- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- इन विभागों को लेकर बीजेपी-शिवसेना...
इन विभागों को लेकर बीजेपी-शिवसेना के बीच तकरार, उद्धव ने कहा - नहीं किया सम्पर्क, सीएम बोले - जल्दी बनेगी सरकार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना के साथ सरकार बनाने के लिए भाजपा इस बार शिवसेना को 13 मंत्री पद सहित उपमुख्यमंत्री पद देने के लिए तैयार है पर पार्टी गृह, राजस्व, वित्त व नगरविकास जैसे विभाग शिवसेना को देने के लिए तैयार नहीं, जबकि शिवसेना की नजर इन विभागों पर लगी हुई है। पिछली सरकार में शिवसेना को 6 कैबिनेट व 7 राज्यमंत्री पद दिया था। पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा को शिवसेना को उपमुख्यंत्री पद देने में कोई समस्या नहीं है। लेकिन गृहमंत्री पद देने को तैयार नहीं है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता की माने तो भाजपा शिवसेना के साथ मिलकर ही सरकार बनाएगी। यह विवाद जल्द खत्म हो जाएगा।
सरकार बनाने अब तक भाजपा ने नहीं किया सम्पर्कः उद्धव ठाकरे
भाजपा की ओर से शिवसेना के साथ मिलकर महायुति की सरकार बनाने के दावे के बीच पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार बनाने को लेकर भाजपा की तरफ से अब तक उनसे किसी ने संपर्क नहीं किया है। बुधवार को मातोश्री में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में उद्धव ने कहा कि जो-जो संभव होगा, वह सब करूंगा। संभवतः उद्धव का इशारा राज्य में भाजपा के बिना सरकार बनाने के विकल्पों की ओर था। उद्धव शिवसेना को ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद देने का वादा नहीं करने की बात कहने वाले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से नाराज नजर आए।
अफवाहों पर विश्वास मत करो, जल्द बनेगी महायुति की सरकार
भाजपा विधानमंडल दल का नेता चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि अफवाहों पर विश्वास करने की जरूरत नहीं है। प्रदेश में जल्द ही महायुति की सरकार बनेगी। इसलिए किसी को आशंका और चिंता करने की जरूरत नहीं है। बुधवार को विधानभवन के सेंट्रल हॉल में भाजपा के विधानमंडल दल की बैठक को मुख्यमंत्री ने संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव में महायुति को जनादेश मिला है। हम चुनाव में जनता के बीच महायुति के रूप में गए थे। महायुति के लिए वोट मांगा था। मतदाताओं ने भी महायुति को ही स्पष्ट बहुमत दिया है। इसलिए राज्य में महायुति की ही सरकार बनेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनाव में भाजपा को बड़ी जीत मिली है। साल 1995 के विधानसभा चुनाव के बाद से किसी दल को 75 से अधिक सीटें नहीं मिली हैं। लेकिन भाजपा को साल 2014 और साल 2019 के विधानसभा चुनाव में 100 से अधिक सीटें मिली हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच सालों में हमने छत्रपति शिवाजी महाराज के सेवक के रूप में प्रदेश में कामकाज किया। अगले पांच साल भी शिवाजी महाराज के सेवक के रूप में ही काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले पांच सालों में राज्य को सूखा मुक्त बनाने के लिए काम करना है।
सरकार बनाने की कवायद तेज
विधायक दल की बैठक के बाद भाजपा के खेमे में सरकार बनाने के लिए कवायद तेज हो गई है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राज्य में भाजपा और शिवसेना मिलकर सरकार बनाएगी। राज्य मंत्रिमंडल में महायुति के मंत्री होंगे। भाजपा नेता ने संकेत दिया कि दोनों दलों के शीर्ष नेताओं की अनौपचारिक बातचीत शुरू है। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता व वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि सरकार बनाने को लेकर भाजपा और शिवसेना की बातचीत अगले दो दिनों में पूरी हो जाएगी। इसके बाद दोनों दल मिलकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास सरकार बनाने का दावा करेंगे।
शिवसेना विधायकों की बैठक
भाजपा के बाद अब शिवसेना के विधानमंडल दल की बैठक गुरुवार को शिवसेना भवन में होगी। इस बैठक में शिवसेना के विधानमंडल दल नेता का चुनाव होगा। दूसरी तरफ शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि सरकार जब बननी होगी जब बन जाएगी। महाराष्ट्र की कुंडली में जो लिखा है उसी के हिसाब से सरकार बनेगी।
चंद्रपुर के विधायक जोरगेवार का भाजपा को समर्थन
सरकार बनाने को लेकर चल रही खींचतान के बीच चुनाव जीते तीन और विधायकों ने भाजपा को समर्थन दिया है। चंद्रपुर विधानसभा सीट से जीते किशोर जोरगेवार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर बिना शर्त समर्थन से जुड़ा पत्र सौंपा। इसके अलावा शिरोल से नवनिर्वाचित निर्दलीय विधायक राजेंद्र येड्रावकर ने भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की और विधानसभा चुनावों में मिली जीत पर बधाई दी। जनसुराज्य शक्ति पार्टी के नेता और शाहूवाडी से नवनिर्वाचित विधायक डॉ विनय कुमार कोरे ने मंगलवार देर रात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की और भाजपा सरकार को अपना समर्थन दिया। चुनाव परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कह चुके हैं कि 15 नव निर्वाचित विधायक उनके संपर्क में हैं। इनमे से 10 विधायक भाजपा को समर्थन चुके हैं जबकि बचे हुए विधायकों से भी पार्टी जल्द समर्थन मिलने की उम्मीद कर रही है।
शिवसेना के साथ मंजुला
भाजपा की मित्रदल शिवसेना भी निर्दलिय विधायकों को अपने पाले में करने में जुटी है। धुलिया की साक्री सीट से निर्दलीय विधायक मंजुला गावित ने शिवसेना को समर्थन दिया है। बुधवार को मंजुला ने मातोश्री में शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे को अपना समर्थन पत्र सौंपा। इसके साथ ही विधानसभा में शिवसेना के समर्थक विधायकों की संख्या 62 हो गई है। इसमें से 56 विधायक शिवसेना के निर्वाचित हुए हैं।
Created On :   30 Oct 2019 9:14 PM IST