65 की उम्र में होने वाली बीमारी अब 35 की उम्र में होने लगी - डॉ. मानधनिया

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65 की उम्र में होने वाली बीमारी अब 35 की उम्र में होने लगी - डॉ. मानधनिया

 डिजिटल डेस्क,  नागपुर।  संतरानगरी में उपचार के लिए आने वाले मरीजों में मेरे पास पिछले साल 2019 में करीब 1600 नए मरीज उपचार के लिए आए, इसमें 29 फीसदी मरीज मुख कैंसर के थे। उसके बाद 24 फीसदी ब्रेस्ट कैंसर और 6.5 फीसदी फेफड़ों के कैंसर के मरीज थे। हैरानी की बात यह है कि आमतौर पर 65 की उम्र में देखा जाने वाला कैंसर एवरेज 35 की उम्र में देखने को मिल रहा है। कैंसर जल्दी होने का कारण सुपारी और उसके साथ तंबाकू मिलाकर खाने के अलावा बदलती जीवनशैली है, जिसके कई सारे कारण हैं। यह बात वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सुशील मानधनिया ने विश्व कैंसर दिवस 2020 के उपलक्ष्य में आयोजित पत्र-परिषद में कही।

4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। उन्होंने कहा कि पहले हम दूसरों को सुधरने के लिए कहते थे, लेकिन इस बार की थीम "आई एम" रखी गई है। वर्ष 2018 में दुनिया में 1.81 करोड़ नए और 96 लाख कैंसर के मामलों का अनुमान लगाया गया है। फेफड़े का कैंसर सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है और पुरुषों में कैंसर से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण है। भारत में कैंसर से करीब 25 लाख लोग पीड़ित हैं, हर साल करीब 7.8 लाख मौतें और 11.57 लाख अधिक नए मरीज पंजीकृत होते हैं। हमारे लिए युवाओं और एडवांस स्टेज में आने वाले कैंसर के मरीजों की संख्या चुनौती बनी हुई है। ऐसे में खाना एक बड़ी भूमिका निभा रहा है।

मुंह के कैंसर का प्रमाण काफी चिंताजनक
शासकीय मेडिकल कॉलेज तथा अस्पताल में कैंसर विभाग प्रमुख डॉ. अशोक दीवान ने कहा कि विदर्भ में मुंह के कैंसर का बढ़ता प्रमाण चिंताजनक है। तंबाकू, सिगरेट का सेवन इसका मुख्य कारण है। अपनी जीवनशैली में बदलाव कर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचने का उन्होंने आह्वान किया।

विशेषज्ञों से जांच कराने की सलाह
मेडिकल के कैंसर विभाग में विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में जनऔषधि वैद्यकशास्त्र विभाग प्रमुख डॉ. उदय नालावार, वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. शिल्पा लांजेवार मुख्य अतिथि उपस्थित थे। डॉ. शिल्पा लांजेवार ने महिलाओं को होने वाले कैंसर से बचने के लिए योग्य आहार सेवन तथा स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने का आह्वान किया। कैंसर के लक्षण दिखाई देने पर विशेषज्ञों से जांच कराने की सलाह दी। डॉ. उदय नालावार ने बचपन से ही योगाभ्यास, वाचन, खेल के प्रति प्रोत्साहित कर बच्चों पर अच्छे संस्कार करने की सलाह दी। तंबाकू, सिगरेट, शराब की लत से दूर रहकर दूसरों को भी व्यसन से दूर रखने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन वैशाली गोमासे ने किया। आभार डॉ. विजय महोबिया ने माना। सफलतार्थ डॉ. सुशील मेश्राम, डॉ. सुबीरा खान तथा विभाग के कर्मचारियों ने प्रयास किया।

Created On :   5 Feb 2020 3:06 PM IST

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