अब पुलिसकर्मियों के लिए बना डिजिटल मेडिकल ई-लॉकर

Digital Medical E-Locker Now Made For Policemen in nagpur
अब पुलिसकर्मियों के लिए बना डिजिटल मेडिकल ई-लॉकर
अब पुलिसकर्मियों के लिए बना डिजिटल मेडिकल ई-लॉकर

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  मेट्रो सिटी नागपुर में अब पुलिस विभाग और भी स्मार्ट होने जा रहा है। डिजिटल इंडिया में कदम से कदम मिलाते हुए पुलिस विभाग ने अपने कर्मचारियों के हेल्थ का रिकार्ड बनाए रखने के लिए डिजिटल मेडिकल ई लॉकर बनाया है। वैसे देखा जाए तो वर्ष 1972 में पुलिस लाइन टाकली के मैदान पर बने पुलिस अस्पताल को अाधुनिकता का लिबास ओढ़ने में करीब 45 वर्ष लग गए। इस अस्पताल को पहले लोग पुलिस अस्पताल के नाम से जानते थे। पुलिस परिवार अब इस अस्पताल को पॉली क्लीनिक के नाम से जानेंगे। इस अस्पताल में डिजिटल मेडिकल ई-लॉकर की सुविधा है, जहां पर 45 वर्ष से ऊपर के पुलिस जवानों की मेडिकल रिपोर्ट रखी जाएगी। वह राज्य में कहीं भी तैनात रहे, उसकी बीमारी के बारे में तत्काल जानकारी  संबंधित डॉक्टर जान सकेंगे। 

गंभीर रोगों की जांच  की जाएगी

गौरतलब है कि इस अस्पताल में पुलिस परिवार जाने से कतराते थे। यहां सुविधा के नाम पर महज खानापूर्ति होती थी। इस अस्पताल की दुर्दशा के बारे में पुलिस आयुक्त डॉ. व्यंकटेशम ने गंभीरता दिखाई और पुलिस परिवार के लिए पॉली क्लीनिक पुलिस अस्पताल को आधुनिक बनवाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से गुजारिश की। पुलिस आयुक्त की पहल का नतीजा है कि पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और उनका परिवार अब इस अस्पताल में अपना उपचार करवा सकेगा। इस अस्पताल में डेंगू, चिकन गुनिया, स्वाइन फ्लू, मलेरिया व अन्य कई गंभीर रोगों के बारे में जांच की जाएगी। इस अस्पताल का हाल ही में राज्य के पुलिस महानिदेशक सतीश माथुर के हाथों उदघाटन किया गया। इस अवसर पर पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम, सहपुलिस आयुक्त शिवाजी बोडखे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्यामराव दिगावकर सहित अन्य पुलिस अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।

पुलिस को मजबूत करने सहयोग मिला है

कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि एन कॉप्स सेंटर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है। इस सेंटर की बदौलत पुलिस व्यवस्था को मजबूत बनाने में काफी सहयोग मिला है। नागपुर पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों खासकर महिलाओं के बच्चों के लिए पालनाघर, आधुनिक लाइब्रेरी, पुलिस क्वार्टर निर्माण योजना व सभागृह उपलब्ध कराए जाने के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। अस्पताल में आधुनिक सामग्री की खरीदारी में इंधन कंपनी का आर्थिक सहयोग मिला। पुलिस महानिदेशक माथुर ने आधुनिक रूप से तैयार किए गए पॉली क्लीनिक को बनाने के लिए पुलिस उपायुक्त सुहास बावचे, पुलिस निरीक्षक सबनीस, उपनिरीक्षक गावंडे का अभिनंदन किया। 

पहले लोग आने से कतराते थे

पुलिस महानिदेशक माथुर ने संबोधन में कहा कि महाराष्ट्र में नागपुर एक ऐसा शहर है, जहां पर हिंदी, मराठी और अंग्रेजी भाषा का उपयोग करने का अवसर मिलता है। उन्होंने पुलिस आयुक्त द्वारा विविध लोकोपयोगी उपक्रम शुरू कर एक आदर्श रखने की बात कही। पहले नागपुर में लोग आने से कतराते थे, अब नागपुर में तबादले की अर्जियां आने लगी हैं। इसका श्रेय पुलिस आयुक्त डॉ. व्यंकटेशम को जाता है। पॉली क्लीनिक में कोई भी पुलिस अधिकारी, कर्मचारी सुविधा का लाभ ले सकता है। पुलिस एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराई जाएगी। यह एंबुलेंस सप्ताह में एक बार दूर बने पुलिस क्वार्टर में जाकर उपचार करेगी।  इस अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की सुविधा मिलेगी। अस्पताल में हृदय रोग, मस्तिष्क, कैंसर, मधुमेह सहित अन्य कई बीमारियों की जांच और उपचार होगा।

Created On :   6 Nov 2017 5:01 PM IST

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