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नशेड़ियों को पहुंचाएंगे व्यसन मुक्ति केंद्र, सीसीटीवी फुटेज से पकड़ेंगे तस्करों को

डिजिटल डेस्क, नागपुर . शहर में बढ़ते मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम के लिए पुलिस कई तरह के हथकंडे अपना रही है। हाल ही में पुलिस भवन में बैठक ली गई, जिसमें व्यसन मुक्ति केंद्र व कुरियर संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित थे। चर्चा के दौरान सामने आया कि नशेड़ियों पर जब तक शिकंजा नहीं कसा जा सकेगा, तब तक मादक पदार्थों की तस्करी पर रोकथाम कर पाना मुश्किल काम है। इस पर सहमति बनते ही अमला सक्रिय हुआ और सबसे पहले एनडीपीएस (मादक पदार्थ विरोधी पुलिस दस्ता) की टीम ने झोपड़पट्टियों में दबिश देना तय किया। उद्देश्य है, नशेड़ियों को पकड़कर उन्हें शहर में संचालित हो रहे 18 व्यसनमुक्ति केंद्रों में से किसी भी जगह पर ले जाकर भर्ती कराना और उनका उपचार कराना। इसका असर दिख भी रहा है। मौजूदा समय में 345 नशेड़ियों की शहर के विविध व्यसन मुक्ति केंद्रों में उपचार जारी है।
नशे के सौदागरों पर हो नजर
इस मुद्दे पर पैनी नजर रखने वाले मानते हैं कि पुलिस अधिकारियों की ये सोच अच्छी है, लेकिन जब मादक पदार्थ बेचने वालों की धर-पकड़ में एनडीपीएस की टीम कई बार फिसड्डी साबित हो जाती है, तब नशेड़ियों और शराबियों की धर-पकड़ में कितनी सफलता मिलेगी, यह समय ही तय करेगा, लेकिन सलाह यह भी है कि नशेड़ियों की तलाश के बजाय मादक पदार्थ मुक्त शहर के लिए नशा बेचने वालों पर शिकंजा कसना चाहिए।
सीसीटीवी फुटेज का रखना होगा बैकअप
पुलिस के अनुसार, इसी तरह डार्कनेट व कुरियर संस्थाओं के माध्यम से मादक पदार्थ कुरियर करने वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। इसके लिए पुलिस कुरियर संस्थाओं से मदद लेगी। इसलिए अब शहर में संचालित हो रही 64 कुरियर संस्थाओं को सीसीटीवी फुटेज के 15 दिनों तक बैकअप रखना होगा। इससे यह पता चल सकेगा कि कहीं कुरियर की आड़ में तस्कर मादक पदार्थों की तस्करी तो नहीं कर रहे हैं। अब निजी कुरिअर-डाक विभाग में आने वाली डाक के पार्सल की बारीकी से जांच होनी चाहिए।
अब कोई भी पार्सल भेजने व उसे रिसीव करने (लेने वाले ) वाले को अपना पहचान पत्र और मोबाइल नंबर पार्सल देने वाले को देना होगा। इसके लिए महाराष्ट्र शासन गृह मंत्रालय मुंबई से परिपत्रक भी जारी किया गया है। मादक पदार्थों की रोकथाम के मामले को लेकर गत 4 नवंबर को नागपुर शहर के व्यसन मुक्ति केंन्द्र चालकाें के साथ बैठक ली गई। 5 नवंबर को आयोजित बैठक में शहर के निजी कुरियर का व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों को भी बुलाया गया था। बैठक में अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त चिन्मय पंडित व अन्य अधिकारी शामिल थे। बैठक में जानकारी दी गई कि शहर में 18 व्यसन मुक्ति क्रेंद्र शुरू हैं, जिसमें शासन के मार्फत 2 और निजी 16 व्यसन मुक्ति केंद्र संचालित हो रहे हैं। इन केंद्रों में 313 शराबियों व 32 मादक पदार्थों का सेवन करनेवाले नशेड़ियों का उपचार शुरू है।
Created On :   7 Nov 2022 6:08 PM IST