर विदाई की गई, लेकिन ससुराल वालों ने धमकी भरे अंदाज में कहा कि दूसरी विदाई पर मांग पूरी हो जानी चाहिए।

ससुराल में प्रताडऩा, ससुर-देवर पर अश्लील हरकत का आरोप-

ससुराल जाते ही प्रताडऩा का सिलसिला शुरू हो गया। सास-ससुर, पति और देवर आए दिन मारपीट करने लगे, तो ससुर रघुवीर श्रीवास्तव और देवर रोहन श्रीवास्तव छेडख़ानी पर उतारू हो गए। पूरा परिवार पीडि़ता को चरित्रहीन साबित करने में लग गया। ससुर के द्वारा कमरे में अकेले बुलाकर अश्लील हरकत की गई, तब उसने खुद को बचा लिया और पति कलरव से शिकायत की, लेकिन बात सुनने की बजाय उसने भी मारपीट की। एक बार तो पति ने छत से धक्का देकर जान से मारने की भी कोशिश की। 8 दिसंबर को मायके लौटते समय ससुराल वालों ने फिर अपनी मांग दोहराई।

महिला आयोग ने लिया संज्ञान-

मैहर आने के बाद भी उनके द्वारा फोन कर मुंह बंद रखने और रिपोर्ट करने पर बदनाम करने व पूरे परिवार को जान से मार डालने की धमकी भी दी गई। कई महीने तक प्रताडि़त रहने के बाद पीडि़ता ने परिजनों के साथ मिलकर मैहर थाने में शिकायत की, मगर जब सुनवाई नहीं हुई तो पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया, लेकिन यहां भी कुछ नहीं हुआ। तब नवविवाहिता ने डीजीपी, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय महिला आयोग को शिकायत पत्र भेज दिया। महिला आयोग ने उक्त शिकायत पर एमपी पुलिस के डीजीपी से जांच कर रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है।
 

Created On :   7 May 2022 9:14 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story