धुलिया महानगर पालिका चुनाव, भामरे और गोटे के बीच चरम पर गुटबाजी

Dhulia municipal elections : Fractions between Bhhamre and Gote
धुलिया महानगर पालिका चुनाव, भामरे और गोटे के बीच चरम पर गुटबाजी
धुलिया महानगर पालिका चुनाव, भामरे और गोटे के बीच चरम पर गुटबाजी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। धुलिया महानगर पालिका चुनाव के ऐन पहले जिले के भाजपा के दो नेताओं केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे और विधायक अनिल गोटे के बीच की गुटबाजी सामने आने से पार्टी के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है। इस मामले को सुलझाने के लिए विधायक गोटे ने गेंद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पाले में डाल दी है। रविवार को दैनिक भास्कर से बातचीत में गोटे ने कहा कि इस मामले को लेकर यदि मुख्यमंत्री मुंबई में बुलाते हैं तो मैं उनसे मुलाकात के लिए जाऊंगा। मुख्यमंत्री जो भी फैसला करेंगे वो मुझे मान्य होगा। दरअसल, गोटे धुलिया मनपा चुनाव के लिए पार्टी की तरफ से अहम जिम्मेदारी नहीं दिए जाने से नाराज हैं।

भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने गोटे के बजाय केंद्रीय राज्य मंत्री भामरे और जलसंसाधन मंत्री गिरीश महाजन पर भरोसा किया है। इससे खफा गोटे की नाराजगी शनिवार को धुलिया में आयोजित भाजपा की सभा में देखने को मिली। इस सभा के लिए लगाए गए पोस्टरों में गोटे की तस्वीरें नदारद थी। इससे आहत गोटे निमंत्रण नहीं होने के बावजूद सभा स्थल पर चले गए। सभा स्थल पर गोटे मंच से भाषण देने के लिए खड़े हुए। सभी उनको भाजपा नेताओं ने बोलने से मना कर दिया। आखिरकार गोटे को वापस लौटना पड़ा। इस पर गोटे ने कहा कि मैं तीन बार से विधायक हूं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे धुलिया जिले में सभा के लिए आए थे। लेकिन मुझे सभा के लिए नहीं बुलाया गया और न ही पोस्टरों पर मेरी तस्वीरें लगाई गई। इसलिए मैं दानवे से मिलने के लिए सभा स्थल पर पहुंच गया। लेकिन वहां पर भी मुझे भाषण देने नहीं दिया गया।

गोटे ने भामरे पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भामरे नहीं चाहते हैं कि मेरी मनपा चुनाव में बड़ी भूमिका हो। इसलिए मुझे जानबूझकर किनारे करने की कोशिश की जा रही है। गोटे ने कहा कि मेरे और भामरे के बीच कोई गुटबाजी नहीं है बल्कि यह प्रामाणिकता की लड़ाई है। गोटे ने बताया कि धुलिया मनपा चुनाव के बारे में मुख्यमंत्री के साथ मेरी बैठक हुई थी। उस समय मुख्यमंत्री ने मुझे आश्वासन दिया था कि मनपा चुनाव मेरे नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।

साथ ही भाजपा के मंत्री महाजन निरीक्षक के रूप में काम करेंगे। इसके बाद पार्टी ने मुझे मनपा चुनाव के लिए पालक के रूप में नियुक्त किया। लेकिन उसके बाद पार्टी में सभी फैसले मन मर्जी से लिए जा रहे हैं। मुझसे कोई चर्चा नहीं की जा रही है। गोटे ने आरोप लगाया कि दानवे की मौजूदगी में भाजपा में ऐसे लोगों को शामिल कराया गया है जिन पर गंभीर आरोप लगे हैं। दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे गोटे को ज्यादा अहमियत देने के मूड में नहीं हैं। दानवे ने स्पष्ट कहा है कि पार्टी की आचार संहिता का पालन सभी को करना होगा। चाहे वो कभी भी नेता हो। धुलिया मनपा चुनाव 9 दिसंबर को होगा। मनपा चुनाव के लिए 20 नवंबर को नामांकन भरने की आखिरी तारीख है।

Created On :   11 Nov 2018 1:13 PM GMT

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