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Mumbai News: सीएम ने कहा - निकाय चुनाव में अलग लड़ने पर नतीजे बाद साथ आ जाएंगे, पुणे और पिंपरी - चिंचवड़ मनपा अकेले लड़ेंगे

- पुणे और पिंपरी - चिंचवड़ मनपा अकेले लड़ेगी भाजपा
- फडणवीस ने दिए स्पष्ट संकेत
- सीएम बोले साल 2029 तक यहीं रहूंगा
- कई जगहों पर महायुति करना हानिकारक
Mumbai News. आगामी स्थानीय निकायों के चुनाव में गठबंधन करने को लेकर महायुति में जारी तनातनी के बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि भाजपा पुणे और पिंपरी - चिंचवड़ मनपा चुनाव अकेले लड़ेगी। उन्होंने ठाणे मनपा चुनाव भी अकेले दम पर लड़ने के संकेत दिए हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री ने दीपावली त्योहार के उपलक्ष्य में अपने सरकारी आवास वर्षा पर पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा मुंबई और मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) की महानगर पालिकाओं में कई जगहों पर महायुति के घटक दलों के साथ ही मिलकर लड़ेगी। जबकि एमएमआर के बाहर भाजपा कई जगहों अकेले चुनाव में उतरेगी। लेकिन चुनाव नतीजों के बाद सभी जगहों पर सत्ता में आने के लिए एक साथ में आएंगे। उन्होंने कहा कि ठाणे मनपा में भाजपा और शिवसेना (शिंदे) की अलग- अलग मजबूत ताकत है। इसलिए भाजपा ठाणे मनपा में अकेले लड़ने को लेकर फिलहाल समीक्षा कर रही है। इसके बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा।
कई जगहों पर महायुति करना हानिकारक
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी स्थानीय निकायों के चुनाव में जिन जगहों पर संभव होगा। वहां भाजपा महायुति के घटक दल शिवसेना (शिंदे) और राकांपा (अजित) के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। लेकिन कुछ जगहों पर महायुति में चुनाव लड़ना भाजपा, शिवसेना (शिंदे) और राकांपा (अजित) तीनों दलों के लिए हानिकारक है। मसलन, पुणे और पिंपरी - चिंचवड़ मनपा में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। जबकि दूसरे स्थान पर राकांपा (अजित) है। यदि भाजपा और राकांपा (अजित) गठबंधन करके चुनाव लड़ती है तो बिना कारण 40 प्रतिशत सीटें विपक्षी दलों को मिल जाएगी। यदि हम लोग अलग- अलग चुनाव लड़ते हैं तो हमें 90 प्रतिशत सीटें मिल जाएंगी। फडणवीस ने कहा कि आरक्षण और जातीय मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का महायुति के घटक दलों के साथ गठजोड़ बना रहेगा। सहयोगी दलों के अदला - बदली को कोई संभावना नहीं है।
फिलहाल मंत्रिपरिषद में फेरबदल नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार में कोई मंत्री निष्क्रिय नहीं है। सभी मंत्री सक्रिय हैं, पर कभी- कभी कुछ मंत्री अपने बयानों से मुझे तकलीफ में डाल देते हैं। ऐसे लोगों का समझाया जाता है। तत्काल मंत्रिपरिषद में कोई फेरबदल नहीं होगा। मंत्रिपरिषद के सभी मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा के बाद ही फेरबदल का फैसला लिया जाएगा। अभी तो सरकार को एक साल भी पूरे नहीं हुए हैं।
हां, मैंने दोनों ठाकरे भाईयों का साथ लाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक मुझ पर शिवसेना और राकांपा (अविभाजित) दोनों दलों का जोड़ने का आरोप लग रहे थे। लेकिन यदि कोई कहता है कि मैंने शिवसेना (उद्धव) के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे का साथ लाया है तो यह मेरे लिए सराहना है। इसलिए मैं स्वीकार करता हूं कि हां, मैंने दोनों भाइयों को साथ लाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब दानों भाईयों को निकाय चुनाव के बाद भी साथ में रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे ही ब्रांड थे। उसके बाद कोई ब्रांड नहीं है। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज से जितने मेरे अच्छे संबंध हैं। उतने ही अच्छे संबंध उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हैं।
कटुता दूर करने का प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक अस्थिरता के कारण राजनीति व्यक्तिगत शत्रुता के स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन मुझे विश्वास है कि सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कटुता धीरे- धीरे कम होगी। किसी के साथ भी संबंध कम से कम इतना ठीक होना चाहिए कि मिलने पर बातचीत हो सके और बैठ कर चाय पिया जा सके। मेरी यह कोशिश लगातार रहती है। लगभग 99 प्रतिशत लोगों से मेरे संबंध अच्छे ही हैं।
साल 2029 तक यही रहूंगा
दिल्ली जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि साल 2029 तक मुंबई के वर्षा बंगले में यानी यहीं रहूंगा। फिर भी यदि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का कोई आदेश आता है तो मैं उसके लिए तैयार हूं। क्योंकि हम लोग पार्टी के सैनिक हैं। मगर जहां तक मुझे मेरी पार्टी के बारे में समझ है, वहां तक मैं कह सकता हूं कि मैं साल 2029 तक यहीं रहूंगा।
मतदाता सूची पर विपक्ष का पर्दाफाश करेंगे
विपक्ष की ओर से मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि महाविकास आघाड़ी को आगामी निकाय चुनाव में हार नजर आ रही है। इसलिए केवल माहौल बनाने के लिए आरोप लगाए जा रहे हैं। लेकिन भाजपा जल्द ही मतदाता सूची को लेकर विपक्ष का पर्दाफाश करेगी। हम लोग बताएंगे कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में किस तरह से महाविकास आघाड़ी ने अपने फायदे के लिए मतदाता सूची में नाम जोड़े गए थे।
65 प्रतिशत किसानों का मदद
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ की आपदा से प्रभावित लगभग 65 प्रतिशत किसानों को पूरी मदद राशि उपलब्ध करा दी गई है। अगले सप्ताह में मदद के लिए पात्र सभी किसानों का राशि प्रदान कर दी जाएगी।
नीतीश के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा का प्रभारी था। उस चुनाव में मुझे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर नजर आ रही थी। लेकिन इस बार साल 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं नजर नहीं आ रही है। इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान का दल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) भी हमारे साथ है। इसलिए मुझे लगता है कि बिहार में भाजपा की स्थिति अच्छी रहेगी। दूसरी ओर बिहार में विपक्ष का महागठबंधन बहुत मजबूत नजर नहीं आ रहा है। एक सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा मैथिली ठाकुर जैसे लोगों के चुनाव लड़ने से निश्चित रूप से भाजपा को फायदा होगा
Created On :   22 Oct 2025 10:22 PM IST