रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करेगा जिप स्वास्थ्य विभाग, प्रचार-प्रसार करने का उठाया बीड़ा

District council health department is going to appreciate the blood donors
रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करेगा जिप स्वास्थ्य विभाग, प्रचार-प्रसार करने का उठाया बीड़ा
रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करेगा जिप स्वास्थ्य विभाग, प्रचार-प्रसार करने का उठाया बीड़ा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए शासकीय स्तर तथा विविध सामाजिक संगठनों की ओर से प्रचार-प्रसार किया जाता है। शहरों में रक्तदाताओं का अपेक्षित प्रतिसाद मिलता है, परंतु ग्रामीण क्षेत्र में रक्तदान करने वालों का प्रमाण काफी कम है। इसे दूर करने के लिए जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग की ओर से रक्तदाताओं को प्रोत्साहित किया जाएगा। वहीं लक्ष्य को पूरा करने के लिए जनजागरण अभियान चलाने का निर्णय गुरुवार को जिप स्वास्थ्य समिति की बैठक में लिया गया। खून की कमी के चलते कई बार मरीजों को जान गंवानी पड़ती है।

जिप उपाध्यक्ष तथा स्वास्थ्य समिति सभापति शरद डोनेकर की अध्यक्षता में हुई स्वास्थ्य समिति की बैठक में ग्रामीण क्षेत्र में रक्तदान का प्रमाण बढ़ाने पर चर्चा हुई। ग्रामीणों को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करने जिला रक्त संकलन केंद्र के सहयोग से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा निजी स्थानों पर रक्तदान शिविर का आयोजन व जनजागरण करने का निर्णय लिया गया।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवा के साथ ही इससे जुड़ी जानकारी ऑनलाइन भरनी पड़ती है। इसके चलते स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हो रही है। समस्या का हल निकालने की दृष्टि से एक निजी संस्था का चयन कर ऑनलाइन जानकारी भरने की सुविधा करने, मानसून के मौसम में विषाणु के प्रकोप से होने वाली बीमारियां, जलजन्य संक्रमण के प्रादुर्भाव को रोकने विशेष सावधानी बरतने के तहसील स्वस्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए गए।

राष्ट्रीय कीटजन्य रोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय हाथीपांव नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठरोग नियंत्रण कार्यक्रम, नेत्र शल्यक्रिया व उपचार शिविर आदि योजनाओं के कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में समिति सदस्य जयकुमार वर्मा, बेबी साठवने, शुभांगी गायधने, सरिता रंगारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. योगेंद्र सवाई, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. इनामदार आदि उपस्थित थे।

20 प्रतिशत पेयजल के नमूने दूषित
जिले में 114 पेयजल के नमूनों की जांच की गई। इसमें से 22 नमूने दूषित पाए जाने की जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बैठक में दी। 20 प्रतिशत पेयजल के नमूने दूषित पाए जाने पर चिंता व्यक्त की गई। यह प्रमाण कम करने की दृष्टि से उचित उपाय योजना के निर्देश दिए गए।

Created On :   6 July 2018 7:18 AM GMT

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