भक्ति एवं उपशास्त्रीय संगीत ने मन मोहा

Devotional and ecclesiastical music captivated
भक्ति एवं उपशास्त्रीय संगीत ने मन मोहा
नादब्रह्म का आयोजन भक्ति एवं उपशास्त्रीय संगीत ने मन मोहा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र  एवं श्री जनार्दन स्वामी योगाभ्यासी मंडल के संयुक्त तत्वावधान में “नादब्रह्म” का आयोजन योगाभ्यासी मंडल रामनगर  के सभागृह में किया गया। कार्यक्रम शहीद सेनापति बापट जी को समर्पित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्र की उपनिदेशक गौरी मराठे, जनार्दन स्वामी योगाभ्यासी मंडल के कार्यवाह  रामभाऊ खांडवे  एवं सुनील सिरसीकर के हस्ते दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र  के कार्यक्रम अधिकारी शशांक दंडे, गजानन शेलके की उपस्थिति रही। स्वर कमल संगीत एकेडमी द्वारा भक्ति संगीत एवं उपशास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति ने श्रोताअों का मन मोह लिया। 

वन्दे गणपतिम ईशम” से शुभारंभ 

कार्यक्रम का प्रारंभ गणेश वंदना  “वन्दे गणपतिम ईशम” की सुमधुर प्रस्तुति से हुआ। इसके पश्चात ‘ओमकार अनादि अनन्त", ‘मन राम रंगी/ प्रारंभि वंदिन", ‘रामा हो रामा", ‘माझी रेणुका माउली", ‘जय जय जननी  देवी", ‘अमृताहुनी गोड़", ‘धाव घाली आई", ‘माझे माहेर पंढरी", ‘ये ग ये ग विठाबाई", ‘पांडुरंग नामी", ‘खेड मांडीयेला", ‘सोहम हर डमरू बाजे", ‘शूरा मी वंदिले (सेनापति बापट)", ‘कमलनयन वाले राम", ‘म्हारा साँवरा गिरीधारी", ‘अनाड़ी दुनिया भजन बिना", ‘बाजे रे मुरलिया", ‘जोहार मायबाप" एवं ‘मनी नाही भाव’ की सुरीली प्रस्तुतियां दी गईं।  कार्यक्रम का समापन ‘भैरवी’ की प्रस्तुति से हुआ।  कार्यक्रम में  डॉ. मंजिरी अय्यर, राधा ठेंगड़ी, तनाया अर्काटकर, देविका नायर, शरवरी सावलापुरकर और  गुणवंत घाटवई  कलाकारों का समावेश था। गायक कलाकारों की संगत  हारमोनियम पर  नरेंद्र कडवे, तबले पर राम खडसे और साइड रिदम पर  विक्रम जोशी ने की। संचालन आर्या घाटवई ने किया। 

 

Created On :   14 Nov 2021 4:18 PM IST

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