व्यवसाय में मंदी से दीप विक्रेता परेशान

Deep seller upset due to slowdown in business
व्यवसाय में मंदी से दीप विक्रेता परेशान
वर्धा व्यवसाय में मंदी से दीप विक्रेता परेशान

डिजिटल डेस्क, वर्धा। दिवाली पर दीपक की महत्वपर्ण भूमिका होती है। इसलिए इस त्यौहार को अंधकार पर विजय का प्रतीक भी माना जाता है। परंतु इस साल बढ़ती महंगाई का असर खाद्य तेल पर भी हुआ है। जिसके चलते पिछले साल की तुलना में इस साल 50 से 60 रुपए का खाद्य तेल के दाम में उछाल हुआ है। दीपक को प्रज्वलित करने के लिए लगने वाले तेल के दाम बढ़ने इस साल सामान्य वर्ष की तुलना में दीप विक्रेताओं की ग्राहकी पर असर हुआ है। बता दे कि दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के लिए दीप बाजार में बिकने के लिए आते हैं। इस दिन नागरिक अपने घर के सभी दरवाजे, खिड़कियां और छत पर दीप लगाकर घर को रोशन बनाते हैं। लेकिन बढ़ती महंगाई के कारण इस साल दीप विक्रेताओं की दुकानें भी सूनी पड़ी है। इस साल हर वस्तुओं के दाम में वृद्धि के चलते नागरिक केवल औपचारिकता मात्र ही वस्तुओं की खरीददारी कर रहे हैं। जिसके कारण दीप विक्रेताओं की दुकान से सामान्य समय में 5 से 5 दर्जन दीप ले जाने वाले ग्राहक बड़ी मुश्किल से एक दर्जन ही ले जा रहे हैं। जिससे दीप विक्रेताओं की आय भी कम हो गई है।

मंदा है धंधा

दीप विक्रेताओं का कहना है कि इस साल खाद्य तेल के साथ दीप के दाम में भी बढ़ोत्तरी हुई है। वर्तमान में दीप 30 से 40 दर्जन बिक रहे हैं। महंगाई के कारण वस्तुओं की कम बिक्री हो रही है। जिसके कारण दीप विक्रेताओं धंध मंदा है।

खाद्य तेल के दाम में उछाल का परिणाम 

जिले में खाद्य तेल में सर्वाधिक सोयाबीन तेल का उपयोग किया जाता है, जिसका मूल्य पिछले साल की तुलना में इस साल 50 से 60 रुपए बढ़ जाने के कारण नागरिक दीप की खरेदी भी कम कर रहे हैं। बाजार में 10 से 12 प्रकार के दीप : दीपावली के चलते बाजार में 10 से 12 डिजाइन के साथ दीप बाजार में बिकने को आए हैं।  लेकिन बढ़ती महंगाई के कारण इस साल पिछले साल की तुलना में विविध प्रकार के डिजाइन में दीप आने पर भी ग्राहकों का प्रतिसाद कम दिखाई दे रहा है।

इस बार माल भी कम मंगवाया

सुधीर कुमार, दीप विक्रेता के मुताबिक इस साल के वातावरण और महंगाई को देखते हुए जो पहले दिवाली पर 4 से 5 गाड़ी दीपक मंगाए जाते थे। लेकिन इस बार केवल एक ही गाड़ी माल मंगाया गया है। कम माल मंगाये जाने के बावजूद पूरा माल अब तक बिक नहीं पाया है। 

 

Created On :   31 Oct 2021 6:34 PM IST

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