कोरोना संक्रमित को अस्पताल में बेड नहीं मिलने के लिए जिम्मेदार होंगे पुलिस उपायुक्त और पेट्रोलिंग टीम

Deputy Commissioner of Police and patrolling team will be responsible on not getting beds
कोरोना संक्रमित को अस्पताल में बेड नहीं मिलने के लिए जिम्मेदार होंगे पुलिस उपायुक्त और पेट्रोलिंग टीम
कोरोना संक्रमित को अस्पताल में बेड नहीं मिलने के लिए जिम्मेदार होंगे पुलिस उपायुक्त और पेट्रोलिंग टीम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर 10 पुलिसकर्मियों की जान चली गई है। रविवार को 4 और पुलिसकर्मी पॉजिटिव मिले हैं। शनिवार को एक साथ 3 पुलिसकर्मियों की कोरोना ने जान ले ली थी। 800 से अधिक पुलिसकर्मी और उनके परिजन संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। खास बात यह है कि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी निजी अस्पतालों पर निर्भर हैं। पुलिस अस्पताल की व्यवस्थाओं की पूरी तरह पोल खुल गई है। अब पुलिस विभाग जागा है। नए पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने स्पष्ट कहा है कि अस्पताल में बेड नहीं मिलने के लिए पुलिस उपायुक्त और गश्तीदल की टीम जिम्मेदार होगी। किसी भी पुलिसकर्मी को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़े। यह सुनिश्चित करना होगा। पुलिस आयुक्त ने साफ कहा है कि हर कर्मचारी की सुरक्षा, हमारी जिम्मेदारी है। पुलिस अस्पताल में भी बेड नहीं मिलने पर वहां के प्रमुख को जिम्मेदार माना जाएगा। इस आदेश की जानकारी से सभी पुलिसकर्मियों को अवगत कराने को कहा गया है। 

पुलिस आयुक्त ने कहा है कि किसी तरह की कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोरोना संक्रमण के लिए उपचार का खर्च पुलिस वेलफेयर फंड से दिया जाएगा। उधर, पुलिस अस्पताल खुद ही बीमार चल रहा है। न ही यहां पर्याप्त स्टाफ हैं, न ही दवाएं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है। ऐसे में पुलिस आयुक्त के नए आदेश का असर कितना होगा, समय ही बताएगा।

अमितेश कुमार, पुलिस आयुक्त के मुताबिक इन दवाओं से कोरोना संक्रमण की रोकथाम में काफी मदद मिलेगी। इसलिए इसे हर कोई गंभीरता से लें। कुछ जवान और पुलिस उपनिरीक्षक बिना किसी सुरक्षा के बेधड़क घूम रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी

नागपुर शहर पुलिस में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के भी उपाए होने लगे हैं। इसके लिए बाकायदा 5 दवाओं के नाम जारी किए गए हैं। इन दवाओं का 15 दिन तक लगातार सेवन करने के आदेश जारी किए गए हैं। दवाओं के नाम की सूची पुलिस अस्पताल के प्रमुख डॉ. संदीप शिंदे ने जारी की है। आदेश में कहा गया है कि इन दवाओं को किसी भी मेडिकल स्टोर से खरीदा जा सकता है। पुलिस आयुक्त ने कहा है कि वह राह चलते समय किसी भी सिपाही से इन दवाओं के नाम भी पूछ सकते हैं। हर पुलिसकर्मी को इन दवाओं के नाम याद होने चाहिए। इस आदेश से हर थानेदार को अवगत कराने को कहा गया है।

 

Created On :   7 Sept 2020 5:42 PM IST

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