करीबियों के साथ जिप अध्यक्ष का दौरा विवादों में, विभाग को नहीं लगने दी भनक

District council Presidents visit is in dispute, department had no information
करीबियों के साथ जिप अध्यक्ष का दौरा विवादों में, विभाग को नहीं लगने दी भनक
करीबियों के साथ जिप अध्यक्ष का दौरा विवादों में, विभाग को नहीं लगने दी भनक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला परिषद पंचायत विभाग के 3 दिवसीय अभ्यास दौरे पर जिला परिषद की टीम रवाना हुई है। जिप अध्यक्ष ने अपने निकटवर्तियों को दौरे में शामिल किया है। इसमें वित्त व शिक्षण समिति सभापति, सत्तापक्ष और विपक्ष के गिनेचुने सदस्य, सरपंच, उपसरपंच तथा जिप के अधिकारी शामिल हैं। अन्य पदाधिकारी तथा सदस्यों को दौरे की भनक भी नहीं लगने दी गई। गुप्त तरीके से दौरे का नियोजन कर अन्य को विश्वास में नहीं लिए जाने से इस दौरे को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। सरकारी दौरे में जिप अध्यक्ष के पति साथ जाने से यह दौरा विवादाें में आने की आशंका बढ़ गई है। बाता दें कि कुछ ही महीने पहले महापौर अपने पुत्र को सरकारी दौरे मेें विदेश ले गई थीं। इसे लेकर विभाग उठने पर मनपा में सत्तापक्ष की किरकिरी हुई थी।

गुजरात के सीमावर्ती क्षेत्र में दौरा
जिला परिषद पंचायत विभाग की ओर से नाशिक और नंदूरबार जिले में अभ्यास दौरे का नियोजन किया गया है। अभ्यास दौरे में किसे ले जाना है, इसका चयन करने का अधिकार जिप अध्यक्ष को दिया गया था। उन्होंने अपने निकटवर्तियों को साथ लेकर दौरे पर चली गई। एक निजी ट्रैवल्स बस एजेंसी को दौरे का ठेका दिया गया है। आने-जाने और घूमने-फिरने के लिए बस, रहने और खान-पान की जिम्मेदारी ट्रैवल्स एजेंसी को दी गई है। गुजरात के सीमावर्ती क्षेत्र में दौरे पर गई जिप की टीम गुजरात भी पहुंचने की सूत्रों से जानकारी मिली है। सोमवार को अभ्यास दौरे पर गई टीम 3 दिन का दौरा पूरा कर गुरुवार को वापस नागपुर लौटेगी।

पंचायत विभाग में दौरे की फाइल नहीं
राष्ट्रीय ग्राम स्वराज्य अभियान अंतर्गत अभ्यास दौरे का नियोजन जिप के पंचायत विभाग ने किया। दौरे का खर्च भी इसी विभाग की ओर से किया जाना है। हैरत कि बात यह है कि दौरे पर जाने वालों की पंचायत विभाग के पास कोई जानकारी नहीं है। विभाग से पता चला है कि एक अधिकारी दौरे की फाइल अपने साथ ले गया है। 

सरकारी संपत्ति को चूना
जनता से विविध टैक्स वसूली कर इसमें से विकास कार्य और जनप्रतिनियों के अभ्यास दौरे पर निधि खर्च किया जाता है। अब तक के अभ्यास दौरे का अनुभव रहा है कि किसी भी पदाधिकारी ने अभ्यास दौरे से नया कुछ सीखकर जिले के विकास में कोई योगदान नहीं दिया। अभ्यास दौरे के नाम पर सिर्फ सरकारी धन को चपत लगाई जा रही है। हाल ही में पंचायत राज प्रशिक्षण के लिए जिला परिषद के 25 सदस्यों की टीम हैदराबाद और पुणे का दौरा कर आई। अब नाशिक, नंदूरबार जिले के दौरे पर गए हैं। इन दौरों पर लाखों रुपए खर्च किए गए हैं। हैदराबाद दौरे में अध्यक्ष ने दौरे का फिडबैक फार्म भी एक बीडीओ से भरवा लेने की सूत्रों ने जानकारी दी। 

दौरे में ये थे शामिल
जिला अध्यक्ष निशा सावरकर, उनके पति टेकचंद सावरकर, जिप शिक्षण समिति सभापति उकेश चौहान, कांग्रेस के सदस्य शिवकुमार यादव, पंचायत वभाग के अधिकारी, बीडीओ, सहायक बीडीओ, 2 सरपंच, 2 उपसरपंच, 2 ग्राम विस्तार अधिकारी तथा भाजपा के दो जिप सदस्यों का समावेश होने की जानकारी मिली है। 
 

Created On :   10 Jan 2019 12:54 PM IST

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