अमरावती-जबलपुर एक्सप्रेस को रीवा तक बढ़ाने की मांग, अब स्टेशनों की सुरक्षा करेगा मेड इन इंडिया ड्रोन

Demand extend Amravati-Jabalpur Express to Rewa
अमरावती-जबलपुर एक्सप्रेस को रीवा तक बढ़ाने की मांग, अब स्टेशनों की सुरक्षा करेगा मेड इन इंडिया ड्रोन
अमरावती-जबलपुर एक्सप्रेस को रीवा तक बढ़ाने की मांग, अब स्टेशनों की सुरक्षा करेगा मेड इन इंडिया ड्रोन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मध्य रेलवे नागपुर मंडल के रेल अधिकारियों की व सांसदों की ऑनलाइन बैठक हुई। जिसमें अमरावती-जबलपुर-अमरावती एक्सप्रेस को रीवा तक बढ़ाने की मांग की गई। मांग राज्यसभा सांसद डॉ. विकास महात्मे की ओर से की गई। हालांकि ट्रेन की टाइमिंग पश्चिम मध्य रेल जबलपुर मंडल के अधिकार क्षेत्र में होने से व्यवस्था उनके हाथ में होने की बात कही गई। इस दौरान महाप्रबंधक संजीव मित्तल भी ऑनलाइन बैठक में उपस्थित थे। हर साल रेलवे की समस्याओं को लेकर व यात्रियों की मांग को सामने रखने के लिए रेलवे अधिकारियों के साथ सांसदों की बैठक होती है। मंडल रेल प्रबंधक सोमेश कुमार ने नागपुर मंडल द्वारा प्राप्त की गई उपलब्धियों की जानकारी दी। बैठक में सांसद डाॅ. महात्मे के अलावा रामदास तड़स, कृपाल तुमाने, दुर्गादास उइके, सुरेश धनोरकर, प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक डीके सिंह, प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबन्धक मंजीत सिंह, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) मनोज शर्मा, प्रधान मुख्य अभियंता अश्विनी सक्सेना, उपमहाप्रबंधक दिनेश वशिष्ठ, अपर मंडल रेल प्रबंधक नागपुर मनोज  तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ रेल अधिकारियों की उपस्थित थे।

रेलवे ने वापस किए 25 करोड़

ट्रेनों का परिचालन बंद होने से दपूम रेलवे ने 4 माह में यात्रियों को 25 करोड़ रुपए वापस किए हैं। रायपुर, बिलासपुर और नागपुर मंडल से कुल 3 लाख 43 हजार यात्रियों ने टिकट रद्द करवाए हैं। मार्च से ट्रेनों का संचालन कुछ समय के लिए बंद रहा। ऐसे में मई, जून, जुलाई में बुक किए टिकटों को यात्रियों ने रद्द करवाया। 22 मई से 21 अगस्त तक ई-टिकट के माध्यम से 52 हजार यात्रियों ने टिकट कैंसिल करवाए हैं, जिसके लिए रेलवे को 3 करोड़ 64 लाख रुपए से ज्यादा की राशि वापस करनी पड़ी है। मैनुअली काउंटर से 3 लाख से ज्यादा यात्रियों ने टिकट रद्द कर 21 करोड़ से ज्यादा का रिफंड लिया है।

अब स्टेशनों की सुरक्षा के लिए "मेड इन इंडिया" ड्रोन

रेलवे संपत्ति की सुरक्षा अब मेड इन इंडिया ड्रोन करेंगे। पहले ड्रोन चीन से खरीदने की योजना थी। भारत-चीन के बीच तनाव के बाद निर्णय बदल दिया गया है। मुंबई में खरीदा जा चुका है, अब नागपुर में खरीदने की तैयारी है। आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त (मध्य रेलवे) आशुतोष पांडेय ने बताया कि यहां की सुरक्षा के लिए ड्रोन लाने का प्रयास किया जा रहा है।
 

Created On :   22 Aug 2020 9:31 AM GMT

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