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मांग- मंत्री भुसे पर मामला दर्ज करें, स्वामी के आपत्तिजनक ट्वीट पर विप में बवाल
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राकांपा नेता विधायक जीतेद्र आव्हाड़ ने दो युवाआें की पिटाई करने वाले मंत्री दादाजी भुसे पर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की। विधान भवन परिसर में उन्होंने कहा कि राकांपा से जुड़े दो युवाआें को मालेगांव में मंत्री भुसे व उनके समर्थकों ने पुलिस के सामने पीटा। दोनों युवाआें को मंत्री ने अश्लील गालियां दी। पुलिस के सामने यह सब हुआ, लेकिन अभी तक मंत्री पर मामला दर्ज नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस पर सरकार का दबाव है। मारपीट का वीडियो वायरल हुआ है आैर उसमें मंत्री की हरकत देखी जा सकती है। मुझे फंसाने में सरकार लगी है उन्होंने कहा कि एक महिला के आरोप पर मुझे गिरफ्तार किया गया था। मुझे आदतन अपराधी बताया गया था, जबकि मेरा कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। कोर्ट में स्पष्ट हुआ कि मुझ पर लगाए गए आरोप झूठे हैं। कोर्ट से राहत मिलने के बाद मुख्यमंत्री संबंधित महिला को वकीलों की टीम उपलब्ध करा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर सरकार की तरफ से एफिडेविट दिया गया, जबकि यह काम जांच अधिकारी का है। जांच अधिकारी का काम भी अब सरकार कर रही है। संबंधित महिला के साथ मुख्यमंत्री मीटिंग करते हैं। मुझे फंसाने के लिए सरकार लगी हुई है। मारपीट करने वाले मंत्री पर कार्रवाई के लिए भी सरकार को आगे आना चाहिए।
स्वामी के आपत्तिजनक ‘ट्वीट’ पर विप में बवाल
राकांपा सदस्य अमोल मिटकरी द्वारा भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी द्वारा पिछले दिनों प्रधानमंत्री को लेकर किए गए उस आपत्तिजनक ‘ट्वीट’ का उल्लेख करने से विधानपरिषद में सत्तापक्ष नेताओं ने सख्त नाराजगी जताई। इसका निषेध करते हुए उनसे माफी की मांग की गई। इसे लेकर विरोध और हंगामा भी हुआ। उपसभापति डॉ. नीलम गोर्हे ने पांच मिनट के लिए सदन की कार्यवाही भी स्थगित की। आखिरकार राकांपा गटनेता शशिकांत शिंदे ने अमोल मिटकरी के ट्वीट के उल्लेख को रिकार्ड से हटाने को कहा। अमोल मिटकरी ने भी कहा कि वे अपने शब्द वापस लेते हैं। उपसभापति ने भी उस वाक्य को कार्यवाही के रिकार्ड से हटाने के निर्देश दिए।
बयान की निंदा
दरअसल, राकांपा सदस्य अमोल मिटकरी ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत पंढरपुर कॉरिडोर का मुद्दा उपस्थित किया था। इस मामले में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पंढरपुर का विकास लोगों को विश्वास में लेकर ही किया जाएगा। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का के बारे में ऐसा वक्तव्य करना सभागृह का अपमान है। ऐसा बयान कोई न करें। मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं। जी-20 में देश को प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है। प्रधानमंत्री देश का नाम रोशन करने का काम कर रहे हैं। मिटकरी का बयान सभागृह के लिए दु:खद है। मैं इसकी निंदा करता हूं। इस बयान का कोई समर्थन नहीं कर सकता है। मुख्यमंत्री, मंत्रियों के बारे में कहने पर हम कुछ नहीं कहते। इसके बादउपसभापति नीलम गोर्हे ने उक्त वाक्य को कार्यवाही से हटाने के निर्देश दिए।
Created On :   28 Dec 2022 8:11 PM IST