खींचतान से टला जिला परिषद में विभागों का बंटवारा

Distribution of departments in Zilla Parishad postponed
खींचतान से टला जिला परिषद में विभागों का बंटवारा
खींचतान से टला जिला परिषद में विभागों का बंटवारा

डिजिटल डेस्क,  नागपुर।   जिला परिषद में सभापति चुने जाने के बाद भी तीन समितियों के सभापतियों को विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया है। 17 फरवरी को बुलाई विशेष बैठक सिर्फ सदस्यों के चयन तक सीमित होकर रह गई। एक समिति पर दो सभापतियों के दावे से अंतिम समय तक सहमति नहीं हो पाई। आखिरकार विवाद पर पर्दा डालने के लिए सदन में अध्यक्ष को अधिकार देने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया। सभापतियों के विभागों का बंटवारा भले ही टाल दिया गया, लेकिन समिति के सदस्य चुनने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। सभी 10 समितियों के चुने गए सदस्यों की सदन में घोषणा कर दी गई।

कांग्रेस के सभापति बंटवारे में उलझे
वित्त, शिक्षण, कृषि, पशु संवर्धन, लोकनिर्माण, स्वास्थ्य विभागों के सभापति तय नहीं हो पाए हैं। समाज कल्याण, महिला व बाल कल्याण समिति सभापति पद आरक्षित है। 30 जनवरी को हुए सभापति चुनाव में आरक्षण के अनुसार इन समितियों के सभापति चुने जा चुके हैं। खुले वर्ग से 2 सभापति का चुनाव हुआ। उपाध्यक्ष सहित खुले वर्ग से चुने गए सभापतियों को विभागों का बंटवारा किया जाता है। एक विभाग के लिए 2 निर्वाचित सभापति इच्छुक रहने से चल रही खींचतान के चलते विशेष सभा में विभागों का बंटवारा टाल दिया गया है। विभाग के बंटवारे में उलझे तीनों सभापति कांग्रेस के हैं।

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कोई मतभेद नहीं है
सदन ने विभागों के बंटवारे के अधिकार अध्यक्ष को दिए हैं। दो-तीन दिन में विभागों के बंटवारा कर दिया जाएगा। पार्टी अंतर्गत कोई मतभेद नहीं है। सभी की सहमति से इस विषय पर निर्णय लिया जाएगा। - रश्मि बर्वे, अध्यक्ष, जिला परिषद

परदे के पीछे का खेल
नामांकन पेश करने का समय दोपहर 12 बजे तक था। समयसीमा में भाजपा और राकांपा सदस्यों ने नामांकन जमा किए। समय 12 बजे के पार चला गया, लेकिन कांग्रेस सदस्यों के नामांकन पेश नहीं हुए। अध्यक्ष रश्मि बर्वे ने अपने अधिकार का प्रयोग कर पहले 1 घंटे का समय बढ़ा दिया। कांग्रेस और राकांपा के बीच सदस्यों के चयन पर सहमति नहीं बन पाने पर पुन: आधा घंटा समय बढ़ा दिया गया।

दोपहर 12.55 बजे तक नामांकन वापस लेने का समय था। 1 बजे सभा की शुरुआत होनी थी। नामांकन की पड़ताल होने तक कांग्रेस और राकांपा के बीच सदस्यों की संख्या को लेकर खींचतान चलती रही। दोनों दलों के बीच सहमति होने के बाद 1.55 बजे राकांपा सदस्यों ने सदन में प्रवेश किया। महाआघाड़ी के बीच सदस्यों के चयन को लेकर चली लंबी खींचतान के चलते सभा विलंब से शुरू हुई।

सभा नियमबाह्य : विपक्ष का आरोप
विषय समितियों का विभाग बंटवारा और सदस्य चुनने के लिए बुलाई गई सभा की समय-सारिणी का पालन नहीं किया गया। दोपहर 1 बजे बुलाई गई सभा 3 बजे शुरू हुई। कांग्रेस सदस्यों के नामांकन भरने में िवलंब के चलते अध्यक्ष ने समय बढ़ा दिया। सदन को कारण बताए बिना समय बढ़ाकर विलंब से ली गई सभा नियमबाह्य है। इस बारे में पार्टी के वरिष्ठों से चर्चा कर विभागीय आयुक्त से शिकायत की जाएगी।

Created On :   18 Feb 2020 3:31 PM IST

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