Mumbai News: दिल्ली से ज्यादा खराब मुंबई की हालत, पटाखों के धुएं से जहरीली हुई हवा - सांस लेना हुआ दूभर

दिल्ली से ज्यादा खराब मुंबई की हालत, पटाखों के धुएं से जहरीली हुई हवा - सांस लेना हुआ दूभर
  • वर्ली, अंधेरी, बोरीवली और पवई की हवा भी ज्यादा दूषित
  • कोलाबा, मझगांव और मालाड में एक्यूआई 300 के ऊपर
  • पटाखों के धुएं से जहरीली हुई हवा, बीकेसी की आबोहवा सबसे खराब
  • पटाखों में अत्यंत विषैसी भारी धातु

Mumbai News. यह तस्वीर गेटवे ऑफ इंडिया के पास कोलाबा की है। धुंध इतनी गहरी है कि कोलाबा की इमारतें दिखाई नहीं दे रही हैं। जिससे जाहिर है कि मुंबई में हवा की गुणवत्ता (एक्यूआई) दिल्ली से भी खराब हो गई है। इसके लिए पटाखों के धुएं को जिम्मेदार बताया जा रहा। केमिकल विश्लेषण से पुष्टि हुई है कि पटाखों में जहरीले रसायन हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के "समीर’ एप के अनुसार मंगलवार सुबह बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही। बीकेसी का एक्यूआई सुबह 10 बजे 379 था। इसी समय दिल्ली का एक्यूआई 359 था। वैसे सोमवार तक मुंबई में एक्यूआई का स्तर संतोषजनक था। मानसून के बाद अक्सर मुंबई की आबोहवा बिगड़ जाती है। क्योंकि महानगर में बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य शुरू हैं। वाहनों के धुएं से भी हवा प्रदूषित होती है। बारिश के मौसम में इसका आभास नहीं होता है। क्योंकि कि वर्षा की बूंदें हवा में मौजूद धूल कण और प्रदूषक गैसों को नीचे बैठा देती हैं।

पटाखों में अत्यंत विषैसी भारी धातु

‘आवाज’ फाउंडेशन ने पटाखों का रासायनिक विश्लेषण किया है। इसमें पता चला कि इन पटाखों में अत्यंत विषैली भारी धातु (टॉक्सिक हैवी मेटल्स) मौजूद हैं। फूटने के बाद ये पटाखे वायु में घुलकर गंभीर प्रदूषण फैलाते हैं। फाउंडेशन की सुमैरा अब्दुलअली ने कहा कि पर्यावरण को दूषित करनेवाले पटाखों के प्रति लोग सजग नहीं हुए हैं।

हो सकती हैं स्वास्थ्य समस्याएं

डॉक्टरों के अनुसार, हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर लोगों को सर्दी, जुकाम और वायरल इन्फेक्शन की शारीरिक समस्या होती है। डॉ. अब्दुल्लाह खान ने बताया कि विषैले तत्वों के संपर्क में आने से श्वसन संबंधी बीमारियां, एलर्जी, फेफड़ों के संक्रमण और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। खराब हवा से सबसे ज्यादा परेशानी एलर्जी और अस्थमा के मरीजों को होती है। उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। राजीव गांधी मेडिकल सेंटर के डॉ. राहिल कमर ने कहा कि सुबह के समय धुंध अधिक रहती है। ऐसे में बुजुर्गों और अस्थमा मरीजों को मॉर्निंग वॉक से बचना चाहिए।

बारिश से मिल सकती है राहत

क्षेत्रीय मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को मुंबई के फोर्ट, परेल, पवई, दादर, बांद्रा, अंधेरी जैसे कुछ इलाको में हल्की बारिश हुई। नवी मुंबई के कुछ इलाकों में मध्यम बारिश की पुष्टि मौसम विभाग ने की है। बारिश से प्रदूषक कण कम होने की उम्मीद है।

ये बरतें सावधानी

  • सुबह की धुंध में मॉर्निंग वॉक से परहेज करें बुजुर्ग
  • गुनगुने पानी का सेवन करें
  • ज्यादा मसालेदार, तेल वाले भोजन से बचें
  • सर्दी-खांसी, जुकाम में बिना डॉक्टर की सलाह दवा न लें
  • दो दिन से अधिक बुखार आने पर अस्पताल में जांच करवाएं
  • वायरल पीड़ित व्यक्ति के आसपास न रहें

मुंबई के अलग-अलग क्षेत्रों की वायु गुणवत्ता

क्षेत्र एक्यूआई

बीकेसी 379

कोलाबा 340

मझगांव 302

मालाड 282

भायखला 274

वर्ली 274

देवनार 271

मझगांव 266

अंधेरी 249

बोरीवली 232

पवई 228

हवा की गुणवत्ता का पैमाना

0 से 50 एक्यूआई- अच्छा

51 से 100 एक्यूआई- ठीक

101 से 200 एक्यूआई- माध्यम

201 से 300 एक्यूआई- खराब

301 से 400 एक्यूआई - बेहद खराब

400 से ऊपर – गंभीर



Created On :   22 Oct 2025 6:21 PM IST

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