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शराब कंपनियों पर डीजीजीआई की छापामार कार्रवाई, औरंगाबाद - नांदेड़ में 108 करोड़ की कर चोरी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। डीजीजीआई नागपुर मुख्यालय की रिजनल यूनिट ने औरंगाबाद और नांदेड़ में शराब बनाने वाली 2 कंपनियों पर छापामार कार्रवाई की। नांदेड़ में शराब बनाने वाली कंपनियों में ग्रेन बेसड् अल्कोहलिक लिकर, मोलासेस बेसड् अल्कोहलिक लिकर और माल्ट स्प्रिट्स और औरंगाबाद की डिस्टलरी में ऐसी शराब जो मानव के उपभोग के लिए फिट नहीं है, पर कार्रवाई की गई। दोनों कंपनियों की जांच में करीब 108 करोड़ रुपए की कर चोरी सामने आई। इसमें एक करदाता द्वारा मौके पर 2.50 करोड़ रुपए जमा करवा दिए। वहीं दूसरे कर दाता ने कर जमा करने के लिए समय मांगा है।
जानकारी के अनुसार मुखबिर की सूचना पर जांच की गई जिसमें नांदेड़ की शराब कंपनी माल्ट स्प्रिट द्वारा इनवाइस को शून्य दिखाकर उसका कर नहीं चुकाया। जांच में दस्तावेजों को खंगाले पर सामने आया कि जुलाई 2017 से जून 2020 तक करदाता ने माल्ट स्प्रिट जिसकी कीमत 70.03 करोड़ रुपए के 12.61 करोड़ रुपए कर की चोरी की। वहीं, दूसरी ओर औरंगाबाद में बड़ी मात्रा में मानव उपभोग के लिए फिट ना होने वाली शराब का भी कर नहीं चुकाया गया। जुलाई 2017 से जून 2020 तक की जांच में 476 करोड़ रुपए में 85.68 करोड़ रुपए की कर चोरी सामने आई। साथ ही सहायक पहलुओं की जांच में डिस्टिलर्स ग्रेंस विथ साेलूब्लस में सामान पर जुलाई 2017 से जून 2020 तक 77 करोड़ में 3.85 करोड़ रुपए की कर चोरी सामने आई।
करदाता ने 14 लाख 83 हजार 467 रुपए का क्रेडिट लाभ लिया जिसका वह हकदार नहीं था। वहीं इसके साथ ही एक्सट्रा न्यूट्रल अल्कोहल, मानव उपभोग के लिए अल्कोहल, डेनचुरर्ड स्प्रिट्स आदि को मैंटेन नहीं किया गया। इसमें करदाता को केनवट क्रेडिट नियम 2004 के तहत करीब 5 करोड़ रुपए का कर बकाया निकला। कुल करीब 108 करोड़ रुपए में से 2.50 करोड़ रुपए की वसूली मौके पर हुई।
Created On :   31 July 2020 9:38 PM IST